दिल्ली में हुई सनातन धर्म संसद:संत बोले सनातनियों के लिये जल्द बने सनातन बोर्ड, देवकी नंदन महाराज ने कहा कि प्रारूप तैयार महाकुंभ के बाद करेंगे प्रस्तुत
सनातन न्यास फाउंडेशन के तत्त्वाधान में जगदगुरु शंकराचार्य की अध्यक्षता में आयोजित हुई ‘सनातन धर्म संसद’ में संत-धर्माचार्यों ने सनातनी हितों की रक्षा के लिये एक मत से ‘सनातन बोर्ड’ के गठन की आवश्यकता बतायी। धर्म संसद में वक्फ बोर्ड के असंवैधानिक अधिकार, प्रसाद मे मिलावट सहित, लव जिहाद, मुंबई चुनावों में मुस्लिम आरक्षण की माँग पर भी वक्ताओं ने अपनी बात रखी । सनातन बोर्ड में शामिल होने वाले विषयों पर पर मंथन हुआ। वहीं अगली धर्म संसद प्रयाग कुम्भ में करने की घोषणा की गयी। यह सनातन धर्म संसद मथुरा के देवकी नंदन महाराज ने दिल्ली में आयोजित की थी। कुंभ में गैर हिंदुओं को दुकान न देने पर किया समर्थन दिल्ली के यमुना खादर करतापुर चौथा पुस्ता के समीप आयोजित सनातन धर्म संसद में सनातनी संतों को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुँचे। दिल्ली के बाहर प्रदेशों से आये साधु-संतों के साथ हजारों युवाओं ने सनातनी एकता के लिये हुंकार भरी । जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज के साथ देश के प्रमुख संत-कथाकारों के मंच से दिये गये हर वक्तव्य पर जय श्रीराम और राधे-राधे के जयकारे गूंजते रहे । धर्म संसद में कुम्भ में गैर हिंदुओं की दुकान न लगाने के प्रस्ताव का समर्थन किया गया । हिंदू नहीं हो सकता हिंदुत्व से अलग शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा कि जिनके धर्म-शास्त्रों में भारत का नाम लिखा है, वही भारत के असली निवासी हैं । सनातन हितों के लिये सनातन बोर्ड समय की आवश्यकता है। यह सरकार और समय सनातनियों के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक जिले से लोगों को सनातन बोर्ड के लिये सभा कर आवाज उठानी चाहिये । उन्होंने कहा कि जो हिंदुत्व को मानता है वहीं हिंदु है । हिंदू से हिंदुत्व अलग नहीं हो सकता । युवाओं को सीखना चाहिए शस्त्र चलाना: प्रदीप मिश्रा सनातन बोर्ड पर अखाड़ा परिषद का समर्थन देते हुये जूना अखाड़ा के अध्यक्ष महंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि खाद्य पदार्थों को अपवित्र करने वाले लोगों को सनातनी कुम्भ से दूर रहना चाहिये । जब काबा में कोई हिंदु नहीं जा सकता तब हिंदू धर्मस्थलों पर भी प्रवेश निषेध होना चाहिये । शिव कथा प्रवक्ता प्रदीप मिश्रा ने धर्म और बहन-बेटियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुये युवाओं को शस्त्र चलाने की शिक्षा लेने की बात कही । मंदिरों को किया जाए सरकार के नियंत्रण से मुक्त सनातन धर्म संसद के संयोजक एवं सनातन न्यासफाउंडेशन के अध्यक्ष देवकी नंदन महाराज ने कहा कि सविंधान का अपमान करके वक्फ बोर्ड बनाया गया। या तो वक्फ बोर्ड मिटा कर रहेंगे अथवा सनातन बोर्ड बनवा कर रहेंगे। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य महाराज के संरक्षण में देश में केन्द्रीय ‘सनातन बोर्ड’ गठित किया जायेगा । इसका प्रारूप तैयार किया गया है । इसमें सनातनी मंदिरों को सरकार के नियंत्रण से मुक्त करवा कर वैदिक परम्परा अनुसार मंदिरों की व्यवस्था बनायी जायेगी । मंदिरों की संपत्ति एवं भूमि के नियमन, तथा मंदिरों की आय से गुरूकुल स्थापित किये जायेगें । सनातन बोर्ड द्वारा गौ को राष्ट्रीय माता घोषित कर उसके संवर्धन एवं गौ पालन को बढ़ावा दिया जायेगा । वहीं जरूरतमंद निर्धन सनातनियों का सहयोग और सुरक्षा प्रदान कर उन्हें धर्म परिवर्तन के साजिश से बचाया जायेगा । देवकी नंदन महाराज ने कहा कि संत समाज एवं कानूनविद्वों से सुझाव लिये जा रहे हैं । सभी के सहयोग से प्रयागराज कुम्भ में सनातन बोर्ड के प्रारूप को अंतिम रूप देकर सरकार को अग्रसरित किया जायेगा । परमार्थ निकेतन के चिदानंद मुनि ने कहा कि सनातन की लाईन में सभी शामिल हो सकते हैं। सनातन समानता और न्याय की बात करता है। वक्फ बोर्ड की दूसरों की संपत्ति हड़पने की नीति रोकने को सनातन बोर्ड बनना जरूरी है । राम मंदिर की तरह बनेगा मथुरा में श्री कृष्ण का मंदिर अयोध्या से आये राम विलास वेदांती महाराज ने कहा कि राम मंदिर की तरह मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर भी बनेगा । कहा कि सनातन बोर्ड के लिये भी आन्दोलन की जरूरत है। हैदराबाद से आये सांसद टी राजा ने मुगल सोच के लोगों से सनातन को खतरा बताते हुये उन्ही की भाषा में जवाब देने की जरूरत बतायी । वृंदावन से आये बिराग संत गोविन्दानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि अगर अभी भी सनातनियों के लिये आवाज नहीं उठायी गयी तो फिर सनातनी संस्कृति को दूषित करने वाले लोगों के हौसले और बढ़ जायेंगे । सुतीक्ष्ण दास देवाचार्य ने कहा कि खाद्य पदार्थों, फल, भोजन आदि में थूक या मूत्र मिलाकर अपवित्र करने वाले लोगों के लिये कठोर कानून बनाकर दण्डित किया जाना चाहिये । सिक्ख संत हरजीत सिंह ने कहा कि सिक्ख धर्म सनातन से ही जुड़ा हुआ है । कुछ देश विरोधी लोग सिक्ख समाज की गलत छवि बना रहे हैं । हमें सनातन की एकता में जुड़े रहना है । यह रहे मौजूद सनातन धर्म संसद में बड़ी संख्या में संत-कथाकार, महामण्डलेश्वर, महंत, आचार्य आदि शामिल हुये । गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, जैन मुनि लोकेश, महंत किशोर दास, राम दिनेश आचार्य, महंत राजू दास, संत नवल किशोर दास, महंत दीनबंधु दास महाराज, बाबा बलराम दास, मृदुल कान्त शास्त्री महाराज, संतोषानन्द महाराज, आचार्य कौशिक, वेदमूर्ति जी, हरिशंकर आनंदपुरी, जगद्गुरू रामदिनेश आचार्य, विष्णु भक्तदास, आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद महाराज, महामण्डलेश्वर पूज्य कंचन गिरि , महामण्डलेश्वर विद्यागिरि जी महाराज, साध्वी स्वाति, अभय दास बाबा बलराम दास स्वामी राम स्वरूप ब्रह्मचारी, स्वामी कृष्णा नंद महाराज, आदित्यानंद महाराज, भास्करानंद महाराज, रघुनाथ दास महाराज., प्रहलाद महाराज, भैया महाराज, रमाकान्त गोस्वामी, धर्म रक्षा संघ अध्यक्ष सौरभ गौड, सत्यमित्रानंद महाराज, पदरेणु महाराज, तीर्थ पुरोहित संघ के श्याम सुंदर गौतम, महंत धीरेन्द्र पुरी, महंत ओमप्रकाश गिरी, गायिका अंजली कुमारी, मिस वर्ल्ड टूरिज्म इशिका तनेजा आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे । सनातन न्यास फाउन्डेशन के सचिव विजय शर्मा ने सभी संतों एवं आगुन
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