राधा वृंदावन चंद्र ने किया यमुना बिहार:3 दिवसीय कार्तिक महोत्सव का हुआ शुभारंभ,दूधिया रोशनी के मध्य दर्शन कर मंत्रमुग्ध हुए भक्त
मथुरा के वृंदावन में स्थित राधा चंद्रोदय मंदिर का 3 दिवसीय कार्तिक उत्सव विभिन्न धार्मिक आयोजन के साथ शुरू हुआ। उत्सव के पहले दिन भगवान श्री श्री राधा वृंदावन चंद्र को यमुना बिहार करा कर की गई। देसी विदेशी फूलों से सुसज्जित नौका में दूधिया रोशनी के बीच विराजमान भगवान के दर्शन कर भक्त मंत्र मुग्ध हो गए। निज मंदिर से पालकी में निकली भगवान की झांकी भक्ति वेदांत स्वामी मार्ग पर अक्षय पात्र परिसर स्थित वृंदावन चंद्रोदय मंदिर में 3 दिवसीय कार्तिक उत्सव की शुरुआत हुई। यहां भगवान का दिव्य श्रृंगार किया गया। इसके बाद उन्हें पालकी में विराजमान किया गया। महामंत्र हरे राम हरे राम,राम राम हरे हरे। हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे के मध्य भक्त निज मंदिर से पालकी को लेकर यमुना के प्राचीन चीरघाट के लिए लेकर निकले। भक्तों ने किया स्वागत चीरघाट पर भगवान की पालकी के पहुंचने पर भक्तों ने पुष्प वर्षा की और भव्य स्वागत किया। इसके बाद भगवान को सुसज्जित नाव पर विराजमान किया गया। एक नाव पर बैठे इस्कॉन बेंगलुरु के विभिन्न केंद्र से आए भक्तों ने हरिनाम संकीर्तन से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। भगवान को कराया नौका बिहार भक्तिमय वातावरण के मध्य भगवान श्री श्री राधा वृंदावन चंद्र को यमुना में नौका बिहार कराया गया। जिस नौका पर भगवान की छवि को विराजमान किया गया उसे देशी विदेशी फूलों से बेहद आकर्षक तरीके से सजाया गया था। दूधिया रोशनी में सुसज्जित नौका पर विराजमान भगवान के दर्शन कर भक्त भक्ति में सराबोर हो गए। भक्तों ने किया दीपदान करीब एक घंटे तक भगवान को यमुना में नौका बिहार कराया गया। कार्तिक उत्सव के पहले दिन हुए नौका बिहार के अंतिम चरण में भक्तों ने अपने आराध्य श्री श्री राधा वृंदावन चंद्र के समक्ष दामोदराष्टकम का गान करते हुए यमुना जी में दीपदान किया। इस उत्सव के दौरान 108 से अधिक नावों में बैठे भक्तों ने भगवान के मनोहारी रूप का दर्शन लाभ प्राप्त किया। इस यमुना विहार उत्सव में भाग लेने के लिए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब सहित भारत के विभिन्न राज्यों से भक्त वृंदावन पहुंचे।
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