प्रतापगढ़ में श्रीमद भागवत कथा का चौथा दिन:बोले रामभद्राचार्य महाराज- हर संकट में भक्त की रक्षा करते हैं भगवान

भगवान की भक्ति से ही मानव का कल्याण संभव है। भक्तों की रक्षा के लिए भगवान किसी न किसी रूप में पहुंचते हैं। ये बातें प्रतापगढ़ में पट्टी के रामपुर खागल में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन तुलसी पीठाधीश्वर और जगतगुरु रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहीं। इस दौरान रामभद्राचार्य ने अयोध्या श्रीराम लला केस से जुड़े महत्वपूर्ण अनुभव साझा किए और भक्तों को भगवान की भक्ति का महत्व समझाया। कार्यक्रम के दूसरे दिन भोजपुरी कलाकार और भाजपा सांसद मनोज तिवारी व भोजपुरी कलाकार अक्षरा सिंह व अक्षरा सिंह ने सुरमयी प्रस्तुति देकर भक्तों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। खुद रामभद्राचार्य जी महाराज भी स्टेज पर झूमते नजर आए। इस दौरान श्री कर्षिणी पीठाधीश्वर गुरुशरणानंद महराज, महामंडलेश्वर स्वामी ब्रम्हपुरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, पूर्व राज्य मंत्री भराला सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। श्रीराम लला केस: जिम्मेदारी निभाने का गर्व रामभद्राचार्य ने कहा कि आप सभी ने जो जिम्मेदारी मुझे दी थी, मैंने उसे पूरा किया। उन्होंने कहा कि जब श्रीराम लला जन्मभूमि के मामले में चारों शंकराचार्य ने पैरवी करने से मना कर दिया, तब मैंने वशिष्ठ गोत्रीय ब्राह्मण होने के नाते भगवान श्रीराम की पैरवी करने का निर्णय लिया। कोर्ट में जब मुझसे साक्ष्य मांगे गए, तो मैंने कहा कि हम साक्ष्य नहीं, शास्त्र प्रणाम देंगे। उनकी गवाही के बाद उच्चतम न्यायालय की तीन जजों की पीठ ने सात दिन तक सुनवाई की, जिसके बाद फैसला हमारे पक्ष में आया। कार्यक्रम की 4 प्रमुख तस्वीरें... भक्ति की शक्ति: ध्रुव और प्रहलाद का उदाहरण कथा में महाराज ने भक्त ध्रुव और प्रहलाद के प्रसंग सुनाए। उन्होंने बताया कि किस तरह ध्रुव की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान ने उसे अमरत्व का वरदान दिया और प्रहलाद की हर यातना से भगवान ने उसकी रक्षा की। "भगवान नरसिंह अवतार लेकर खंभे से प्रकट हुए और अपने भक्त की रक्षा की," महाराज ने कहा। उन्होंने श्रोताओं को समझाया कि भक्ति में ऐसी शक्ति है जो जीवन के हर संकट को समाप्त कर देती है। जयकारे पर भड़के रामभद्राचार्य कथा के दौरान जब श्रीराम के उद्घोष में कमज़ोर आवाज़ सुनाई दी, तो रामभद्राचार्य नाराज़ हो गए। उन्होंने श्रोताओं को फटकारते हुए कहा कि आपने राम विरोधी एमपी और एमएलए चुन लिए, इससे आपका भला नहीं होगा। जो राम और कृष्ण के नहीं, वे हमारे किसी काम के नहीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें अब रामभक्तों की हैं और आगे भी मोदी सरकार ही सत्ता में रहेगी।

Oct 21, 2024 - 22:50
 67  501.8k
प्रतापगढ़ में श्रीमद भागवत कथा का चौथा दिन:बोले रामभद्राचार्य महाराज- हर संकट में भक्त की रक्षा करते हैं भगवान
भगवान की भक्ति से ही मानव का कल्याण संभव है। भक्तों की रक्षा के लिए भगवान किसी न किसी रूप में पहुंचते हैं। ये बातें प्रतापगढ़ में पट्टी के रामपुर खागल में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन तुलसी पीठाधीश्वर और जगतगुरु रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहीं। इस दौरान रामभद्राचार्य ने अयोध्या श्रीराम लला केस से जुड़े महत्वपूर्ण अनुभव साझा किए और भक्तों को भगवान की भक्ति का महत्व समझाया। कार्यक्रम के दूसरे दिन भोजपुरी कलाकार और भाजपा सांसद मनोज तिवारी व भोजपुरी कलाकार अक्षरा सिंह व अक्षरा सिंह ने सुरमयी प्रस्तुति देकर भक्तों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। खुद रामभद्राचार्य जी महाराज भी स्टेज पर झूमते नजर आए। इस दौरान श्री कर्षिणी पीठाधीश्वर गुरुशरणानंद महराज, महामंडलेश्वर स्वामी ब्रम्हपुरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, पूर्व राज्य मंत्री भराला सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। श्रीराम लला केस: जिम्मेदारी निभाने का गर्व रामभद्राचार्य ने कहा कि आप सभी ने जो जिम्मेदारी मुझे दी थी, मैंने उसे पूरा किया। उन्होंने कहा कि जब श्रीराम लला जन्मभूमि के मामले में चारों शंकराचार्य ने पैरवी करने से मना कर दिया, तब मैंने वशिष्ठ गोत्रीय ब्राह्मण होने के नाते भगवान श्रीराम की पैरवी करने का निर्णय लिया। कोर्ट में जब मुझसे साक्ष्य मांगे गए, तो मैंने कहा कि हम साक्ष्य नहीं, शास्त्र प्रणाम देंगे। उनकी गवाही के बाद उच्चतम न्यायालय की तीन जजों की पीठ ने सात दिन तक सुनवाई की, जिसके बाद फैसला हमारे पक्ष में आया। कार्यक्रम की 4 प्रमुख तस्वीरें... भक्ति की शक्ति: ध्रुव और प्रहलाद का उदाहरण कथा में महाराज ने भक्त ध्रुव और प्रहलाद के प्रसंग सुनाए। उन्होंने बताया कि किस तरह ध्रुव की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान ने उसे अमरत्व का वरदान दिया और प्रहलाद की हर यातना से भगवान ने उसकी रक्षा की। "भगवान नरसिंह अवतार लेकर खंभे से प्रकट हुए और अपने भक्त की रक्षा की," महाराज ने कहा। उन्होंने श्रोताओं को समझाया कि भक्ति में ऐसी शक्ति है जो जीवन के हर संकट को समाप्त कर देती है। जयकारे पर भड़के रामभद्राचार्य कथा के दौरान जब श्रीराम के उद्घोष में कमज़ोर आवाज़ सुनाई दी, तो रामभद्राचार्य नाराज़ हो गए। उन्होंने श्रोताओं को फटकारते हुए कहा कि आपने राम विरोधी एमपी और एमएलए चुन लिए, इससे आपका भला नहीं होगा। जो राम और कृष्ण के नहीं, वे हमारे किसी काम के नहीं। उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें अब रामभक्तों की हैं और आगे भी मोदी सरकार ही सत्ता में रहेगी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow