पांवटा साहिब में गुरु नानक देव जी का प्रकटोत्सव शुरू:सुबह से ही गुरुद्वारा साहिब में पहुंचने लगी संगते, 3 दिन तक चलेगा
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के तीन राज्यों की सीमा पर स्थित हिमाचल के सबसे बड़े और ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री पांवटा साहिब में आज सुबह से अखंड पाठ के साथ ही गुरु नानक देव जी का 555 वां प्रकटोत्सव शुरू हो गया हैं। इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु पांवटा साहिब में पहुंचे और माथा टेक कर गुरु का आशीर्वाद लिया। गुरु पर्व पांवटा साहिब में तीन दिनों तक धूमधाम से मनाया जाएगा। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने पहले गुरु नानक देव जी के 555 वें प्रकटोत्सव के लिए पांवटा साहिब में तैयारियां पूरी कर ली है। इस मौके पर पांवटा साहिब में गुरुद्वारा साहिब व नगर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। गुरुद्वारा के उप प्रधान जत्थेदार जोगा सिंह, प्रबंधक सरदार जागीर सिंह, महासचिव हरप्रीत सिंह रतन, सरदार हरभजन सिंह और गुरमीत सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकटोत्सव के मौके पर आज से गुरुद्वारा साहिब में कार्यक्रम आरंभ हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस आयोजन के लिए बड़ी संख्या मे संगत पांवटा साहिब पंहुचेगी। जो गुरुद्वारा साहिब समेत गुरुद्वारा श्री कपाल मोचन यमुनानगर में माथा टेककर सुख समृद्धि की कामना करेगी। उनके ठहराव व लंगर की गुरुद्वारे मे विशेष व्यवस्था की गई है। शहर में विशेष नगर कीर्तन निकलेगा, जिसमें स्कूली बच्चे सहित व गतका पार्टी अपने करतब दिखाते नजर आएंगे। इस नगर कीर्तन में सुन्दर पालकी में गुरुग्रंथ साहिब जी को सजाकर रखा जाएगा। यह नगर कीर्तन बद्रीपुर तक चलेगा और वहां से वापिस गुरुद्वारा साहिब पंहुचेगा। 15 नवम्बर को प्रमुख कार्यक्रम रहेगा। गुरुदेव का प्रकटोत्सव भी इसी तारीख का है। इस दिन निशान साहब झुलाए जाएंगे। अमृत संचार होगा। सारा दिन विशेष दीवान सजेगा, जिसमें स्कूलों के बच्चे, बाहर से आए हुए रागी व ढाढी जत्थे व स्थानीय रागी कीर्तन द्वारा संतो को निहाल करेंगे। रात 9 बजे से कवि दरबार सजेगा, जिसमें दूर से आए कवि गुरु नानक देव जी के जीवन से संबंधित रचनाओं को प्रस्तुत करेंगे।
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