दलित अमन की मौत मामले में राज्य सरकार तलब:लखनऊ हाईकोर्ट ने 3 सप्ताह का दिया समय, 11 अक्टूबर को पुलिस ने पकड़ा था
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में मृतक दलित युवक अमन गौतम की पत्नी और बहन ने दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने के लिए याचिका दायक की है। पीड़ित ने कोर्ट ने गुहार लगाई है कि मामले पर जांच किसी और एजेंसी से कराई जाए। याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने राज्य सरकार को तीन हफ्ते में जवाब देने का समय दिया है। मामले में अगली सुनवाई तीन सप्ताह के बाद होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति विवेक चौधरी व न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला की खंडपीठ ने अमन गौतम की पत्नी रोशनी और बहन सुधा गौतम की याचिका पर दिया है। जुआ खेलने की सूचना पर पहुंची थी पुलिस पीड़ित ने कोर्ट को बताया- 11 अक्टूबर को विकास नगर के अंबेडकर पार्क में जुआ खेलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। पार्क के पास खड़े अमन गौतम को पुलिस ने पकड़ लिया। उसके साथ मारपीट की जिसके कारण अमन की तबीयत खराब हो गई। आरोप पिटाई से हो गई मौत इलाज के लिए अमन को लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पीड़ित ने बताया की अमन की बॉडी का वीडियो भी बनाया गया था, जिसमें शरीर पर चोट के निशान थे। इसके बाद भी पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में शरीर पर मौत के पहले कोई चोट के निशान के बारे में नहीं बताया गया है। कोर्ट को यह भी बताया गया की पुलिस ने घटना की FIR भी दो दिनों बाद दर्ज की थी। पीड़ित ने कोर्ट को बताया, अमन गौतम के दोस्त आकाश से इस घटना में शामिल पुलिस कर्मी शैलेंद्र सिंह ने माफी मांगते हुए कहा कि वह अमन को इतना नहीं मारना चाहता थे की उसकी मौत हो जाए। याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने राज्य सरकार से इस घटना पर जवाब तलब किया है।
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