दिल्ली चुनाव से पहले पंजाब में दम दिखाएंगे केजरीवाल:2 रैलियां करेंगे; लोकसभा-हरियाणा चुनाव हारी AAP, जेल जाने से CM कुर्सी छोड़नी पड़ी

पंजाब की 4 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल आज (9 नवंबर) से प्रचार शुरू करेंगे। अरविंद केजरीवाल होशियारपुर की चब्बेवाल सीट और गुरदासपुर की डेरा बाबा नानक सीट पर रैलियां करेंगे। पंजाब उपचुनाव के जरिए AAP के पास दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में खुद को साबित करने का बड़ा मौका है। चुनाव आयोग इन उपचुनावों के बाद दिल्ली चुनावों की घोषणा अगले साल की शुरुआत में कर सकता है। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में AAP ने पंजाब में 92 सीट जीतकर सरकार बनाई थी। साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी राज्य की 13 में से सिर्फ 3 ही सीट जीतने में कामयाब रही। इतना ही नहीं, जालंधर में उपचुनाव में खुद को साबित करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक घर तक जालंधर में लेना पड़ा। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी पार्टी एक सीट नहीं जीत पाई। लगातार खराब प्रदर्शन के बाद विपक्षी दल दिल्ली चुनाव से पहले AAP की घेराबंदी की कोशिश कर रहे हैं। चार सीटों पर अच्छा प्रदर्शन जरूरी 20 नवंबर को राज्य की बरनाला, गिद्दड़बाहा, चब्बेवाल और डेरा बाबा नानक सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी। 23 नवंबर को रिजल्ट आएगा। AAP के लिए चारों सीटों पर अच्छा प्रदर्शन एक बड़ी चुनौती है। 2022 के चुनावों में इन चार सीटों में से मात्र बरनाला ही एक सीट AAP के पास थी। बरनाला से विधायक गुरमीत मीत हेयर संगरूर से सांसद बन गए। वहीं AAP ने चब्बेवाल सीट से कांग्रेस विधायक राजकुमार चब्बेवाल को पार्टी में शामिल कर लिया और वह होशियारपुर से सांसद बन गए। इन 2 सीटों पर जीत के साथ-साथ डेरा बाबा नानक और गिद्दड़बाहा में प्रदर्शन बहुत आवश्यक हो चुका है, ताकि दिल्ली में घेरने को तैयार बैठे विपक्षीय दलों को जवाब दिया जा सके। पार्टी की छवि को मजबूत करने की कोशिश केजरीवाल का पंजाब दौरा एक तरह से AAP की राष्ट्रव्यापी उपस्थिति को भी मजबूत करने का संकेत है। AAP अब सिर्फ दिल्ली की पार्टी नहीं रही, बल्कि पंजाब में भी इसका शासन है। इसके अलावा संसद में भी 3 सीटें हासिल करने के बाद AAP अब राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी है। इस दौरे के माध्यम से AAP अपनी राष्ट्रीय पहचान को और मजबूत करने का प्रयास कर रही है। किस सीट पर कौन AAP उम्मीदवार... कांग्रेस-भाजपा पर दबाव बनाने की कोशिश दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल का यह दौरा कांग्रेस और भाजपा पर दबाव बनाने का एक रणनीतिक कदम भी है। AAP, कांग्रेस और बीजेपी से परे एक वैकल्पिक पार्टी के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है। इससे दिल्ली में कांग्रेस और भाजपा के समर्थकों में AAP को लेकर एक नई उम्मीद जगाई जा सकती है। पंजाब के उपचुनाव में AAP का प्रदर्शन सीधे तौर पर दिल्ली चुनाव में पार्टी की मजबूती और साख को प्रभावित कर सकता है। अगर पंजाब में AAP को अच्छा समर्थन मिलता है और उपचुनाव में कामयाबी मिलती है, तो यह दिल्ली के मतदाताओं के सामने एक सकारात्मक संदेश भेजेगा। ________________________________________________________________________ पंजाब में 10 हजार सरपंचों को शपथ दिलाई, केजरीवाल बोले- सरकार ग्रांट देगी, धोखाधड़ी मत करना पंजाब के लुधियाना में शुक्रवार (8 नवंबर) को 19 जिलों के 10,031 सरपंचों को शपथ दिलाई गई। आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने कई चुनाव लड़े। एक MLA बनना आसान है, जबकि सरपंच बनना मुश्किल। पंजाब सरकार आपको ग्रांट भेजेगी। इस पैसे को जनता के लिए प्रयोग करना। इसमें धोखाधड़ी नहीं करनी। पूरी खबर पढ़ें...

Nov 9, 2024 - 07:25
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दिल्ली चुनाव से पहले पंजाब में दम दिखाएंगे केजरीवाल:2 रैलियां करेंगे; लोकसभा-हरियाणा चुनाव हारी AAP, जेल जाने से CM कुर्सी छोड़नी पड़ी
पंजाब की 4 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल आज (9 नवंबर) से प्रचार शुरू करेंगे। अरविंद केजरीवाल होशियारपुर की चब्बेवाल सीट और गुरदासपुर की डेरा बाबा नानक सीट पर रैलियां करेंगे। पंजाब उपचुनाव के जरिए AAP के पास दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में खुद को साबित करने का बड़ा मौका है। चुनाव आयोग इन उपचुनावों के बाद दिल्ली चुनावों की घोषणा अगले साल की शुरुआत में कर सकता है। साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में AAP ने पंजाब में 92 सीट जीतकर सरकार बनाई थी। साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी राज्य की 13 में से सिर्फ 3 ही सीट जीतने में कामयाब रही। इतना ही नहीं, जालंधर में उपचुनाव में खुद को साबित करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान को एक घर तक जालंधर में लेना पड़ा। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी पार्टी एक सीट नहीं जीत पाई। लगातार खराब प्रदर्शन के बाद विपक्षी दल दिल्ली चुनाव से पहले AAP की घेराबंदी की कोशिश कर रहे हैं। चार सीटों पर अच्छा प्रदर्शन जरूरी 20 नवंबर को राज्य की बरनाला, गिद्दड़बाहा, चब्बेवाल और डेरा बाबा नानक सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग होगी। 23 नवंबर को रिजल्ट आएगा। AAP के लिए चारों सीटों पर अच्छा प्रदर्शन एक बड़ी चुनौती है। 2022 के चुनावों में इन चार सीटों में से मात्र बरनाला ही एक सीट AAP के पास थी। बरनाला से विधायक गुरमीत मीत हेयर संगरूर से सांसद बन गए। वहीं AAP ने चब्बेवाल सीट से कांग्रेस विधायक राजकुमार चब्बेवाल को पार्टी में शामिल कर लिया और वह होशियारपुर से सांसद बन गए। इन 2 सीटों पर जीत के साथ-साथ डेरा बाबा नानक और गिद्दड़बाहा में प्रदर्शन बहुत आवश्यक हो चुका है, ताकि दिल्ली में घेरने को तैयार बैठे विपक्षीय दलों को जवाब दिया जा सके। पार्टी की छवि को मजबूत करने की कोशिश केजरीवाल का पंजाब दौरा एक तरह से AAP की राष्ट्रव्यापी उपस्थिति को भी मजबूत करने का संकेत है। AAP अब सिर्फ दिल्ली की पार्टी नहीं रही, बल्कि पंजाब में भी इसका शासन है। इसके अलावा संसद में भी 3 सीटें हासिल करने के बाद AAP अब राष्ट्रीय पार्टी बन चुकी है। इस दौरे के माध्यम से AAP अपनी राष्ट्रीय पहचान को और मजबूत करने का प्रयास कर रही है। किस सीट पर कौन AAP उम्मीदवार... कांग्रेस-भाजपा पर दबाव बनाने की कोशिश दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल का यह दौरा कांग्रेस और भाजपा पर दबाव बनाने का एक रणनीतिक कदम भी है। AAP, कांग्रेस और बीजेपी से परे एक वैकल्पिक पार्टी के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है। इससे दिल्ली में कांग्रेस और भाजपा के समर्थकों में AAP को लेकर एक नई उम्मीद जगाई जा सकती है। पंजाब के उपचुनाव में AAP का प्रदर्शन सीधे तौर पर दिल्ली चुनाव में पार्टी की मजबूती और साख को प्रभावित कर सकता है। अगर पंजाब में AAP को अच्छा समर्थन मिलता है और उपचुनाव में कामयाबी मिलती है, तो यह दिल्ली के मतदाताओं के सामने एक सकारात्मक संदेश भेजेगा। ________________________________________________________________________ पंजाब में 10 हजार सरपंचों को शपथ दिलाई, केजरीवाल बोले- सरकार ग्रांट देगी, धोखाधड़ी मत करना पंजाब के लुधियाना में शुक्रवार (8 नवंबर) को 19 जिलों के 10,031 सरपंचों को शपथ दिलाई गई। आम आदमी पार्टी (AAP) के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमने कई चुनाव लड़े। एक MLA बनना आसान है, जबकि सरपंच बनना मुश्किल। पंजाब सरकार आपको ग्रांट भेजेगी। इस पैसे को जनता के लिए प्रयोग करना। इसमें धोखाधड़ी नहीं करनी। पूरी खबर पढ़ें...

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