भारत बोला- कनाडा की बॉर्डर पुलिस में खालिस्तानी आतंकी शामिल:ISI के साथ भी संबंध है; इस पर शौर्य चक्र विजेता की हत्या का आरोप

भारत सरकार ने दावा किया है कि कनाडा की बॉर्डर पुलिस में एक खालिस्तानी आतंकी शामिल है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक संदीप सिंह सिद्धू उर्फ सनी के संबंध आतंकवादी संगठन ISI के साथ भी है। इस पर शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या का भी आरोप है। भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सनी को 2020 में संधू की हत्या के मामले में वांटेड लिस्ट में शामिल किया था। संधू की हत्या 10 अक्टूबर 2020 को उनके घर पंजाब के तरनतारन जिले के भिखीविंड में की गई थी। पंजाब के शिक्षक बलविंदर सिंह संधू को खालिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ किए उनके प्रयासों के लिए 14 अप्रैल 1993 को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। कनाडा से खालिस्तानियों ने संधू की हत्या की साजिश रची थी NIA ने इसी हफ्ते सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि बलविंदर सिंह संधू की हत्या के पीछे कनाडा में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादियों का हाथ था। उन्होंने बताया कि खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) के सनी टोरंटो, सुखमीत पाल सिंह सुख और लखवीर सिंह रोड़े ने ही हत्या की प्लानिंग की थी। लखवीर सिंह रोड़े खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाला का भतीजा है और KLF का प्रमुख है। KLF जनवरी 2016 से अक्टूबर 2017 तक 7 लोगों की हत्याओं में शामिल था। संधू हत्याकांड क्या है एंटी खालिस्तानी विचार रखने वाले बलविंदर सिंह को 10 अक्टूबर 2020 को स्कूल में ही बने उनके घर में दो आतंकियों ने गोली मार दी थी। इसके बाद 26 जनवरी 2021 को NIA ने केस अपने हाथ में ले लिया। बॉर्डर पार से कनाडाई एजेंट को ड्रग्स की तस्करी करने से रोकने पर ISI एजेंट और KLF आतंकी सिद्धू ने उनकी हत्या की थी। इसके बाद से वह NIA की वांटेड लिस्ट में था। इस घटना को अंजाम देने के लिए आतंकी रोडे ने सुखमीत पाल सिंह को किया था। रोडे के इशारों पर ही आतंकी इंद्रजीत सिंह ने दो शार्प शूटर गुरजीत सिंह और सुखदीप सिंह को हायर किया था। फिर सभी ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। यह मामला भारत और कनाडा के बीच चल रहे तनाव के बीच उजागर हुआ है। कनाडा भारत के राजनयिकों पर निज्जर हत्या मामले में शामिल होने के आरोप लगा रहा है। हालांकि भारत ने कनाडा के आरोपों को खारिज किया था। इसके बाद भारत ने अपने डिप्लोमेट्स को वापस बुला लिया था। भारत ने कनाडा में अपने राजनायिकों की सुरक्षा को खतरा बताया था। हालांकि बाद में कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने भी माना था कि आरोप बिना किसी सबूत के लगाए गए थे। ............................................................. कनाडा से जुडी ये खबर भी पढ़ें... कनाडा बोला- भारत लॉरेंस गैंग से टारगेट किलिंग करा रहा:निशाने पर खालिस्तानी; भारत का जवाब- वही पुराने ट्रूडो, वही पुरानी बातें, वजह भी पुरानी कनाडा के पुलिस विभाग RCMP में असिस्टेंट कमिश्नर ब्रिजिटी गौविन ने कहा कि लॉरेंस गैंग का भारतीय सरकार के एजेंट्स के साथ कनेक्शन है। इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार के एजेंट्स पर खुफिया जानकारी जुटाने, टारगेट किलिंग, कनाडा के नागरिकों को धमकाने और हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया था। पूरी खबर पढ़ें...

Oct 20, 2024 - 17:55
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भारत बोला- कनाडा की बॉर्डर पुलिस में खालिस्तानी आतंकी शामिल:ISI के साथ भी संबंध है; इस पर शौर्य चक्र विजेता की हत्या का आरोप
भारत सरकार ने दावा किया है कि कनाडा की बॉर्डर पुलिस में एक खालिस्तानी आतंकी शामिल है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक संदीप सिंह सिद्धू उर्फ सनी के संबंध आतंकवादी संगठन ISI के साथ भी है। इस पर शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या का भी आरोप है। भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सनी को 2020 में संधू की हत्या के मामले में वांटेड लिस्ट में शामिल किया था। संधू की हत्या 10 अक्टूबर 2020 को उनके घर पंजाब के तरनतारन जिले के भिखीविंड में की गई थी। पंजाब के शिक्षक बलविंदर सिंह संधू को खालिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ किए उनके प्रयासों के लिए 14 अप्रैल 1993 को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। कनाडा से खालिस्तानियों ने संधू की हत्या की साजिश रची थी NIA ने इसी हफ्ते सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि बलविंदर सिंह संधू की हत्या के पीछे कनाडा में रहने वाले खालिस्तानी आतंकवादियों का हाथ था। उन्होंने बताया कि खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) के सनी टोरंटो, सुखमीत पाल सिंह सुख और लखवीर सिंह रोड़े ने ही हत्या की प्लानिंग की थी। लखवीर सिंह रोड़े खालिस्तानी आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाला का भतीजा है और KLF का प्रमुख है। KLF जनवरी 2016 से अक्टूबर 2017 तक 7 लोगों की हत्याओं में शामिल था। संधू हत्याकांड क्या है एंटी खालिस्तानी विचार रखने वाले बलविंदर सिंह को 10 अक्टूबर 2020 को स्कूल में ही बने उनके घर में दो आतंकियों ने गोली मार दी थी। इसके बाद 26 जनवरी 2021 को NIA ने केस अपने हाथ में ले लिया। बॉर्डर पार से कनाडाई एजेंट को ड्रग्स की तस्करी करने से रोकने पर ISI एजेंट और KLF आतंकी सिद्धू ने उनकी हत्या की थी। इसके बाद से वह NIA की वांटेड लिस्ट में था। इस घटना को अंजाम देने के लिए आतंकी रोडे ने सुखमीत पाल सिंह को किया था। रोडे के इशारों पर ही आतंकी इंद्रजीत सिंह ने दो शार्प शूटर गुरजीत सिंह और सुखदीप सिंह को हायर किया था। फिर सभी ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। यह मामला भारत और कनाडा के बीच चल रहे तनाव के बीच उजागर हुआ है। कनाडा भारत के राजनयिकों पर निज्जर हत्या मामले में शामिल होने के आरोप लगा रहा है। हालांकि भारत ने कनाडा के आरोपों को खारिज किया था। इसके बाद भारत ने अपने डिप्लोमेट्स को वापस बुला लिया था। भारत ने कनाडा में अपने राजनायिकों की सुरक्षा को खतरा बताया था। हालांकि बाद में कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने भी माना था कि आरोप बिना किसी सबूत के लगाए गए थे। ............................................................. कनाडा से जुडी ये खबर भी पढ़ें... कनाडा बोला- भारत लॉरेंस गैंग से टारगेट किलिंग करा रहा:निशाने पर खालिस्तानी; भारत का जवाब- वही पुराने ट्रूडो, वही पुरानी बातें, वजह भी पुरानी कनाडा के पुलिस विभाग RCMP में असिस्टेंट कमिश्नर ब्रिजिटी गौविन ने कहा कि लॉरेंस गैंग का भारतीय सरकार के एजेंट्स के साथ कनेक्शन है। इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार के एजेंट्स पर खुफिया जानकारी जुटाने, टारगेट किलिंग, कनाडा के नागरिकों को धमकाने और हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया था। पूरी खबर पढ़ें...

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