राज्यपाल गुरमीत सिंह और पर्यटन सचिव की भेंट, चारधाम यात्रा की तैयारियों में तेजी
देहरादून : उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से मंगलवार को पर्यटन सचिव श्री धीराज सिंह गर्ब्याल ने राजभवन देहरादून में शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल ने उनसे राज्य में चारधाम यात्रा की प्रगति, पर्यटन विकास योजनाओं, और आगंतुक सुविधाओं को लेकर विस्तृत जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल ने पर्यटन सचिव […] The post राज्यपाल गुरमीत सिंह से पर्यटन सचिव की शिष्टाचार भेंट, चारधाम यात्रा की तैयारियों पर चर्चा first appeared on Vision 2020 News.

राज्यपाल गुरमीत सिंह और पर्यटन सचिव की भेंट, चारधाम यात्रा की तैयारियों में तेजी
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - India Twoday
देहरादून: मंगलवार को उत्तराखंड के राज्यपाल, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में पर्यटन सचिव, श्री धीराज सिंह गर्ब्याल से एक शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य राज्य में चारधाम यात्रा की तैयारियों पर चर्चा करना था। राज्यपाल ने पर्यटन सचिव से चारधाम यात्रा की प्रगति, पर्यटन विकास योजनाओं और आगंतुकों की सुविधाओं पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
चारधाम यात्रा का महत्व
चारधाम यात्रा उत्तराखंड के चार प्रमुख तीर्थ स्थानों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ को जोड़ती है। यह धार्मिक यात्रा भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है। इस बार यात्रा के दौरान शासन द्वारा की गई नई योजनाओं के अंतर्गत यात्रा को और सुलभ बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
सुरक्षा और पर्यावरणीय संतुलन पर फोकस
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने चारधाम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, सुव्यवस्थित आवागमन और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों को एक स्थायी विकास मॉडल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इससे न केवल पर्यटकों का अनुभव बेहतर होगा, बल्कि स्थानीय इकोसिस्टम को भी संरक्षित रखा जा सकेगा।
सुविधाएं और योजना
इस भेंट में राज्यपाल ने अधिकारियों से निवेदन किया कि पर्यटकों के लिए सफाई, डिजिटल मार्गदर्शन और अन्य जरूरी सेवाएं सुनिश्चित की जाएं। इससे उत्तराखंड को एक सुरक्षित, सुंदर और स्मार्ट पर्यटन स्थल के रूप में पहचान मिल सकेगी। यात्रा के दौरान स्वच्छता की दिशा में उठाए गए कदम स्थानीय संस्कृति और भौगोलिक विशेषताओं को भी ध्यान में रखते हुए एक अनूठा अनुभव प्रदान करेंगे।
निष्कर्ष
इस महत्वपूर्ण भेंट ने उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की तैयारियों पर एक नई रोशनी डाली है। राज्यपाल ने न केवल सुरक्षा बल्कि स्थानीय विकास और पर्यावरण संरक्षण पर भी बल दिया। यह मुलाकात इस बात की पुष्टि करती है कि उत्तराखंड सरकार अपने पर्यटकों के अनुभव को और सुखद और सुरक्षित बनाने के लिए तत्पर है।
चारधाम यात्रा केवल एक धार्मिक मार्गदर्शन नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मॉडल बन सकता है जो अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बने। अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारे साथ बने रहें और अपडेट्स के लिए यहां क्लिक करें।
सादर, टीम इंडिया टुडे (स्वाति शर्मा)
What's Your Reaction?






