रामपुर के खनेरी अस्पताल का ट्रॉमा सेंटर बंद:सात माह पहले सीएम ने किया था लोकार्पण; अभी तक नहीं पहुंची बिजली समेत अन्य सुविधाएं

शिमला के रामपुर के खनेरी अस्पताल में करोड़ों की लागत से ट्रॉमा सेंटर का निर्माण करके आनन फानन में लोकार्पण तो कर दिया, लेकिन बिजली और अन्य कई सुविधाएं न होने के कारण यह बीते सात माह से बंद है। इस ट्रॉमा सेंटर को सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल होने वालों को समय पर उचित उपचार मिलने के लिए बनाया गया है। हालांकि अब गंभीर घायल और बीमार मरीज उपचार के लिए खनेरी अस्पताल पहुंचे हैं। लेकिन ट्रॉमा सेंटर न होने के कारण IGMC शिमला रेफर कर दिया जाता है। मार्च 2024 में सीएम ने किया था लोकार्पण सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू​​​​​​​ ने 15 मार्च 2024 को सराहन से ट्रॉमा सेंटर के भवन का लोकार्पण किया था। इसके 7 माह बीत जाने के बाद भी ट्रॉमा सेंटर का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। ट्रॉमा सेंटर में अभी तक लिफ्ट भी नहीं लगाई है। वहीं मार्च महीने में ट्रॉमा सेंटर का लोकार्पण होने के बाद अभी तक लोक निर्माण विभाग ने इसे स्वास्थ्य विभाग के हवाले नहीं किया है। चार जिलों के लोगों को मिलेगा लाभ लोगों की मांग को देखते हुए साल 2015 में कांग्रेस सरकार के दौरान ही तत्कालीन पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने अपने कार्यकाल में अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर की आधारशिला रखी गई थी, लेकिन अभी तक कार्य पूरा नहीं हो पाया है। ट्रॉमा सेंटर मिलने से चार जिलों के लोगों को आपातकाल में तुरंत सुविधाएं मिल सकेगी। एकेक अब लोगों को आपातकाल के दौरान गंभीर मरीजों की 130 किलोमीटर दूर शिमला रेफर करने पड़ रहे है। क्या कहते हैं जिम्मेदार....? एमएस डॉ अजय नेगी ने बताया कि कार्य पूरा न होने के कारण अभी तक ट्रॉमा सेंटर लोक निर्माण विभाग ने अस्पताल को नहीं सौंपा है। जैसे ही कार्य पूरा होगा सेंटर में मरीजों को उचित सुविधा दी जाएगी। लोक निर्माण विभाग के एसडीओ बृज लाल ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर में अभी बिजली और लिफ्ट की सुविधा न होने से स्वास्थ विभाग को नहीं दिया है। जल्द बिजली ही व्यवस्था करने स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया जाएगा।

Oct 31, 2024 - 05:10
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रामपुर के खनेरी अस्पताल का ट्रॉमा सेंटर बंद:सात माह पहले सीएम ने किया था लोकार्पण; अभी तक नहीं पहुंची बिजली समेत अन्य सुविधाएं
शिमला के रामपुर के खनेरी अस्पताल में करोड़ों की लागत से ट्रॉमा सेंटर का निर्माण करके आनन फानन में लोकार्पण तो कर दिया, लेकिन बिजली और अन्य कई सुविधाएं न होने के कारण यह बीते सात माह से बंद है। इस ट्रॉमा सेंटर को सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल होने वालों को समय पर उचित उपचार मिलने के लिए बनाया गया है। हालांकि अब गंभीर घायल और बीमार मरीज उपचार के लिए खनेरी अस्पताल पहुंचे हैं। लेकिन ट्रॉमा सेंटर न होने के कारण IGMC शिमला रेफर कर दिया जाता है। मार्च 2024 में सीएम ने किया था लोकार्पण सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू​​​​​​​ ने 15 मार्च 2024 को सराहन से ट्रॉमा सेंटर के भवन का लोकार्पण किया था। इसके 7 माह बीत जाने के बाद भी ट्रॉमा सेंटर का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। ट्रॉमा सेंटर में अभी तक लिफ्ट भी नहीं लगाई है। वहीं मार्च महीने में ट्रॉमा सेंटर का लोकार्पण होने के बाद अभी तक लोक निर्माण विभाग ने इसे स्वास्थ्य विभाग के हवाले नहीं किया है। चार जिलों के लोगों को मिलेगा लाभ लोगों की मांग को देखते हुए साल 2015 में कांग्रेस सरकार के दौरान ही तत्कालीन पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने अपने कार्यकाल में अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर की आधारशिला रखी गई थी, लेकिन अभी तक कार्य पूरा नहीं हो पाया है। ट्रॉमा सेंटर मिलने से चार जिलों के लोगों को आपातकाल में तुरंत सुविधाएं मिल सकेगी। एकेक अब लोगों को आपातकाल के दौरान गंभीर मरीजों की 130 किलोमीटर दूर शिमला रेफर करने पड़ रहे है। क्या कहते हैं जिम्मेदार....? एमएस डॉ अजय नेगी ने बताया कि कार्य पूरा न होने के कारण अभी तक ट्रॉमा सेंटर लोक निर्माण विभाग ने अस्पताल को नहीं सौंपा है। जैसे ही कार्य पूरा होगा सेंटर में मरीजों को उचित सुविधा दी जाएगी। लोक निर्माण विभाग के एसडीओ बृज लाल ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर में अभी बिजली और लिफ्ट की सुविधा न होने से स्वास्थ विभाग को नहीं दिया है। जल्द बिजली ही व्यवस्था करने स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया जाएगा।

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