बड़ौली गैंगरेप केस की कोर्ट ने मंगाई फाइल:सोलन कोर्ट में 22 मार्च को सुनवाई, क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ पीड़िता ने दी थी चुनौती
हरियाणा BJP के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली की मुश्किलें बढ़ सकती है। हिमाचल के सोलन की सेशन कोर्ट ने महिला द्वारा दर्ज कराए गए गैंगरेप केस को रद्द करने के आदेशों से संबंधित फाइल मंगवाई गई। मामले की अगली सुनवाई 22 अप्रैल को होगी। महिला की ओर से उनके वकील एएस गुजराल और गौरव चराया कोर्ट में हुए पेश। बता दें कि बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल पर महिला ने होटल में गैंगरेप करने का आरोप लगाया था। इस मामले में हाल ही में कसौली की कोर्ट ने एफआईआर रद्द करने के आदेश दिए गए थे, जिसे महिला ने सोलन सेशन कोर्ट में चैलेंज किया है। इससे पहले कोर्ट ने पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया था, जिसमें कसौली पुलिस ने केस में सबूत नहीं मिलने के बाद क्लोजर रिपोर्ट दायर की थी। इस पर कोर्ट ने दो बार महिला के दोनों एड्रेस पर समन जारी किए, ताकि महिला के बयान कलमबद्ध करने के बाद इस केस की क्लोजर रिपोर्ट पर फैसला लिया जा सके। मगर महिला ने दोनों बार समन रिसीव नहीं किए।

बड़ौली गैंगरेप केस का सारांश
बड़ौली गैंगरेप केस ने पूरे देश में आक्रोश और चर्चा जगाई है। इस मामले में पीड़िता ने अब न्याय के लिए एक नई पहल की है। हाल ही में, सोलन कोर्ट ने इस केस से संबंधित फाइलें मंगाई हैं ताकि मामले की सुनवाई 22 मार्च को की जा सके। पीड़िता ने पहले कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती दी थी, जिसके चलते यह सुनवाई अत्यंत महत्वपूर्ण बन गई है।
क्लोजर रिपोर्ट पर चुनौती
क्लोजर रिपोर्ट का अर्थ है कि पुलिस ने मामले को बंद करने का निर्णय लिया था, लेकिन पीड़िता ने इस निर्णय के खिलाफ सीधी चुनौती दी। उनका कहना है कि पुलिस द्वारा की गई जांच अधूरी थी और असली तथ्य सामने नहीं आए। इस चुनौती ने अन्य न्यायिक कार्यवाही में गति प्रदान की है। पीड़िता के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें न्याय की उम्मीद जगती है।
सुनवाई की महत्वपूर्ण तारीख
सुपरिम कोर्ट में 22 मार्च को होने वाली सुनवाई इस मामले में एक नया मोड़ ला सकती है। यह सुनवाई अदालत में कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करेगी, जो पहले नजरअंदाज कर दिए गए थे। साथ ही, अदालत इस बात पर भी विचार करेगी कि क्या मामले की फिर से जांच की जरूरत है या नहीं।
सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण
बड़ौली गैंगरेप केस केवल एक कानूनी मामला नहीं है, बल्कि यह समाज में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है। इस मामले के माध्यम से समाज में जागरूकता बढ़ाने और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को उठाने की आवश्यकता महसूस होती है।
आगे की कार्रवाई
सुनवाई के बाद, कोर्ट के फैसले के अनुसार आगे की कार्रवाई निर्धारित की जाएगी। यदि अदालत पीड़िता के पक्ष में निर्णय देती है, तो यह केवल इस मामले के लिए नहीं, बल्कि सभी ऐसे मामलों के लिए एक महत्वपूर्ण मिसाल साबित होगी। Keywords: बड़ौली गैंगरेप केस, सोलन कोर्ट की सुनवाई, क्लोजर रिपोर्ट विरोध, पीड़िता ने चुनौती दी, 22 मार्च सुनवाई, महिला सुरक्षा मुद्दे, न्याय की मांग, कानूनी प्रक्रिया, गैंगरेप केस अपडेट, सोलन कोर्ट समाचार.
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