लखनऊ में कला और साहित्य का संगम:'बुक्स एंड ब्रशेस' कार्यक्रम में उमड़ी भीड़, बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
लखनऊ के सहारागंज मॉल में 'बुक्स एंड ब्रशेस' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन से हुआ। एसपी पूर्णेंदु सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका स्नेहिल पांडेय, रिटायर्ड पुलिस अधिकारी सत्य सिंह और आयोजक दर्शना विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत गार्गी द्विवेदी द्वारा गणेश वंदना से हुई। मनस्वी, अनन्या, पावनी और सिद्धिक्षा ने किताबों के महत्व पर स्किट प्रस्तुत की। दिव्यांश पब्लिकेशन, युगम हिंद पब्लिकेशंस, द बुक लैंड और नव पल्लव बुक्स ने पुस्तक प्रदर्शनी लगाई। वरदान इंटरनेशनल एकेडमी के छात्रों ने अपनी कलाकृतियां प्रस्तुत कीं। इन मेधावियों ने प्रतियोगिता में बाजी मारी यंग पिकासो आर्ट प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग से निधि पटेल, दिव्यांशी रस्तोगी, सूर्यांश पटेल, अनुष्का सिंह और दिव्यांजलि सिंह विजेता रहे। सीनियर वर्ग में रिया जायसवाल, वंशिका और सौम्या शुक्ला ने पुरस्कार जीते। कलाकार अरविंद चौधरी ने ग्लू डस्ट आर्ट की कार्यशाला आयोजित की। रविवार को संवाद होगा शाम को हुए कवि सम्मेलन में सोमनाथ कश्यप, सौरव जायसवाल, सूर्य प्रकाश सूरज समेत कई कवियों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत कीं। लखनऊ के लेखक अमिताभ कुमार और दिव्या प्रकाश दुबे की किताबें भी प्रदर्शित की गईं। रविवार को प्रख्यात शिक्षाविदों और लेखकों के साथ संवाद होगा। कलाकार तृप्ति पाहवा की लाइव आर्ट टॉक का आयोजन किया जाएगा। बच्चों के लिए विशेष आर्ट प्रतियोगिता रखी गई है। कार्यक्रम में प्रवेश निशुल्क है।

लखनऊ में कला और साहित्य का संगम: 'बुक्स एंड ब्रशेस' कार्यक्रम में उमड़ी भीड़, बच्चों ने दिखाई प्रतिभा
लखनऊ में हाल ही में आयोजित 'बुक्स एंड ब्रशेस' कार्यक्रम ने शहर के सभी कला प्रेमियों और साहित्यिक दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में कला और साहित्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। बच्चों ने न केवल अपनी प्रतिभा दिखाई, बल्कि विभिन्न प्रकार की कलाओं और साहित्यिक रचनाओं में अपनी गहरी रुचि का प्रदर्शन भी किया। यह आयोजन लखनऊ के कला जगत में एक महत्वपूर्ण क्षण था।
कार्यक्रम की विशेषताएँ
इस कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियाँ शामिल थीं, जैसे चित्रकला प्रदर्शनी, कविता पाठ, और कहानी सुनाने का सत्र। बच्चों ने अपनी कलात्मकता के माध्यम से दर्शकों का ध्यान खींचा। उनमें से कई ने अपनी व्यक्तिगत कहानियों को चित्रों के माध्यम से पेश किया। इस प्रकार, घटना ने न केवल कला प्रेमियों को बल्कि परिवारों को भी शामिल किया, जो अपने बच्चों की प्रतिभा का उत्सव मनाने आए थे।
स्थानीय हस्तियों की भागीदारी
कार्यक्रम में कई प्रसिद्ध लेखक, कलाकार और शिक्षाविद् शामिल हुए जिन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित किया। स्थानीय कलाकारों ने थीम आधारित कार्यशालाएँ भी आयोजित कीं, जहाँ बच्चों ने सीधे उनसे सीखा। इस सहयोग ने बच्चों की रचनात्मकता को नए आयाम दिए।
समुदाय का समर्थन
लखनऊ की जनता ने इस कार्यक्रम को देखकर अपनी जबरदस्त प्रतिक्रिया दी। साधारण लोग से लेकर स्थानीय प्रशासन का समर्थन इस आयोजन की सफलता में बहुत महत्वपूर्ण था। यह दर्शाता है कि समुदाय कला और संस्कृति के प्रचार में कितनी रुचि रखता है।
अंत में, 'बुक्स एंड ब्रशेस' कार्यक्रम ने न केवल बच्चों की प्रतिभाओं को प्रदर्शित किया बल्कि यह भी दिखाया कि लखनऊ में कला और साहित्य का होना कितना महत्वपूर्ण है। इस तरह के कार्यक्रम आगे भी आयोजित किए जाने चाहिए ताकि हम नई प्रतिभाओं को पहचान सकें और उन्हें प्रोत्साहित कर सकें।
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