भारत-नेपाल सीमा पर बसे गांवों में स्वास्थ्य शिविर:SSB ने 101 लोगों को टीबी कुष्ठ रोग से बचाव के किए इलाज

श्रावस्ती के भारत-नेपाल सीमा पर बसा पिपरहवा गांव में निशुल्क मानव चिकित्सा OPD शिविर लगाया गया। जहां डॉक्टर रश्मि शुक्ला, SSB उप कमांडेंट चिकित्सा ने 101 ग्रामीणों का इलाज किया। जबकि ग्रामीणों को कुष्ठ और टीबी रोग से बचाव लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी दी गई। बीमारियों के इलाज के लिए दवा का वितरण वहीं इस शिविर में संयुक्त जिला अस्पताल भिनगा की चिकित्सा टीम ने भी भाग लिया। जहां पर डॉ. संत कुमार, डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव व डॉ. जितेन्द्र मिश्रा ने ग्रामीणों को क्षय रोग (टीबी) और कुष्ठ रोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही इन बीमारियों के लक्षण, इलाज, बचाव और रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलायी गई। वहीं इसके अलावा स्वस्थ टीम द्वारा इन बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक दवाइयां भी ग्रामीणों को वितरित की गईं। ताकि वे समय पर उचित इलाज प्राप्त कर सकें। इस दौरान डॉ. रश्मि शुक्ला ने कहा कि "हमारा उद्देश्य सीमावर्ती गांवों के लोगों को न केवल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। बल्कि उन्हें प्रमुख बीमारियों के बारे में जागरूक करना भी है। इस शिविर के माध्यम से हम ग्रामीणों को सही चिकित्सा सहायता और जरूरी दवाइयां प्रदान कर रहे हैं। ताकि सीमावर्ती गांव के ग्रामीण स्वस्थ और निरोग रह सके।

Nov 23, 2024 - 13:35
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भारत-नेपाल सीमा पर बसे गांवों में स्वास्थ्य शिविर:SSB ने 101 लोगों को टीबी कुष्ठ रोग से बचाव के किए इलाज
श्रावस्ती के भारत-नेपाल सीमा पर बसा पिपरहवा गांव में निशुल्क मानव चिकित्सा OPD शिविर लगाया गया। जहां डॉक्टर रश्मि शुक्ला, SSB उप कमांडेंट चिकित्सा ने 101 ग्रामीणों का इलाज किया। जबकि ग्रामीणों को कुष्ठ और टीबी रोग से बचाव लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी दी गई। बीमारियों के इलाज के लिए दवा का वितरण वहीं इस शिविर में संयुक्त जिला अस्पताल भिनगा की चिकित्सा टीम ने भी भाग लिया। जहां पर डॉ. संत कुमार, डॉ. अभिषेक श्रीवास्तव व डॉ. जितेन्द्र मिश्रा ने ग्रामीणों को क्षय रोग (टीबी) और कुष्ठ रोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके साथ ही इन बीमारियों के लक्षण, इलाज, बचाव और रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलायी गई। वहीं इसके अलावा स्वस्थ टीम द्वारा इन बीमारियों के इलाज के लिए आवश्यक दवाइयां भी ग्रामीणों को वितरित की गईं। ताकि वे समय पर उचित इलाज प्राप्त कर सकें। इस दौरान डॉ. रश्मि शुक्ला ने कहा कि "हमारा उद्देश्य सीमावर्ती गांवों के लोगों को न केवल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। बल्कि उन्हें प्रमुख बीमारियों के बारे में जागरूक करना भी है। इस शिविर के माध्यम से हम ग्रामीणों को सही चिकित्सा सहायता और जरूरी दवाइयां प्रदान कर रहे हैं। ताकि सीमावर्ती गांव के ग्रामीण स्वस्थ और निरोग रह सके।

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