बलरामपुर में नोमेंस लैंड का निर्माण रुका:लोग बोले- सरिया जंग खाकर इधर-उधर बेकार हो रहा, प्रवेश द्वारा बनने से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

बलरामपुर के जारवा क्षेत्र में भारत-नेपाल सीमा के पास बन रहा नोमेंस लैंड का प्रवेश द्वार निर्माण कार्य एक वर्ष से लटका पड़ा है, जिससे स्थानीय निवासियों में नाराजगी बढ़ गई है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि संबंधित विभाग की लापरवाही के चलते यह परियोजना ठप पड़ी है। पहले प्रदर्शन के बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ, लेकिन अब यह कार्य फिर से रुक गया है। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। यह मामला बलरामपुर के विकासखंड पचपेड़वा के जारवा क्षेत्र का है, जहां लगभग एक वर्ष पहले नोमेंस लैंड पर प्रवेश द्वार बनाने का कार्य शुरू हुआ था। इस निर्माण कार्य का फाउंडेशन तक का कार्य हो चुका था, लेकिन इसके बाद से निर्माण ठप है। पूर्व ब्लाक प्रमुख हीरालाल यादव ने कहा कि एक वर्ष पूर्व टडवा में भारत सीमा से छह किलोमीटर अंदर प्रवेश द्वार का निर्माण प्रारंभ हुआ था। नींव खोदने के बाद फाउंडेशन का कार्य भी संपन्न हो गया था, लेकिन फिर निर्माण कार्य रुक गया। क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देगा स्थानीय लोगों ने इस पर भी चिंता जताई कि विभागीय लापरवाही के कारण जारवा में रखी गई गिट्टी, बालू, सरिया आदि अब जंग खाकर बेकार हो रही हैं। पूर्व प्रधान राघव राम थारू ने कहा कि यदि प्रवेश द्वार का निर्माण होता है, तो यह क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देगा और स्थानीय निवासियों को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की कि जल्द से जल्द निर्माण कार्य को पुनः शुरू किया जाए। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा विभागीय अधिकारियों ने इस मामले पर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराने की बात कही है, लेकिन स्थानीय लोगों की चिंता तब तक बरकरार है जब तक कि कार्य वास्तव में शुरू नहीं होता। इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय निवासियों की उम्मीद है कि प्रशासन उनकी मांगों का गंभीरता से संज्ञान लेगा और आवश्यक कार्रवाई करेगा।

Nov 2, 2024 - 10:05
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बलरामपुर में नोमेंस लैंड का निर्माण रुका:लोग बोले- सरिया जंग खाकर इधर-उधर बेकार हो रहा, प्रवेश द्वारा बनने से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
बलरामपुर के जारवा क्षेत्र में भारत-नेपाल सीमा के पास बन रहा नोमेंस लैंड का प्रवेश द्वार निर्माण कार्य एक वर्ष से लटका पड़ा है, जिससे स्थानीय निवासियों में नाराजगी बढ़ गई है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि संबंधित विभाग की लापरवाही के चलते यह परियोजना ठप पड़ी है। पहले प्रदर्शन के बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ, लेकिन अब यह कार्य फिर से रुक गया है। इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। यह मामला बलरामपुर के विकासखंड पचपेड़वा के जारवा क्षेत्र का है, जहां लगभग एक वर्ष पहले नोमेंस लैंड पर प्रवेश द्वार बनाने का कार्य शुरू हुआ था। इस निर्माण कार्य का फाउंडेशन तक का कार्य हो चुका था, लेकिन इसके बाद से निर्माण ठप है। पूर्व ब्लाक प्रमुख हीरालाल यादव ने कहा कि एक वर्ष पूर्व टडवा में भारत सीमा से छह किलोमीटर अंदर प्रवेश द्वार का निर्माण प्रारंभ हुआ था। नींव खोदने के बाद फाउंडेशन का कार्य भी संपन्न हो गया था, लेकिन फिर निर्माण कार्य रुक गया। क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देगा स्थानीय लोगों ने इस पर भी चिंता जताई कि विभागीय लापरवाही के कारण जारवा में रखी गई गिट्टी, बालू, सरिया आदि अब जंग खाकर बेकार हो रही हैं। पूर्व प्रधान राघव राम थारू ने कहा कि यदि प्रवेश द्वार का निर्माण होता है, तो यह क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देगा और स्थानीय निवासियों को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की कि जल्द से जल्द निर्माण कार्य को पुनः शुरू किया जाए। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा विभागीय अधिकारियों ने इस मामले पर जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराने की बात कही है, लेकिन स्थानीय लोगों की चिंता तब तक बरकरार है जब तक कि कार्य वास्तव में शुरू नहीं होता। इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय निवासियों की उम्मीद है कि प्रशासन उनकी मांगों का गंभीरता से संज्ञान लेगा और आवश्यक कार्रवाई करेगा।

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