स्मारक समिति में मनमानी का 'शांति उपवन:13 साल से जमी हाउसकीपिंग सुपरवाइजर; CM से हुई शिकायत
लखनऊ स्थित बौद्ध विहार शांति उपवन स्मारक समिति में अनियमितताओं का मामला सामने आया है। समिति की हाउसकीपिंग सुपरवाइजर संगीता श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगे हैं। एडवोकेट विनोद तिवारी ने मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि संगीता श्रीवास्तव पिछले 13 वर्षों से एक ही स्थान पर तैनात हैं और अपने प्रभाव के चलते उनका तबादला नहीं हो पाया है। आरोपों के अनुसार, संगीता श्रीवास्तव अक्सर कार्यालय समय में ही अपने घर चली जाती हैं, जो महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित है। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने निजी काम के लिए एक कर्मचारी को अपने साथ लगा रखा है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि संगीता श्रीवास्तव अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से अभद्र व्यवहार करती हैं और मनमानी काम करवाती हैं। एडवोकेट विनोद ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि मुख्य सचिव द्वारा जारी स्थानांतरण नीति का अनुपालन करते हुए संगीता श्रीवास्तव के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए। साथ ही स्मारक समिति में वर्षों से जमे दूसरे कर्मचारियों का भी तत्काल ट्रांसफर कराया जाए। वही इस मामले LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं।

स्मारक समिति में मनमानी का 'शांति उपवन: 13 साल से जमी हाउसकीपिंग सुपरवाइजर; CM से हुई शिकायत
लखनऊ स्थित बौद्ध विहार शांति उपवन स्मारक समिति में अनियमितताओं का मामला सामने आया है। पिछले 13 वर्षों से एक ही स्थान पर जमी हाउसकीपिंग सुपरवाइजर संगीता श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले में एडवोकेट विनोद तिवारी ने मुख्यमंत्री को भेजे गए शिकायती पत्र में इन आरोपों का उल्लेख किया है।
संगीता श्रीवास्तव पर लगाए गए आरोप
अधिवक्ता विनोद तिवारी के अनुसार, संगीता श्रीवास्तव अपने प्रभाव के चलते ऐसे पद पर अटकी हुई हैं और उनका तबादला नहीं हो सका है। उनके खिलाफ यह भी शिकायतें आई हैं कि वे अक्सर कार्यालय समय में अपने घर चली जाती हैं, जो मात्र 200 मीटर की दूरी पर है। इसके अलावा, उन्होंने अपने निजी काम के लिए एक कर्मचारी को रखा है, जो अनधिकृत है।
अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार
शिकायत में यह भी कहा गया है कि संगीता श्रीवास्तव अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करती हैं। ऐसे में इनके द्वारा मनमानी काम करवाने की बातें भी सामने आई हैं। इन आरोपों ने स्मारक समिति के कार्यों की पारदर्शिता पर सवाल उठाया है।
मुख्यमंत्री से की गई शिकायत
एडवोकेट विनोद तिवारी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि मुख्य सचिव द्वारा जारी स्थानांतरण नीति के अनुपालन करते हुए संगीता श्रीवास्तव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्मारक समिति में वर्षों से जमे अन्य कर्मचारियों का भी तत्काल ट्रांसफर किया जाना चाहिए।
जांच की आदेश
इस मामले पर संज्ञान लेते हुए LDA उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी तथ्यों की जांच की जाएगी और यदि कोई भी अनियमितता सामने आई, तो कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय अधिकारियों का मानना है कि यह मामला गहराई से जांचने योग्य है।
समिति की जिम्मेदारी
इस मामले ने न केवल शांति उपवन स्मारक समिति की कार्यप्रणाली पर ध्यान केंद्रित किया है, बल्कि सरकार की नीतियों की प्रभावशीलता को भी चुनौती दी है। इसे समझते हुए, यह आवश्यक है कि सभी जिम्मेदार अधिकारियों को इस मामले की गंभीरता के साथ जांच करनी चाहिए।
निष्कर्ष
स्मारक समिति में संगीता श्रीवास्तव की कार्यशैली और उनके खिलाफ लगे आरोपों ने सार्वजनिक ध्यान आकर्षित किया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार इन शिकायतों का समाधान कैसे करती है। भारत के नागरिकों को इस मामले की अपडेट पर नजर रखनी चाहिए ताकि वे अपने अधिकारों की रक्षा कर सकें।
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