तालाब में मिले शव की खोज: 3 साल से चल रहा था मानसिक रोग का इलाज, 14 अक्टूबर से गुम हुआ। indiatwoday
फतेहपुर के गड़रियन पुरवा गांव के तालाब में दो दिन पहले मिले युवक के शव की पहचान हो गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर देखकर परिजनों ने युवक की शिनाख्त की, जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। परिजनों के अनुसार, मृतक 18 वर्षीय हितेश कुमार मानसिक रोग से पीड़ित था और पिछले तीन साल से उसका इलाज चल रहा था। वह 14 अक्टूबर से घर से गायब था। 17 अक्टूबर को सुबह ग्रामीणों ने सदर कोतवाली क्षेत्र के गड़रियन पुरवा गांव के बाहर तालाब में एक शव देखा, जो पानी में उतराया हुआ था। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और उसकी शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल की। तस्वीर वायरल होते ही राधा नगर के निवासी सुरेंद्र ने कोतवाली पहुंचकर बताया कि मृतक उनका बेटा हितेश कुमार था। तीन साल से चल रहा था मानसिक बीमारी का इलाज पिता सुरेंद्र ने बताया कि हितेश पिछले तीन साल से मानसिक बीमारी से जूझ रहा था और 14 अक्टूबर को घर से निकलने के बाद कहीं चला गया था। जब परिजनों ने उसे ढूंढने की कोशिश की, तो वह वापस आने से इनकार कर गया। इसके बाद 17 अक्टूबर को तालाब में शव मिलने की सूचना मिली और तब जाकर उन्हें बेटे की मौत का पता चला। बेटे की असमय मौत से परिवार में गम का माहौल है। कोतवाली प्रभारी ने बताया कि तालाब में मिले युवक के शव की पहचान होने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजनों ने बताया कि मृतक मानसिक रूप से अस्वस्थ था और 14 अक्टूबर से घर से लापता था। पुलिस ने मामले की आगे की जांच शुरू कर दी है। परिजनों का कहना है कि हितेश की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। इस दर्दनाक घटना के बाद परिवार शोक में डूबा हुआ है।
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