नसीम सोलंकी बोलीं- बुलाया तो फिर मंदिर जाऊंगी:कानपुर के मंदिरों का जीर्णोंद्धार कराऊंगी; 23 नवंबर को रिजल्ट आने दीजिए, भाजपा को पता चलेगा
कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी के वनखंडेश्वर मंदिर में पूजा करने के बाद विवाद खड़ा हो गया। मौलाना ने नसीम के खिलाफ फतवा जारी कर दिया, तो पुजारी ने मंदिर का शुद्धिकरण कराया। नसीम ने मंदिर में पूजा करने को लेकर दैनिक भास्कर से खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि मैं हर समाज की इज्जत करती हूं। अगर दोबारा बुलाएंगे, तो मैं वहां जरूर जाऊंगी। ससुर और पति की तरह क्षेत्र के मंदिरों का जीर्णोद्धार भी कराऊंगी। पढ़िए नसीम सोलंकी से हुई बातचीत... सवाल- आप मंदिर दर्शन करने क्यों गईं?
जवाब- हम वहां से गुजर रहे थे। कार्यकर्ताओं ने कहा कि मंदिर में दीया जलाकर सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दे दीजिए। हम चले गए थे। बाकी ऐसी कोई बात नहीं है। सवाल- मंदिर में दर्शन को लेकर फतवा जारी कर दिया गया?
जवाब- फतवा जारी करना सही तो नहीं है। मुझसे मंदिर में जो करने को कहा गया, वो मैंने कर दिया। भले ही मेरी आस्था न हो, लेकिन मेरे साथ जो चल रहे हैं, उनकी तो आस्था है। इसलिए मैंने ऐसा किया। बाकी किसी को ठेस पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था। सवाल- विरोधी पार्टियां इसे पॉलिटिकल स्टंट बता रही हैं। कह रही हैं, हिंदू वोट बैंक साधने मंदिर गईं?
जवाब- नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं है। सीसामऊ एक पूरा परिवार है। जनता सब जानती है। एक धर्म के वोट से नहीं जीत सकते। जब सभी धर्मों का वोट मिलता है, तभी जीतते हैं। ऐसा तो 1 परसेंट भी नहीं है। ऐसा मेरे जेहन में भी नहीं था। सवाल- इरफान सोलंकी ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया, आप जीतीं तो क्या ऐसा कराएंगी?
जवाब- अगर मंदिरों के जीर्णोद्धार की बात आएगी तो हम बिल्कुल कराएंगे। मेरे ससुर हाजी मुश्ताक सोलंकी और पति इरफान सोलंकी ने भी ये काम किए थे। उनके ही पदचिह्नों पर चल कर हम ऐसी राजनीति कर रहे हैं। हम चर्च भी गए हैं। वहां भी इरफान ने खूब कार्य कराए हैं। हर धर्म के लिए काम करेंगे। सवाल- यूपी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना कह रहे कि सपा के लोग फुस्स ट्रांसफॉर्मर हैं?
जवाब- हमारी तो लाइट जल रही है। एसी भी चल रहा है और पंखा भी चल रहा है। ऐसी तो कोई दिक्कत नहीं है। बाकी हमें किसी को कुछ नहीं बोलना है। हम जहां पर भी हैं, बहुत सही जगह हैं। सवाल- डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने कहा कि कुछ लोग रो-रोकर वोट मांग रहे? सपा के डीएनए में अपराध है।
जवाब- वो बहुत कुछ बोलते हैं। उनकी हर बात का जवाब देना ठीक नहीं। हर चीज का जवाब समय देगा। सवाल- डिप्टी सीएम कह रहे कि नसीम पहले कभी मंदिर नहीं गईं। आज मंदिर जाकर जल चढ़ा रही हैं?
जवाब- मैंने इससे पहले कभी चुनाव भी नहीं लड़ा था। मैं पहली बार चुनाव भी लड़ रही हूं। इससे पहले कभी तकलीफ भी नहीं उठाई थी। पहली बार विधायक जी (इरफान) जेल गए हैं। ये सब हमारे साथ पहली बार ही हुआ है। मैं इसे पॉलिटिकल तरीके से बिल्कुल नहीं देख रही। मैं हर समाज की इज्जत करती हूं। जो मुझे बुलाएगा, मुझे वहां जाने में कोई ऐतराज नहीं। सवाल- चुनाव प्रचार के दौरान इरफान ने फोन पर कोई टिप्स दी?
जवाब- हमारी फोन पर 5 मिनट ही बात हो पाती है। बस यही कहते हैं कि हिम्मत रखो। 3 हफ्ते हो गए हैं, मैं इनसे जेल में मिली भी नहीं हूं। खुलकर बात भी नहीं हो पा रही। उन्हें तो जानकारी भी नहीं मिल पा रही कि चुनाव में क्या हो रहा है? जो उन्होंने पहले चुनाव प्रचार के लिए गाइड किया था, वैसा ही हम काम कर रहे हैं। सवाल- भाजपा रामपुर मॉडल की तरह सीसामऊ सीट जीतने का दावा कर रही है?
जवाब- ये तो हर पार्टी कहती है कि हम जीतेंगे। 23 नवंबर को रिजल्ट आने पर ही पता चलेगा कि सीसामऊ के परिवार ने या यहां की जनता ने किसे आगे किया है। सवाल- इरफान हमेशा कहते थे कि हिंदू हमारा बोनस वोटर है?
जवाब- सिख, क्रिश्चियन और हिंदू-मुस्लिम सभी वोट मिलता है। हमको हर वर्ग के वोट से मिलता है, तभी जीत मिलती आ रही है। सवाल- मुस्लिमों में कुछ लोगों में आपके प्रति नाराजगी है। कह रहे हैं, विकास नहीं किया?
जवाब- ऐसा कुछ नहीं है। हम क्षेत्र में देख रहे हैं कि नालियां खुदवा कर छोड़ दी हैं। लोग कह रहे हैं कि अब काम नहीं कराएंगे। कई हाते ऐसे हैं, जो काम नहीं करा रहे हैं। लेकिन सभी की नाराजगी दूर करेंगे। सवाल- सपा के साथ कांग्रेस भी आई है, लगता है वोट बैंक में इजाफा होगा?
जवाब- कांग्रेस के आने से और मजबूती मिलेगी। लोकसभा चुनाव में सीसामऊ सीट ने भाजपा का हराया था। इस बार फिर से सीसामऊ सीट जीतेंगे और ज्यादा वोट मिलेंगे। सीसामऊ विधानसभा में है वनखंडेश्वर मंदिर
महराजगंज जेल में बंद इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी सीसामऊ सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इरफान इस सीट से 4 बार के विधायक रहे हैं। इरफान के जेल में होने की वजह से सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनकी पत्नी नसीम सोलंकी को मैदान में उतारा है। इसके बाद से नसीम लगातार मुस्लिम कम्युनिटी में एक्टिव हैं। दिवाली पर नसीम सोलंकी केपी रोड स्थित वनखंडेश्वर मंदिर पहुंची थीं। यह सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में ही आता है। जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें वह दीये जलाती हुई दिख रही हैं। शिवलिंग पर जल भी चढ़ा रही हैं। इस दौरान उनके साथ कुछ लोग भी मौजूद हैं। इस मंदिर का रेनोवेशन उनके पति इरफान सोलंकी ने ही करवाया था। विधायक निधि से करीब 50 लाख रुपए खर्च किए थे। यही मंदिर 2022 विधानसभा चुनाव में इरफान की जीत का आधार भी बना था। 2022 विधानसभा चुनाव की बात
2022 के चुनाव में सपा से इरफान सोलंकी और भाजपा से सलिल विश्नोई चुनावी मैदान में थे। वोटिंग के बाद पहले राउंड की मतगणना शुरू हुई, तो सपा को मंदिर क्षेत्र से 5467 मिले। जबकि भाजपा को 2462 वोट मिले थे। यहां से ही सपा को करीब 3 हजार की बढ़त मिल गई। यह बढ़ती ही चली गई। 10वें राउंड में सपा-भाजपा के बीच वोटों का अंतर 32,082 पहुंच गया था। आखिर में इरफान ने सलिल विश्नोई को 12,266 से हराकर तीसरी बार सीसामऊ सीट जीत ली थी। --------------------- यह खबर भी पढ़ें.. चंद्रशेखर ने नसीम सोलंकी का समर्थन किया, कानपुर में बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले- हरिजन बो
कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी के वनखंडेश्वर मंदिर में पूजा करने के बाद विवाद खड़ा हो गया। मौलाना ने नसीम के खिलाफ फतवा जारी कर दिया, तो पुजारी ने मंदिर का शुद्धिकरण कराया। नसीम ने मंदिर में पूजा करने को लेकर दैनिक भास्कर से खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि मैं हर समाज की इज्जत करती हूं। अगर दोबारा बुलाएंगे, तो मैं वहां जरूर जाऊंगी। ससुर और पति की तरह क्षेत्र के मंदिरों का जीर्णोद्धार भी कराऊंगी। पढ़िए नसीम सोलंकी से हुई बातचीत... सवाल- आप मंदिर दर्शन करने क्यों गईं?
जवाब- हम वहां से गुजर रहे थे। कार्यकर्ताओं ने कहा कि मंदिर में दीया जलाकर सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दे दीजिए। हम चले गए थे। बाकी ऐसी कोई बात नहीं है। सवाल- मंदिर में दर्शन को लेकर फतवा जारी कर दिया गया?
जवाब- फतवा जारी करना सही तो नहीं है। मुझसे मंदिर में जो करने को कहा गया, वो मैंने कर दिया। भले ही मेरी आस्था न हो, लेकिन मेरे साथ जो चल रहे हैं, उनकी तो आस्था है। इसलिए मैंने ऐसा किया। बाकी किसी को ठेस पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था। सवाल- विरोधी पार्टियां इसे पॉलिटिकल स्टंट बता रही हैं। कह रही हैं, हिंदू वोट बैंक साधने मंदिर गईं?
जवाब- नहीं, ऐसा कुछ भी नहीं है। सीसामऊ एक पूरा परिवार है। जनता सब जानती है। एक धर्म के वोट से नहीं जीत सकते। जब सभी धर्मों का वोट मिलता है, तभी जीतते हैं। ऐसा तो 1 परसेंट भी नहीं है। ऐसा मेरे जेहन में भी नहीं था। सवाल- इरफान सोलंकी ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया, आप जीतीं तो क्या ऐसा कराएंगी?
जवाब- अगर मंदिरों के जीर्णोद्धार की बात आएगी तो हम बिल्कुल कराएंगे। मेरे ससुर हाजी मुश्ताक सोलंकी और पति इरफान सोलंकी ने भी ये काम किए थे। उनके ही पदचिह्नों पर चल कर हम ऐसी राजनीति कर रहे हैं। हम चर्च भी गए हैं। वहां भी इरफान ने खूब कार्य कराए हैं। हर धर्म के लिए काम करेंगे। सवाल- यूपी सरकार के मंत्री सुरेश खन्ना कह रहे कि सपा के लोग फुस्स ट्रांसफॉर्मर हैं?
जवाब- हमारी तो लाइट जल रही है। एसी भी चल रहा है और पंखा भी चल रहा है। ऐसी तो कोई दिक्कत नहीं है। बाकी हमें किसी को कुछ नहीं बोलना है। हम जहां पर भी हैं, बहुत सही जगह हैं। सवाल- डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने कहा कि कुछ लोग रो-रोकर वोट मांग रहे? सपा के डीएनए में अपराध है।
जवाब- वो बहुत कुछ बोलते हैं। उनकी हर बात का जवाब देना ठीक नहीं। हर चीज का जवाब समय देगा। सवाल- डिप्टी सीएम कह रहे कि नसीम पहले कभी मंदिर नहीं गईं। आज मंदिर जाकर जल चढ़ा रही हैं?
जवाब- मैंने इससे पहले कभी चुनाव भी नहीं लड़ा था। मैं पहली बार चुनाव भी लड़ रही हूं। इससे पहले कभी तकलीफ भी नहीं उठाई थी। पहली बार विधायक जी (इरफान) जेल गए हैं। ये सब हमारे साथ पहली बार ही हुआ है। मैं इसे पॉलिटिकल तरीके से बिल्कुल नहीं देख रही। मैं हर समाज की इज्जत करती हूं। जो मुझे बुलाएगा, मुझे वहां जाने में कोई ऐतराज नहीं। सवाल- चुनाव प्रचार के दौरान इरफान ने फोन पर कोई टिप्स दी?
जवाब- हमारी फोन पर 5 मिनट ही बात हो पाती है। बस यही कहते हैं कि हिम्मत रखो। 3 हफ्ते हो गए हैं, मैं इनसे जेल में मिली भी नहीं हूं। खुलकर बात भी नहीं हो पा रही। उन्हें तो जानकारी भी नहीं मिल पा रही कि चुनाव में क्या हो रहा है? जो उन्होंने पहले चुनाव प्रचार के लिए गाइड किया था, वैसा ही हम काम कर रहे हैं। सवाल- भाजपा रामपुर मॉडल की तरह सीसामऊ सीट जीतने का दावा कर रही है?
जवाब- ये तो हर पार्टी कहती है कि हम जीतेंगे। 23 नवंबर को रिजल्ट आने पर ही पता चलेगा कि सीसामऊ के परिवार ने या यहां की जनता ने किसे आगे किया है। सवाल- इरफान हमेशा कहते थे कि हिंदू हमारा बोनस वोटर है?
जवाब- सिख, क्रिश्चियन और हिंदू-मुस्लिम सभी वोट मिलता है। हमको हर वर्ग के वोट से मिलता है, तभी जीत मिलती आ रही है। सवाल- मुस्लिमों में कुछ लोगों में आपके प्रति नाराजगी है। कह रहे हैं, विकास नहीं किया?
जवाब- ऐसा कुछ नहीं है। हम क्षेत्र में देख रहे हैं कि नालियां खुदवा कर छोड़ दी हैं। लोग कह रहे हैं कि अब काम नहीं कराएंगे। कई हाते ऐसे हैं, जो काम नहीं करा रहे हैं। लेकिन सभी की नाराजगी दूर करेंगे। सवाल- सपा के साथ कांग्रेस भी आई है, लगता है वोट बैंक में इजाफा होगा?
जवाब- कांग्रेस के आने से और मजबूती मिलेगी। लोकसभा चुनाव में सीसामऊ सीट ने भाजपा का हराया था। इस बार फिर से सीसामऊ सीट जीतेंगे और ज्यादा वोट मिलेंगे। सीसामऊ विधानसभा में है वनखंडेश्वर मंदिर
महराजगंज जेल में बंद इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी सीसामऊ सीट से चुनाव लड़ रही हैं। इरफान इस सीट से 4 बार के विधायक रहे हैं। इरफान के जेल में होने की वजह से सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनकी पत्नी नसीम सोलंकी को मैदान में उतारा है। इसके बाद से नसीम लगातार मुस्लिम कम्युनिटी में एक्टिव हैं। दिवाली पर नसीम सोलंकी केपी रोड स्थित वनखंडेश्वर मंदिर पहुंची थीं। यह सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में ही आता है। जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें वह दीये जलाती हुई दिख रही हैं। शिवलिंग पर जल भी चढ़ा रही हैं। इस दौरान उनके साथ कुछ लोग भी मौजूद हैं। इस मंदिर का रेनोवेशन उनके पति इरफान सोलंकी ने ही करवाया था। विधायक निधि से करीब 50 लाख रुपए खर्च किए थे। यही मंदिर 2022 विधानसभा चुनाव में इरफान की जीत का आधार भी बना था। 2022 विधानसभा चुनाव की बात
2022 के चुनाव में सपा से इरफान सोलंकी और भाजपा से सलिल विश्नोई चुनावी मैदान में थे। वोटिंग के बाद पहले राउंड की मतगणना शुरू हुई, तो सपा को मंदिर क्षेत्र से 5467 मिले। जबकि भाजपा को 2462 वोट मिले थे। यहां से ही सपा को करीब 3 हजार की बढ़त मिल गई। यह बढ़ती ही चली गई। 10वें राउंड में सपा-भाजपा के बीच वोटों का अंतर 32,082 पहुंच गया था। आखिर में इरफान ने सलिल विश्नोई को 12,266 से हराकर तीसरी बार सीसामऊ सीट जीत ली थी। --------------------- यह खबर भी पढ़ें.. चंद्रशेखर ने नसीम सोलंकी का समर्थन किया, कानपुर में बंटेंगे तो कटेंगे पर बोले- हरिजन बोलकर सीएम ही बांट रहे आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर रविवार को कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचे। चंद्रशेखर ने कहा- हमारा नारा 'पढ़ेंगे तो आगे बढ़ेंगे, साथ-साथ चलेंगे' है। सीएम योगी के बंटेंगे तो कटेंगे के नारे पर कहा- सीएम मंच पर खड़े होकर हरिजन और गैर हरिजन की बात करते हैं, वो बताएं कि बांटा किसने है? चंद्रशेखर ने नसीम सोलंकी का समर्थन करते हुए कहा- मेरी कुछ राजनीतिक मजबूरियां हैं,लेकिन यह जनता को तय करना है कि जब किसी पर जुर्म हो रहा है, तो उसकी मदद करनी है या अकेला छोड़ देना है। यहां पढ़ें पूरी खबर