बिजली विभाग के अधिकारी नहीं सुनते समस्या:समीक्षा बैठक में बोले जनप्रतिनिधि, डीएम ने अफसरों को दिए समाधान के निर्देश
गोंडा। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने जिले के जनप्रतिनिधियों और विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ बिजली समस्याओं पर समीक्षा की। बैठक में कैसरगंज से सांसद करण भूषण सिंह, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया के प्रतिनिधि राजेश सिंह, मनकापुर के विधायक रमापति शास्त्री, तरबगंज के विधायक प्रेम नारायण पांडेय समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। मजरे और गांवों के विद्युतीकरण पर जोर बैठक के दौरान कैसरगंज के सांसद करण भूषण सिंह ने उन मजरों और गांवों का मुद्दा उठाया, जहां अभी तक विद्युतीकरण पूरा नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति दिक्कतें पैदा कर रही है, वहां तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। जर्जर तारों का सर्वे कराकर उन्हें बदला जाए, ताकि लोग निर्बाध बिजली का लाभ उठा सकें। "अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की सुननी होगी" सांसद के प्रतिनिधि राजेश सिंह ने कहा कि जर्जर तारों और खंभों की समस्या ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन गई है। अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। मनकापुर से विधायक रमापति शास्त्री ने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में 36 घंटे तक बिजली नहीं मिली, लेकिन बार-बार कहने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ। ग्रामीण इलाकों में खंभे और ट्रांसफार्मर बदलने की मांग तरबगंज विधायक प्रेम नारायण पांडेय और करनैलगंज विधायक अजय कुमार सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों में टूटे खंभों और कम क्षमता वाले ट्रांसफार्मरों को बदलने की मांग की। गौरा विधायक प्रभात वर्मा ने जर्जर तारों और ट्रांसफार्मरों के सर्वे और बदलाव पर जोर दिया। वहीं, एमएलसी अवधेश कुमार सिंह ने ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाने और बिजली लाइनों से लटकती पेड़ों की टहनियों को काटने के लिए अभियान चलाने की मांग की। डीएम नेहा शर्मा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग यह सुनिश्चित करे कि ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति बेहतर हो।
What's Your Reaction?