पीलीभीत में भाकियू ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन:डीएम के नहीं मिलने पर शाम तक बैठे रहे, सिटी मजिस्ट्रेट को दिया ज्ञापन
पीलीभीत में भारतीय किसान यूनियन चढूनी के कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर जिला मुख्यालय पर सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने से पहले तमाम किसान नेता डीएम से मुलाकात करने की बात कह कर कलेक्ट्रेट में ही धरना देते रहे। दरअसल, प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर भारतीय किसान यूनियन चढूनी के कार्यकर्ता किसान नेताओं के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचे। किसान नेताओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपने की बात रखी, लेकिन जिलाधिकारी फील्ड में जा चुके थे। ऐसे में किसान नेता डीएम के ना आने तक कलेक्ट्रेट में ही बैठे रहने की बात कहकर धरने पर बैठ गए। किसान नेताओं से वार्ता करने पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट ने बमुश्किल किसान नेताओं को समझाया। जिसके बाद किसान नेताओं ने जिलाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया। ज्ञापन में यह रही प्रमुख मांग किसान नेताओं ने डीएम के नाम संबोधित ज्ञापन में जिले में खाद की समस्या से जूझ रहे किसानों का मुद्दा उठाया और खाद की किल्लत को दूर किए जाने की बात कही। इसके साथ ही किसान नेताओं ने राइस मिल मालिकों द्वारा सीडी के नाम पर किसानों का शोषण करने का मुद्दा भी उठाया और समस्या से निजात दिलाने की मांग की। किसान नेताओं ने कहा- बाढ़ में टूटे हुए तमाम रास्ते भी पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा तुरंत ठीक किया जाए। भारतीय किसान यूनियन चढूनी के कार्यकर्ताओं ने मांग उठाई की पूरनपुर से मौज़ा होते हुए जंगल पर जाने वाले रास्ते को ठीक कराया जाए। इसके साथ ही किसानों ने क्रॉप कटिंग के आधार पर सरकारी क्रय केंद्रों पर धान खरीद की सीमा 50 कुंतल प्रति हेक्टेयर करने की मांग रखी। किसान नेताओं ने बीज प्रमाणीकरण संस्थाओं की लापरवाही का हवाला देते हुए किसानों की समस्या उठाई। सीड प्लांट का निरीक्षण किया जाए उन्होंने कहा- धान की फसल में बाली ना आने के कारण तमाम किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सीड प्लांट का समय-समय पर निरीक्षण किया जाए और सीड की पैकेजिंग मानक के अनुरूप की जाए। जिससे उसकी गुणवत्ता भी सुरक्षित हो।
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