लखनऊ में रिश्तेदार ने मकान के नाम पर सात-लाख ठगे:व्यापारी से पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर ठगी, FIR
लखनऊ में एक युवक ने दोस्तों के साथ मिलकर रिश्तेदार से मकान दिलाने के नाम पर 5.80 लाख रुपए ठग लिए। वहीं एक ठग ने व्यापारी को पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर चार लाख रुपए ठग लिए। पुलिस दोनों मामलों में पीड़ितों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। बैंक नीलामी का मकान दिलाने के नाम पर ठगी आलमबाग सुजानपुर निवासी इरशाद अली ने पुलिस को बताया कि रिश्तेदार मो. इसरार ने बैंक का एक मकान की नीलामी करने की बात कही। साथ ही दावा किया कि वह उनको वह मकान सस्ते में दिलवा देगा। जिसके बाद इसरार 16 फरवरी को बैंक ऑफ बड़ौदा की आलमबाग शाखा ले गया। जहां उसने बैंक के बाहर रुकने की बात कह खुद अंदर चला गया। कुछ देर बार वह एक साथी के लौटा। फिर कहा कि इनका नाम गौस मोहम्मद है। वह बैंक में फील्ड ऑफिसर है। जिसके बाद उसने अपना पहचान पत्र भी दिखाते हुए मकान आठ लाख रुपए में दिलाने की बात कही। जिसे एक वर्ष में किस्तों में देनी होगी। किस्त खत्म होने पर बैंक आपके नाम रजिस्ट्री कर देगी। पीड़ित ने इसरार और गौस को 6.20 लाख रुपए दिए। मगर उन्हें बैंक से कोई रसीद नहीं दी। रसीद मांगने पर आरोपी टालमटोल करने लगे। बैंक में पता करने पर जानकारी हुई कि उन लोगों ने ठगी की है। पैसे वापस मांगने पर इसरार ने 40 हजार रुपए लौटा दिए, लेकिन बकाया नहीं लौटाया। पेट्रोल पंप की लाइसेंस दिलाने के नाम पर ठगी महिगवां के पहाड़पुर निवासी अंशु शुक्ला के साथ पेट्रोल पंप के नाम पर चार लाख रुपए ठग लिए गए। उनके मुताबिक काफी समय पहले एक कार्यक्रम के दौरान इरतजा अली और अजहर अहमद से मुलाकात हुई थी। दोनों ने इंडियन ऑयल में पहचान होने की बात कहते हुए पेट्रोल पंप का लाइसेंस दिलाने की बात कही। लाइसेंस के लिए उन्हें पांच लाख रुपए खर्च करने की बात कही। उनकी बातों में आकर दोनों को पांच लाख रुपए दे दिए, मगर लाइसेंस नहीं मिला। कई बार दोनों से पैसे मांगने पर एक लाख रुपए लौटा दिए, लेकिन बाकी देने से मना कर दिया। जिसके बाद दोनों के खिलाफ महिगवां थानों में मुकदमा दर्ज कराया।
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