दलितों को साधने के लिए भाजपा का डैमेज कंट्रोल:दलित विधायक को सीसामऊ सीट का बनाया चुनाव संयोजक; संचालन समिति में फैसला

सीसामऊ सीट उपचुनाव में राकेश सोनकर की टिकट न होने से नाराज दलित वोटरों को रिझाने के लिए भाजपा ने काम शुरू कर दिया है। चुनाव संचालन समिति की बैठक में दलित विधायक राहुल बच्चा सोनकर को चुनाव का संयोजक बनाया गया है। राहुल बिल्हौर सीट से विधायक हैं। इसकी घोषणा जल्द की जा सकती है। दलितों में पनपी नाराजगी सीसीमऊ टिकट पर पहले राकेश सोनकर को टिकट मिलने की चर्चा जोरों पर चली थी। राकेश को मुख्यमंत्री ने भी बुलाया। लेकिन अगले ही दिन जारी पहली लिस्ट में सीसामऊ सीट को होल्ड कर दिया गया। इसके बाद जारी दूसरी लिस्ट में सीसामऊ से सुरेश अवस्थी को टिकट दे गई। जिससे दलित वोटरों में गलत मैसेज गया और अंदरखाने विरोध शुरू हो गया। भाजपा ने डैमेज कंट्रोल शुरू किया भाजपा ने दलितों को साधने के लिए संगठनात्मक रूप से भी रणनीति तैयार की है। सीसामऊ सीट पर 50 से 60 हजार दलित वोटर हैं। लोकसभा चुनाव में संविधान में बदलाव की चर्चा के साथ ही सबसे ज्यादा दलित वोटर फ्लोट हुआ था, इससे भाजपा को तगड़ा नुकसान हुआ था। इसका ही असर सीसामऊ सीट पर भी पड़ा था और ये सीट भाजपा 37 हजार वोट से हार गई थी। कई दलित मंत्रियों को भी बुलाने की तैयारी भाजपा ने दलितों की नाराजगी को भांपते हुए सीट पर दलित विधायक राहुल बच्चा सोनकर को उतारा है। इसके अलावा कई दलित मंत्रियों और विधायकों को भी सीट पर प्रचार के लिए बुलाने की तैयारी है। बता दें कि सीसामऊ में राहुल बच्चा सोनकर के पिता काला बच्चा सोनकर काफी सक्रिय रह चुके हैं। इसका लाभ भी पार्टी भुनाना चाहती है।

Oct 28, 2024 - 16:25
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दलितों को साधने के लिए भाजपा का डैमेज कंट्रोल:दलित विधायक को सीसामऊ सीट का बनाया चुनाव संयोजक; संचालन समिति में फैसला
सीसामऊ सीट उपचुनाव में राकेश सोनकर की टिकट न होने से नाराज दलित वोटरों को रिझाने के लिए भाजपा ने काम शुरू कर दिया है। चुनाव संचालन समिति की बैठक में दलित विधायक राहुल बच्चा सोनकर को चुनाव का संयोजक बनाया गया है। राहुल बिल्हौर सीट से विधायक हैं। इसकी घोषणा जल्द की जा सकती है। दलितों में पनपी नाराजगी सीसीमऊ टिकट पर पहले राकेश सोनकर को टिकट मिलने की चर्चा जोरों पर चली थी। राकेश को मुख्यमंत्री ने भी बुलाया। लेकिन अगले ही दिन जारी पहली लिस्ट में सीसामऊ सीट को होल्ड कर दिया गया। इसके बाद जारी दूसरी लिस्ट में सीसामऊ से सुरेश अवस्थी को टिकट दे गई। जिससे दलित वोटरों में गलत मैसेज गया और अंदरखाने विरोध शुरू हो गया। भाजपा ने डैमेज कंट्रोल शुरू किया भाजपा ने दलितों को साधने के लिए संगठनात्मक रूप से भी रणनीति तैयार की है। सीसामऊ सीट पर 50 से 60 हजार दलित वोटर हैं। लोकसभा चुनाव में संविधान में बदलाव की चर्चा के साथ ही सबसे ज्यादा दलित वोटर फ्लोट हुआ था, इससे भाजपा को तगड़ा नुकसान हुआ था। इसका ही असर सीसामऊ सीट पर भी पड़ा था और ये सीट भाजपा 37 हजार वोट से हार गई थी। कई दलित मंत्रियों को भी बुलाने की तैयारी भाजपा ने दलितों की नाराजगी को भांपते हुए सीट पर दलित विधायक राहुल बच्चा सोनकर को उतारा है। इसके अलावा कई दलित मंत्रियों और विधायकों को भी सीट पर प्रचार के लिए बुलाने की तैयारी है। बता दें कि सीसामऊ में राहुल बच्चा सोनकर के पिता काला बच्चा सोनकर काफी सक्रिय रह चुके हैं। इसका लाभ भी पार्टी भुनाना चाहती है।

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