''बजाज ग्रुप ने दबा रखे गन्ना भुगतान के 360 करोड़'':लखीमपुर-खीरी में किसान परेशान, लगाया आरोप- कंपनी कर रही मनमानी
लखीमपुर खीरी के गन्ना किसान इन दिनों बड़ी मुसीबत से जूझ रहे हैं। किसानों का आरोप है कि उन्हें बजाज ग्रुप की गोला, पलिया, और खम्भारखेड़ा चीनी मिलों से पिछले साल के बकाया भुगतान का अब तक कोई हल नहीं मिला है। लाखों किसानों का करीब 360 करोड़ रुपए इन मिलों पर बकाया हैं। नहीं कर पा रहे रवि की बुआई किसानों का कहना है कि मिलों से गन्ने की कीमत का भुगतान नहीं हो पाने के कारण वे आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। वे अपनी रवि की फसल की बुवाई भी नहीं कर पा रहे हैं। यह स्थिति उनके लिए चिंता का विषय बन गई है। अधिकारी बोले- 9 में से 6 मिलों से हो चुका पूरा भुगतान जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 9 चीनी मिलें संचालित हैं। इनमें से 6 मिलों ने पिछले सत्र 2023-24 का पूरा भुगतान कर दिया है। इनमें दो सहकारी मिलें और चार प्राइवेट मिलें शामिल हैं। इन मिलों में बलरामपुर समूह की कुम्भी और गुलरिया, गोविंद शुगर मिल और श्रीराम का आजबापुर समूह शामिल हैं, जिन्होंने शत-प्रतिशत भुगतान कर दिया है। लेकिन बजाज ग्रुप की तीन चीनी मिलों, गोला, पलिया और खम्भारखेड़ा पर अभी भी भुगतान बाकी है। इन मिलों पर लगभग 175 करोड़ रुपये गोला मिल, 168 करोड़ रुपये पलिया मिल और 112 करोड़ रुपये खम्भारखेड़ा मिल पर बकाया हैं। फिलहाल इन मिलों को शासन स्तर से नोटिस जारी किया गया है और भुगतान के लिए दबाव बनाया जा रहा है। देखें 4 तस्वीरें... शासन स्तर से किया जा रहा प्रयास जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि शासन ने पहले से ही बकाया भुगतान की समस्या को लेकर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। इस बीच, ललितपुर के पावर प्लांट से भी पैसे लेकर किसानों को भुगतान किया गया है, जिसमें लखीमपुर खीरी जिले की तीन मिलों को सबसे ज्यादा हिस्सा मिला, जो लगभग 420 करोड़ रुपये था। शासन की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं ताकि किसानों का बकाया शीघ्र निपटाया जा सके और उनकी परेशानियों का समाधान हो सके।
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