बदायूं में इमोशनली बातचीत कर हो रही साइबर ठगी:रिश्तेदार बनकर फंसाते हैं, दो केस आए सामने, दोनों में रुपयों की रिकवरी

बदायूं में साइबर ठगों ने अब लोगों से आनलाइन ठगी का नया फंडा निकाला है। यहां फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये प्रोफाइल चेक करके ठग किसी भी व्यक्ति को उसका रिश्तेदार बनकर कॉल करते हैं और आनलाइन रकम मंगवा लेते हैं। ऐसे दो मामले दो दिन में सामने आएं, जिनका खुलासा भी हो गया है। साइबर सेल ने रकम भी रिकवर कर ली है। पहला मामला वजीरगंज कस्बा निवासी गरिमा पुत्री सहदेव सिंह का सामने आया। इसमें गरिमा के मोबाइल पर कॉल करके ठग ने उन्हें उनके पापा का पुराना दोस्त बताया। यह भी कहा कि इलाज के लिए रुपए चाहिए। इसी तरह इमोशनली बातें कर गुमराह करते हुए शातिरों ने उनके खाते से 87 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए। मामले की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने बैंक से रकम होल्ड कराते हुए 69 हजार रुपए वापस उनके खाते में भिजवा दिए। पुराना दोस्त बताकर मंगवाए रुपए फैजगंज बेहटा कस्बा निवासी केशर अली के मोबाइल पर 23 अक्टूबर को कॉल करके उन्हें बताया कि उनका पुराना दोस्त बोल रहा है। दोस्त का नाम भी बताया तो कैशर अली खुशी से उछल पड़े। जबकि बाद में बीमारी का बहाना बनाकर उनसे पांच हजार रुपए ठग लिए। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने भी साइबर थाना पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने उनके 4700 रुपये रिकवर कर लौटाए। एसएचओ साइबर थाना विनोद कुमार वर्धन ने बताया कि ठगों के झांसे में न आएं। वो किसी भी रूप में कॉल अथवा चैटिंग कर सकते हैं। जरूरी है कि किसी भी अनजान व्यक्ति से अपना खाता संख्या, पिन, ओटीपी, सीवीवी नम्बर साझा ना करें। फिर भी ठगी हो तो सीधे साइबर थाना पुलिस से संपर्क करें।

Nov 8, 2024 - 20:40
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बदायूं में इमोशनली बातचीत कर हो रही साइबर ठगी:रिश्तेदार बनकर फंसाते हैं, दो केस आए सामने, दोनों में रुपयों की रिकवरी
बदायूं में साइबर ठगों ने अब लोगों से आनलाइन ठगी का नया फंडा निकाला है। यहां फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये प्रोफाइल चेक करके ठग किसी भी व्यक्ति को उसका रिश्तेदार बनकर कॉल करते हैं और आनलाइन रकम मंगवा लेते हैं। ऐसे दो मामले दो दिन में सामने आएं, जिनका खुलासा भी हो गया है। साइबर सेल ने रकम भी रिकवर कर ली है। पहला मामला वजीरगंज कस्बा निवासी गरिमा पुत्री सहदेव सिंह का सामने आया। इसमें गरिमा के मोबाइल पर कॉल करके ठग ने उन्हें उनके पापा का पुराना दोस्त बताया। यह भी कहा कि इलाज के लिए रुपए चाहिए। इसी तरह इमोशनली बातें कर गुमराह करते हुए शातिरों ने उनके खाते से 87 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए। मामले की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने बैंक से रकम होल्ड कराते हुए 69 हजार रुपए वापस उनके खाते में भिजवा दिए। पुराना दोस्त बताकर मंगवाए रुपए फैजगंज बेहटा कस्बा निवासी केशर अली के मोबाइल पर 23 अक्टूबर को कॉल करके उन्हें बताया कि उनका पुराना दोस्त बोल रहा है। दोस्त का नाम भी बताया तो कैशर अली खुशी से उछल पड़े। जबकि बाद में बीमारी का बहाना बनाकर उनसे पांच हजार रुपए ठग लिए। ठगी का एहसास होने पर उन्होंने भी साइबर थाना पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने उनके 4700 रुपये रिकवर कर लौटाए। एसएचओ साइबर थाना विनोद कुमार वर्धन ने बताया कि ठगों के झांसे में न आएं। वो किसी भी रूप में कॉल अथवा चैटिंग कर सकते हैं। जरूरी है कि किसी भी अनजान व्यक्ति से अपना खाता संख्या, पिन, ओटीपी, सीवीवी नम्बर साझा ना करें। फिर भी ठगी हो तो सीधे साइबर थाना पुलिस से संपर्क करें।

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