मांगों के समर्थन में सीनियर सिटीजन का प्रदर्शन:गाजीपुर में पेंशनर्स ने जिला मुख्यालय पर दिया धरना, जिला प्रशासन को सौंपा लेटर

गाजीपुर के सरजू पांडेय पार्क में सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन ने अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पेंशनर्स ने सरकार से उनकी समस्याओं का समाधान करने की मांग करते हुए जिला प्रशासन को पत्रक सौंपा। जिलाध्यक्ष मुक्तेश्वर श्रीवास्तव ने बताया कि मौजूदा व्यवस्था के तहत 80, 85, 90 और 100 वर्ष की आयु पर पेंशन में क्रमशः 20%, 30%, 40%, 50% और 100% वृद्धि दी जाती है। लेकिन पेंशनरों की बड़ी संख्या 60 से 75 वर्ष के बीच की होती है, जिनकी बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए 65, 70 और 75 वर्ष की आयु पर क्रमशः 5%, 10%, और 15% की पेंशन वृद्धि की जानी चाहिए। कार्यकारी अध्यक्ष अम्बिका दूबे ने कहा कि पेंशन राशिकरण के धन की कटौती को 10 वर्ष से बढ़ाकर 15 वर्ष कर दिया गया है, जो अनुचित है। उन्होंने मांग की कि यह कटौती बंद कर पेंशनरों के खाते में राशि वापस की जाए। जिला मंत्री जनार्दन सिंह ने बताया कि सैकड़ों पेंशनर्स ने इस मुद्दे पर उच्च न्यायालय में वाद दायर किया है और स्थगन आदेश प्राप्त किया है, जिसके कारण उनकी कटौती बंद हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार को आदेश जारी कर पेंशनर्स के मानसिक, शारीरिक और आर्थिक शोषण को खत्म करना चाहिए। प्रमुख वक्ताओं और प्रदर्शनकारी धरना प्रदर्शन में डा. पी एन सिंह, विजय कुमार मधुरेश, डी एन राय, अमर नाथ तिवारी, उमेश श्रीवास्तव, रामाज्ञा यादव, उग्रसेन सिंह, बालकृष्ण यादव, नरेंद्र सिंह, बिरेंद्र सिंह, और मुन्ना मिश्रा सहित सैकड़ों पेंशनर्स ने भाग लिया। पेंशनर्स ने सरकार से जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान कर न्याय करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों की जरूरतों और समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पेंशन वृद्धि और राशिकरण कटौती को समाप्त किया जाए।

Nov 22, 2024 - 17:20
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मांगों के समर्थन में सीनियर सिटीजन का प्रदर्शन:गाजीपुर में पेंशनर्स ने जिला मुख्यालय पर दिया धरना, जिला प्रशासन को सौंपा लेटर
गाजीपुर के सरजू पांडेय पार्क में सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन ने अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पेंशनर्स ने सरकार से उनकी समस्याओं का समाधान करने की मांग करते हुए जिला प्रशासन को पत्रक सौंपा। जिलाध्यक्ष मुक्तेश्वर श्रीवास्तव ने बताया कि मौजूदा व्यवस्था के तहत 80, 85, 90 और 100 वर्ष की आयु पर पेंशन में क्रमशः 20%, 30%, 40%, 50% और 100% वृद्धि दी जाती है। लेकिन पेंशनरों की बड़ी संख्या 60 से 75 वर्ष के बीच की होती है, जिनकी बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए 65, 70 और 75 वर्ष की आयु पर क्रमशः 5%, 10%, और 15% की पेंशन वृद्धि की जानी चाहिए। कार्यकारी अध्यक्ष अम्बिका दूबे ने कहा कि पेंशन राशिकरण के धन की कटौती को 10 वर्ष से बढ़ाकर 15 वर्ष कर दिया गया है, जो अनुचित है। उन्होंने मांग की कि यह कटौती बंद कर पेंशनरों के खाते में राशि वापस की जाए। जिला मंत्री जनार्दन सिंह ने बताया कि सैकड़ों पेंशनर्स ने इस मुद्दे पर उच्च न्यायालय में वाद दायर किया है और स्थगन आदेश प्राप्त किया है, जिसके कारण उनकी कटौती बंद हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार को आदेश जारी कर पेंशनर्स के मानसिक, शारीरिक और आर्थिक शोषण को खत्म करना चाहिए। प्रमुख वक्ताओं और प्रदर्शनकारी धरना प्रदर्शन में डा. पी एन सिंह, विजय कुमार मधुरेश, डी एन राय, अमर नाथ तिवारी, उमेश श्रीवास्तव, रामाज्ञा यादव, उग्रसेन सिंह, बालकृष्ण यादव, नरेंद्र सिंह, बिरेंद्र सिंह, और मुन्ना मिश्रा सहित सैकड़ों पेंशनर्स ने भाग लिया। पेंशनर्स ने सरकार से जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान कर न्याय करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों की जरूरतों और समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पेंशन वृद्धि और राशिकरण कटौती को समाप्त किया जाए।

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