धनतेरस में चांदी के सिक्के ने बिखेरी चमक:बांदा में स्टील-पीतल के चमचमाते बर्तन भी बने ग्राहकों की पसंद

धनतेरस के मौके पर बांदा के बाजारों में जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। शहर के चौक बाजार से लेकर सर्राफा बाजार और बर्तन दुकानों तक, हर जगह खरीदारों की भीड़ उमड़ी रही। खासतौर पर ज्वेलरी शॉप्स पर लोगों ने जमकर सोने-चांदी के आभूषण खरीदे। गोदीलाल ज्वेलर्स के मालिक ने बताया कि इस बार अच्छी बिक्री हुई है, भले ही चांदी और सोने के दाम बढ़े हुए थे। पुराने चांदी के सिक्कों की मांग, लक्ष्मी-गणेश वाले सिक्कों का ट्रेंड धनतेरस पर पुराने चांदी के सिक्कों की भी खूब डिमांड रही। लोग जॉर्ज किंग और रानी विक्टोरिया के सिक्कों को खरीदने के लिए विशेष रूप से खोजते नजर आए, जो ऊंची कीमत पर बिके। वहीं, जो लोग ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते थे, उन्होंने लक्ष्मी-गणेश अंकित नए सिक्के खरीदे। एक तोले के इन सिक्कों की बिक्री में भीड़ नजर आई। स्टील और पीतल के बर्तन बने खरीदारों की पहली पसंद बर्तन बाजार में भी रौनक छाई रही। चमचमाते स्टील और पीतल के बर्तनों ने ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित किया। तीन दर्जन से अधिक दुकानों पर सजी स्टील की थालियां, गिलास और बर्तनों के सेट खरीदारों के बीच काफी लोकप्रिय रहे। हालांकि स्टील के दाम पिछले साल की तुलना में 20% बढ़े हुए थे, फिर भी लोगों ने जमकर खरीदारी की। ग्रामीणों ने पीतल के बर्तनों को दी प्राथमिकता, कांसे की मांग में कमी ग्रामीण इलाकों के लोग खासतौर पर पीतल के परात और कलश को खरीदते दिखे, जबकि कांसे और फूल के बर्तनों की डिमांड कम रही। बर्तनों की दुकानों पर भीड़ देखते ही बन रही थी, जहां लोग अपनी जरूरत के अनुसार बर्तन खरीदते नजर आए। महंगाई का असर, ग्राहकों ने सीमित खरीदारी से पूरी की रस्म त्योहारी बाजार में इस बार महंगाई का असर भी साफ नजर आया। पहले जहां लोग खुले हाथ से खरीदारी करते थे, इस बार ग्राहकों ने कम खर्च कर त्योहार की रस्मअदायगी की। ग्राहकों के मन में ज्यादा टैक्स लगने की आशंका भी बनी रही, जिसने उनकी खरीदारी पर असर डाला। बावजूद इसके, धनतेरस पर बाजारों में खरीदारी का जोश कम नहीं हुआ।

Oct 30, 2024 - 08:20
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धनतेरस में चांदी के सिक्के ने बिखेरी चमक:बांदा में स्टील-पीतल के चमचमाते बर्तन भी बने ग्राहकों की पसंद
धनतेरस के मौके पर बांदा के बाजारों में जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। शहर के चौक बाजार से लेकर सर्राफा बाजार और बर्तन दुकानों तक, हर जगह खरीदारों की भीड़ उमड़ी रही। खासतौर पर ज्वेलरी शॉप्स पर लोगों ने जमकर सोने-चांदी के आभूषण खरीदे। गोदीलाल ज्वेलर्स के मालिक ने बताया कि इस बार अच्छी बिक्री हुई है, भले ही चांदी और सोने के दाम बढ़े हुए थे। पुराने चांदी के सिक्कों की मांग, लक्ष्मी-गणेश वाले सिक्कों का ट्रेंड धनतेरस पर पुराने चांदी के सिक्कों की भी खूब डिमांड रही। लोग जॉर्ज किंग और रानी विक्टोरिया के सिक्कों को खरीदने के लिए विशेष रूप से खोजते नजर आए, जो ऊंची कीमत पर बिके। वहीं, जो लोग ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते थे, उन्होंने लक्ष्मी-गणेश अंकित नए सिक्के खरीदे। एक तोले के इन सिक्कों की बिक्री में भीड़ नजर आई। स्टील और पीतल के बर्तन बने खरीदारों की पहली पसंद बर्तन बाजार में भी रौनक छाई रही। चमचमाते स्टील और पीतल के बर्तनों ने ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित किया। तीन दर्जन से अधिक दुकानों पर सजी स्टील की थालियां, गिलास और बर्तनों के सेट खरीदारों के बीच काफी लोकप्रिय रहे। हालांकि स्टील के दाम पिछले साल की तुलना में 20% बढ़े हुए थे, फिर भी लोगों ने जमकर खरीदारी की। ग्रामीणों ने पीतल के बर्तनों को दी प्राथमिकता, कांसे की मांग में कमी ग्रामीण इलाकों के लोग खासतौर पर पीतल के परात और कलश को खरीदते दिखे, जबकि कांसे और फूल के बर्तनों की डिमांड कम रही। बर्तनों की दुकानों पर भीड़ देखते ही बन रही थी, जहां लोग अपनी जरूरत के अनुसार बर्तन खरीदते नजर आए। महंगाई का असर, ग्राहकों ने सीमित खरीदारी से पूरी की रस्म त्योहारी बाजार में इस बार महंगाई का असर भी साफ नजर आया। पहले जहां लोग खुले हाथ से खरीदारी करते थे, इस बार ग्राहकों ने कम खर्च कर त्योहार की रस्मअदायगी की। ग्राहकों के मन में ज्यादा टैक्स लगने की आशंका भी बनी रही, जिसने उनकी खरीदारी पर असर डाला। बावजूद इसके, धनतेरस पर बाजारों में खरीदारी का जोश कम नहीं हुआ।

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