लखनऊ में कैब चालकों का विरोध प्रदर्शन:25 अक्टूबर से 2000 कैब ड्राइवर करेंगे हड़ताल, राइड का रेट बढ़ाने की मांग
लखनऊ में कैब चालकों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर ओला, उबर , रैपीडो और इन-ड्राइवर के चालकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सांकेतिक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में शामिल चालकों ने बताया कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो 25 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। प्रदर्शकारी चालकों ने कैब कंपनियों के विरुद्ध नारेबाजी किया। 'कंपनी की मनमानी से चालक परेशान' प्रदर्शन कर रहे कैब चालक जाहिद ने बताया कि हम सभी ड्राइवरों की मांग है कि कंपनी राइड का रेट बढ़ाए। कंपनी राइड पर अधिक पैसा लेती है मगर चालकों को कम पैसे देती है। कई बार मांग करने के बाद भी कंपनी ने हमारी बातों पर अमल नहीं किया। कैब कंपनियों लगातार चालकों का शोषण कर रही है। स्थिति यह हो गई है कि चालक दो वक्त का भोजन भी परिवार को ठीक से उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं। हम लोगों को गुमराह करके 10 लाख की चार पहिया वाहन दिलवा दिया गया। कैब कंपनी ने जो वादे किए थे वह पूरा नहीं किये । अधिकतर चालकों ने किश्त पर गाड़ियां लिया है जिसका महीने किश्त चुका पाना भी मुश्कि हो गया है । कंपनी अक्सर मनमानी करते हुए जब चाहती है चालक को ऑफ रोड कर देती है। चालकों की विभिन्न मांग कैब चालकों ने कहा कि हमारी मांग है कि ड्राइवर को राइड का सही दम दिया जाए। हमसे 30 से 35% कमीशन लिया जा रहा है , जिसको कम करके 15% किया जाए। प्रति किलोमीटर के हिसाब से रेट निर्धारित किया जाए। चालकों को बीमा की सुविधा प्रदान की जाए। अगर यह मांगे नहीं पूरी हुई तो 25 अक्टूबर से 2000 कैब चालक हड़ताल करेंगे। इस हड़ताल में रैपीडो , इन ड्राइव और उबर का विरोध किया जाएगा। फिलहाल तमाम चालकों ने यह फैसला लिया है कि ओला को एक महीने का समय दिया जाएगा उसके बाद अगर ओला ने भी मांग पूरी नहीं किया तो उसका भी विरोध और बहिष्कार होगा।
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