प्रतापगढ़ पहुंचे मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव:कहा- उप्र की धरती से उज्जैन का गहरा रिश्ता, पूर्व मंत्री के घर श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुए

प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र के कर्माही गांव में श्रीमद्भागवत कथा में शनिवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिरकत की। यह कथा पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह के आवास पर आयोजित की जा रही है। गांव में सीएम का भव्य स्वागत हुआ। ग्रामीणों और आयोजकों ने पूरे उत्साह से उनका स्वागत किया, जिसके बाद सीएम यादव ने कथा व्यास जगद्गुरु स्वामी राघवाचार्य से आशीर्वाद लिया। कथा मंच से सीएम यादव ने उज्जैन और उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश की धरती से उज्जैन का गहरा नाता है। यहां जनवरी में महाकुंभ का भव्य आयोजन होगा, जबकि हमारे उज्जैन में तीन साल बाद सिंहस्थ महापर्व का आयोजन होने जा रहा है।" इसके साथ ही, उन्होंने उज्जैन में स्थायी धर्म नगरी स्थापित करने की योजना की भी जानकारी दी, जिसमें सभी संत-महंत और शंकराचार्य स्थायी रूप से विराजमान रह सकेंगे। कथा के दौरान सीएम यादव ने श्रीमद्भागवत कथा की महत्ता पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "कथा सुनना और इसका रसपान करना सौभाग्य की बात है। धार्मिक आयोजन समाज में शांति और समृद्धि का प्रतीक होते हैं और इनमें भागीदारी से आत्मिक शांति की प्राप्ति होती है।" इस धार्मिक आयोजन में सीएम की उपस्थिति से ग्रामीणों में भी उत्साह का माहौल देखा गया, और उन्होंने इसे अपने लिए गौरव का क्षण बताया। देखें फोटो...

Nov 8, 2024 - 20:00
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प्रतापगढ़ पहुंचे मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव:कहा- उप्र की धरती से उज्जैन का गहरा रिश्ता, पूर्व मंत्री के घर श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुए
प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र के कर्माही गांव में श्रीमद्भागवत कथा में शनिवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिरकत की। यह कथा पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह के आवास पर आयोजित की जा रही है। गांव में सीएम का भव्य स्वागत हुआ। ग्रामीणों और आयोजकों ने पूरे उत्साह से उनका स्वागत किया, जिसके बाद सीएम यादव ने कथा व्यास जगद्गुरु स्वामी राघवाचार्य से आशीर्वाद लिया। कथा मंच से सीएम यादव ने उज्जैन और उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश की धरती से उज्जैन का गहरा नाता है। यहां जनवरी में महाकुंभ का भव्य आयोजन होगा, जबकि हमारे उज्जैन में तीन साल बाद सिंहस्थ महापर्व का आयोजन होने जा रहा है।" इसके साथ ही, उन्होंने उज्जैन में स्थायी धर्म नगरी स्थापित करने की योजना की भी जानकारी दी, जिसमें सभी संत-महंत और शंकराचार्य स्थायी रूप से विराजमान रह सकेंगे। कथा के दौरान सीएम यादव ने श्रीमद्भागवत कथा की महत्ता पर भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "कथा सुनना और इसका रसपान करना सौभाग्य की बात है। धार्मिक आयोजन समाज में शांति और समृद्धि का प्रतीक होते हैं और इनमें भागीदारी से आत्मिक शांति की प्राप्ति होती है।" इस धार्मिक आयोजन में सीएम की उपस्थिति से ग्रामीणों में भी उत्साह का माहौल देखा गया, और उन्होंने इसे अपने लिए गौरव का क्षण बताया। देखें फोटो...

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