दीक्षांत समारोह में स्टेज पर गिरा मेडल:आगरा यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में रही अव्यवस्थाएं, कुलाधिपति खुद चेक कर रही थीं सर्टिफिकेट

आगरा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के 90वें दीक्षांत समारोह में तमाम अव्यवस्थाएं हावी रहीं। स्टेज पर ही मेडल टूट कर गिर गया। छात्रों को गलत सर्टिफिकेट दे दिए गए। सीक्वेंस गड़बड़ाया हुआ था। स्थिति यह हो गई है कि कुलाधिपति खुद नाम देखकर सर्टिफिकेट देने लगीं। देरी से पहुंचे मेडल सूत्रों के अनुसार मेडल इंदौर में बनते हैं। सुबह 9:30-9:45 तक मेडल विश्वविद्यालय में नहीं पहुंचे थे। विश्वविद्यालय से कुछ लोगों को धौलपुर मेडल लेने के लिए भेजा गया था। इसे लेकर भी काफी बवाल मचा रहा। मेडल देरी से पहुंचे, इसलिए सीक्वेंस गड़बड़ा गया। सही नाम के आगे उसका मेडल नहीं रखा गया। जिससे कई छात्रों को गलत मेडल दिए गए। कुलपति खुद हर मेडल को देखकर कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल के हाथ में दे रही थीं। इसी दौरान एक मेडल का रिबन उलझ गया। पहले कुलपति प्रो. आशु रानी उसे सुलझाती रहीं। फिर कुलाधिपति ने उसे सुलझाने की कोशिश की। इसी बीच मेडल नीचे गिरा, जिसे छात्रा स्टेज से उठाया। नहीं बोले गए नंबर हर छात्र को एक नंबर दिया गया था, उसी के अनुसार उसे स्टेज पर पहुंचना था। लेकिन कार्यक्रम के दौरान नंबर नहीं बोले गए, जिससे छात्रों का सीक्वेंस गड़बड़ा गया। छात्रों को रोक-रोककर स्टेज पर भेजा जा रहा था। स्थिति यह आ गई थी कि स्टेज पर खड़े छात्र का नाम खुद कुलाधिपति पूछ रही थीं। उन्होंने स्टेज पर ही थोड़ी नाराजगी भी व्यक्त की। कई छात्रों को गलत नाम का सर्टिफिकेट देने के बाद कहा गया कि वो नीचे जाकर अपना सर्टिफिकेट मांग ले। कुलसचिव ने जताई नाराजगी बताया जा रहा है कि दीक्षांत समारोह के बाद एक बैठक हुई, जिसमें कुलसचिव राजेश कुमार यादव ने अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जाहिर की। इस पर कई शिक्षकों ने कहा कि 27 अक्टूबर के बाद करेंगे। बता दें कि 24 से 26 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय का नैक निरीक्षण होना है। इस बारे में कुलसचिव का कहना है कि कुछ छात्र देरी से पहुंचे थे, इस वजह से सीक्वेंस में गड़बड़ी हुई थी।

Oct 23, 2024 - 09:50
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दीक्षांत समारोह में स्टेज पर गिरा मेडल:आगरा यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में रही अव्यवस्थाएं, कुलाधिपति खुद चेक कर रही थीं सर्टिफिकेट
आगरा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के 90वें दीक्षांत समारोह में तमाम अव्यवस्थाएं हावी रहीं। स्टेज पर ही मेडल टूट कर गिर गया। छात्रों को गलत सर्टिफिकेट दे दिए गए। सीक्वेंस गड़बड़ाया हुआ था। स्थिति यह हो गई है कि कुलाधिपति खुद नाम देखकर सर्टिफिकेट देने लगीं। देरी से पहुंचे मेडल सूत्रों के अनुसार मेडल इंदौर में बनते हैं। सुबह 9:30-9:45 तक मेडल विश्वविद्यालय में नहीं पहुंचे थे। विश्वविद्यालय से कुछ लोगों को धौलपुर मेडल लेने के लिए भेजा गया था। इसे लेकर भी काफी बवाल मचा रहा। मेडल देरी से पहुंचे, इसलिए सीक्वेंस गड़बड़ा गया। सही नाम के आगे उसका मेडल नहीं रखा गया। जिससे कई छात्रों को गलत मेडल दिए गए। कुलपति खुद हर मेडल को देखकर कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल के हाथ में दे रही थीं। इसी दौरान एक मेडल का रिबन उलझ गया। पहले कुलपति प्रो. आशु रानी उसे सुलझाती रहीं। फिर कुलाधिपति ने उसे सुलझाने की कोशिश की। इसी बीच मेडल नीचे गिरा, जिसे छात्रा स्टेज से उठाया। नहीं बोले गए नंबर हर छात्र को एक नंबर दिया गया था, उसी के अनुसार उसे स्टेज पर पहुंचना था। लेकिन कार्यक्रम के दौरान नंबर नहीं बोले गए, जिससे छात्रों का सीक्वेंस गड़बड़ा गया। छात्रों को रोक-रोककर स्टेज पर भेजा जा रहा था। स्थिति यह आ गई थी कि स्टेज पर खड़े छात्र का नाम खुद कुलाधिपति पूछ रही थीं। उन्होंने स्टेज पर ही थोड़ी नाराजगी भी व्यक्त की। कई छात्रों को गलत नाम का सर्टिफिकेट देने के बाद कहा गया कि वो नीचे जाकर अपना सर्टिफिकेट मांग ले। कुलसचिव ने जताई नाराजगी बताया जा रहा है कि दीक्षांत समारोह के बाद एक बैठक हुई, जिसमें कुलसचिव राजेश कुमार यादव ने अव्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जाहिर की। इस पर कई शिक्षकों ने कहा कि 27 अक्टूबर के बाद करेंगे। बता दें कि 24 से 26 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय का नैक निरीक्षण होना है। इस बारे में कुलसचिव का कहना है कि कुछ छात्र देरी से पहुंचे थे, इस वजह से सीक्वेंस में गड़बड़ी हुई थी।

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