राहुल और प्रियंका गांधी को संभल जाने से रोकना तानाशाही:यूपी में लगे राष्ट्रपति शासन, पुलिस को चकमा देकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे कांग्रेसी
बुलंदशहर में नेता विपक्ष राहुल गांधी के संभल हिंसा पीड़ितों से मिलने के कार्यक्रम को रोकने पर यूपी में राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। बुधवार सुबह बुलंदशहर से कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पुलिस को चकमा देकर दिल्ली के लिए रवाना हो गए। पूर्व विधायक प्रत्याशी और युवा प्रदेश उपाध्यक्ष जियाउर्रहमान के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे और प्रदर्शन किया। पुलिस को चकमा देकर रवाना हुए कार्यकर्ता तड़के सुबह जियाउर्रहमान के नेतृत्व में दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे। यहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को संभल जाने से रोके जाने के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। जियाउर्रहमान ने आरोप लगाया कि योगी सरकार तानाशाही पर उतारू है और अल्पसंख्यकों को टारगेट कर रही है। संभल हिंसा को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप जियाउर्रहमान ने कहा कि संभल में पुलिस ने षड्यंत्र के तहत पांच युवकों की हत्या की है। उन्होंने इसे अल्पसंख्यकों के खिलाफ भाजपा सरकार की साजिश बताया। उनका कहना था कि राहुल और प्रियंका गांधी का पीड़ितों से मिलना बेहद जरूरी है, लेकिन पुलिस-प्रशासन कांग्रेस कार्यकर्ताओं को घरों में कैद कर तानाशाही रवैया अपना रहा है। कांग्रेस नेताओं ने योगी सरकार को बर्खास्त करने और यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। जियाउर्रहमान ने कहा, "भाजपा की अफसरशाही हावी हो गई है, और पुलिस मासूमों पर जुल्म कर रही है।" गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन में सुभाष गांधी, इसराइल गहलोत, शुभम कौशिक, नरेंद्र चौधरी, हारून खान, शानू ठाकुर समेत कई अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।
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