दवा जलाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की जांच पूरी:सीएमओ ने बीएसए और डीआईओएस को पत्र लिख कार्रवाई के दिए निर्देश

सोनभद्र के मधुपुर में स्थित चंद्रगुप्त मौर्य इंटर कॉलेज के परिसर में एल्बेंडाजोल व आयरन की गोली जलाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की जांच पूरी होने के बाद अब सीएमओ ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। सीएमओ ने पत्र में पूरे मामले की जांच कर दो दिन में स्थिति स्पष्ट करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए है। ये है पूरा मामला बताते चलें कि रविवार को चंद्रगुप्त मौर्य इंटर कॉलेज परिसर में पार्किंग क्षेत्र में काफी मात्रा में दवाएं जलाने का मामला सामने आया था। इसमें कीड़ा मारने की दवा एल्बेंडाजोल व छात्राओं में वितरित की जाने वाली आयरन की गोली शामिल थी। दवाओं के रैपर पर एक्सपायर होने की तिथि अंकित थी। वैधता से पहले ही दवाओं के जलाने का मामले में स्वास्थ्य विभाग की काफ़ी किरकिरी होने लगी थी। जिसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी नें मामले की सत्यता उजागर करने के उद्देश्य से सोमवार को डिप्टी सीएमओ डॉ. कीर्ति आजाद के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को मौके पर भेजकर पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की थी। टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद मंगलवार को सीएमओ ने बीएसए और डीआईओएस को पत्र प्रेषित कर जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है। सीएमओ डॉ. अश्वनी कुमार ने बताया कि "राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सभी स्कूलों में बच्चों के लिए कीड़े मारने की दवा और आयरन की गोली वहां छात्र संख्या के आधार पर उपलब्ध कराई जाती है। कितने बच्चों को यह दवा दी गई, इसका रिकॉर्ड भी रखा जाता है। साथ ही शिक्षकों को अपने सामने बच्चों को दवा खिलाने के लिए निर्देशित किया जाता है। इसके लिए शिक्षकों को स्वास्थ्य विभाग बकायदा ट्रेनिंग भी देता है। इसके लिए वहां एक शिक्षक को नोडल बनाया जाता है। उपयोग के बाद शेष बची दवाएं तय प्रक्रिया के तहत स्वास्थ्य विभाग को वापस करने का निर्देश है। उन्होंने बताया कि मामले में बीएसए और डीआईओएस को पत्र लिखकर दो दिनों में जांच कराते हुए दोषियों पर कार्रवाई कर अवगत कराने को कहा गया है।

Nov 13, 2024 - 14:10
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दवा जलाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की जांच पूरी:सीएमओ ने बीएसए और डीआईओएस को पत्र लिख कार्रवाई के दिए निर्देश
सोनभद्र के मधुपुर में स्थित चंद्रगुप्त मौर्य इंटर कॉलेज के परिसर में एल्बेंडाजोल व आयरन की गोली जलाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग की जांच पूरी होने के बाद अब सीएमओ ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। सीएमओ ने पत्र में पूरे मामले की जांच कर दो दिन में स्थिति स्पष्ट करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए है। ये है पूरा मामला बताते चलें कि रविवार को चंद्रगुप्त मौर्य इंटर कॉलेज परिसर में पार्किंग क्षेत्र में काफी मात्रा में दवाएं जलाने का मामला सामने आया था। इसमें कीड़ा मारने की दवा एल्बेंडाजोल व छात्राओं में वितरित की जाने वाली आयरन की गोली शामिल थी। दवाओं के रैपर पर एक्सपायर होने की तिथि अंकित थी। वैधता से पहले ही दवाओं के जलाने का मामले में स्वास्थ्य विभाग की काफ़ी किरकिरी होने लगी थी। जिसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी नें मामले की सत्यता उजागर करने के उद्देश्य से सोमवार को डिप्टी सीएमओ डॉ. कीर्ति आजाद के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को मौके पर भेजकर पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की थी। टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद मंगलवार को सीएमओ ने बीएसए और डीआईओएस को पत्र प्रेषित कर जांच करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा है। सीएमओ डॉ. अश्वनी कुमार ने बताया कि "राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सभी स्कूलों में बच्चों के लिए कीड़े मारने की दवा और आयरन की गोली वहां छात्र संख्या के आधार पर उपलब्ध कराई जाती है। कितने बच्चों को यह दवा दी गई, इसका रिकॉर्ड भी रखा जाता है। साथ ही शिक्षकों को अपने सामने बच्चों को दवा खिलाने के लिए निर्देशित किया जाता है। इसके लिए शिक्षकों को स्वास्थ्य विभाग बकायदा ट्रेनिंग भी देता है। इसके लिए वहां एक शिक्षक को नोडल बनाया जाता है। उपयोग के बाद शेष बची दवाएं तय प्रक्रिया के तहत स्वास्थ्य विभाग को वापस करने का निर्देश है। उन्होंने बताया कि मामले में बीएसए और डीआईओएस को पत्र लिखकर दो दिनों में जांच कराते हुए दोषियों पर कार्रवाई कर अवगत कराने को कहा गया है।

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