नसीम ही नहीं...इकरा-नुसरत भी मंदिर में लगाई चुकी हैं हाजिरी:अफजाल ने भगवान शिव को चढ़ाया घंटा; इमरान मसूद की चुनरी ओढ़े आई थी तस्वीर
सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी का मंदिर जाने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद सियासत तेज हाे गई। कोई इसे चुनावी स्टंट बता रहा है, तो कोई इसे शरीयत के खिलाफ बताकर फतवा जारी कर रहा है। मुस्लिम नेताओं का मंदिर जाने को लेकर होने वाली सियासत नई नहीं है। इससे पहले भी कई नेता अलग-अलग मंदिरों की चौखट पर न सिर्फ माथा टेक चुके हैं, बल्कि मंदिरों में होने वाली आरती और पूजा में भी हिस्सा ले चुके हैं। चुनाव जीतने के बाद सपा सांसद अफजाल अंसारी और इकरा हसन मंदिर पहुंचे थे। अफजाल ने तो मंदिर में घंटा भी चढ़ाया था। वहीं, लोकसभा चुनाव के वक्त अफजाल की बेटी नुसरत मंदिर गई थीं। चुनावी प्रचार के दौरान कांग्रेस सांसद इमरान मसूद भी मंदिर पहुंचे थे। इनकी चुनरी ओढ़े हुए तस्वीर सामने आई थी। हालांकि, किसी भी नेता के खिलाफ कोई फतवा नहीं जारी किया था। 1. अफजाल अंसारी ने मंदिर में घंटा चढ़ाया मौका था श्रावण मास के अंतिम सोमवार से ठीक पहले का। तारीख थी- 18 अगस्त। गाजीपुर से सपा के सांसद क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में पहुंचे। वहां उन्होंने दर्शन-पूजन किया। मंदिर में आने वालों भक्तों से मिले। करंडा क्षेत्र के परमेठ स्थित नवल नाथ बाबा के मंदिर में पहुंचे। यहां उन्होंने घंटा भी चढ़ाया। इस दौरान उन्होंने शिवलिंग की पूजा की। अफजाल अंसारी किसी एक मंदिर में नहीं गए, बल्कि मौनी बाबा धाम, गंगा बाबा आश्रम स्थित मंदिरों में भी गए और वहां पूजा-अर्चना की। सियासी गलियारों में किसी ने नफरत की राजनीति की काट बताया, तो किसी ने इसे स्टंट करार दिया था। 2. खुद को राम भक्त बताते हैं इमरान मसूद इमरान मसूद कांग्रेस, सपा और बसपा होते हुए फिर कांग्रेस में हैं। मौजूदा समय में सहारनपुर से सांसद हैं। इमरान मसूद खुद को राम भक्त बताते हैं। कहते हैं कि राम उनके भी हैं। मंदिरों में जाने और दर्शन पूजन से वह परहेज नहीं करते, बल्कि कोई भी मौका गंवाना नहीं चाहते। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान इमरान मसूद ने कहा था कि राम आस्था के प्रतीक हैं। भगवान को लाने वाला कोई नहीं, भगवान सभी को लाते हैं। चुनाव के वक्त इमरान देवबंद के सुंदरी देवी मंदिर में पूजा की थी। इसका बजरंग दल ने विरोध जताया था। मंदिर के बाहर पोस्टर लगवा दिए थे। इसमें लिखा था- मंदिर में गैर हिंदू का प्रवेश वर्जित है। 3. सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल हुईं इकरा हसन लोकसभा चुनाव में सपा ने शामली से इकरा हसन को प्रत्याशी बनाया। इसके बाद चुनाव प्रचार करने उतरीं इकरा ने पहली स्पीच में ही शामली से वैष्णो देवी तक के लिए ट्रेन चलाए मांग की थी। चुनाव जीतने के बाद लोकसभा में भी यह मुद्दा उठाया। यही नहीं, रविदास मंदिर दर्शन करने पहुंची गईं। इसके बाद सोशल मीडिया पर ट्रोलर उनके पीछे पड़ गए थे। उन्हें धमकियां मिलने लगी थीं और लोग उल्टे सीधे कमेंट करने लगे थे। 4. पति की सीट पर नसीम, पिता की सीट पर नुसरत लोकसभा चुनाव में अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत पिता के लिए अपने प्रचार कर रही थीं। इस दौरान गाजीपुर के मंदिरों में गईं। तब उनकी एक फोटो तेजी के साथ वायरल हुई, जिसमें नुसरत शिवलिंग की पूजा करते हुए दिखाई दीं
What's Your Reaction?