नया गोरखपुर बसाने पर काम शुरू:6 हजार एकड़ में होगा नया शहर, हाईटेक सुविधाओं से होगा लैस
गोरखपुर जल्द ही एक नए और सुनियोजित शहर के रूप में अपनी पहचान बनाने की ओर अग्रसर है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) ने 6000 एकड़ भूमि में “नया गोरखपुर” बसाने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम शुरू कर दिया है। आधुनिक सुविधाओं और सुव्यवस्थित ढांचे से लैस यह शहर गोरखपुर के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। ड्रोन सर्वे से तय होगी योजना की रूपरेखा GDA ने नए गोरखपुर के लिए जोनल प्लान तैयार करने का जिम्मा एक विशेषज्ञ फर्म को सौंपा है। यह फर्म ड्रोन सर्वे की मदद से आवासीय, व्यवसायिक, शैक्षणिक और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जमीन चिन्हित कर रही है। साथ ही हाईवे सुविधा क्षेत्र और अन्य आवश्यक ढांचागत सुविधाओं के लिए भी अलग-अलग जोन तैयार किए जा रहे हैं। यह प्लान एक महीने के भीतर तैयार होकर शासन को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा। पहले चरण में चार गांवों पर फोकस पहले चरण में मानीराम, बालापार, रहमतनगर और मेंहदीपुर गांवों की जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अब तक 150 एकड़ से अधिक भूमि पर कब्जा लिया जा चुका है। इन चार गांवों में कुल 600 एकड़ भूमि अधिग्रहण की योजना है। खास बात यह है कि किसान स्वेच्छा से अपनी जमीन दे रहे हैं, जिससे प्रक्रिया तेज गति से आगे बढ़ रही है। सुविधाओं से भरपूर मॉडल टाउनशिप जोनल प्लान में हर आधुनिक सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। • आवासीय क्षेत्र: सुनियोजित और हरे-भरे इलाके। • व्यवसायिक हब: व्यापार और उद्योग के लिए विशेष क्षेत्र। • शैक्षणिक संस्थान: आधुनिक स्कूल और कॉलेज। • स्वास्थ्य सुविधाएं: अत्याधुनिक अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र। इसके अलावा सड़क, पार्क और सार्वजनिक सुविधाओं का भी व्यापक ध्यान रखा जा रहा है। गोरखपुर के विकास में बड़ा कदम GDA के उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने बताया कि नए गोरखपुर का सपना अब साकार हो रहा है। पहले चरण में चार गांवों की जमीन अधिग्रहण के बाद, इस क्षेत्र का सुनियोजित विकास किया जाएगा। ड्रोन सर्वे के माध्यम से जोनल प्लान तैयार हो रहा है, जो एक माह में शासन को सौंप दिया जाएगा।
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