पर्थ में भारत की जीत के टॉप-5 फैक्टर्स:बुमराह की कप्तानी और यशस्वी-राहुल की ओपनिंग बनी गेम चेंजर; कंडीशन का उठाया फायदा

भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में जीत से शुरुआत की है। टीम ने पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में हुए पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराया। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस स्टेडियम में पहली बार हारी है। इस मुकाबले से पहले भारत के कई खिलाड़ी खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। टीम को घर में न्यूजीलैंड के हाथों 0-3 की हार झेलनी पड़ी थी। फिर भी भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पूरे मुकाबले में टिकने नहीं दिया। पढ़िए पर्थ में मिली इस ऐतिहासिक जीत के टॉप-5 फैक्टर्स... 1. कप्तान बुमराह का साहसिक फैसला, पहले बैटिंग चुनी पर्थ की पिच स्पीड और बाउंस के लिए जानी जाती है। इस मैदान पर भारतीय पिचों की तुलना में 13 सेंटीमीटर ज्यादा उछाल रहता है। मुकाबले से पहले पिच क्यूरेटर इसाक मैकडोनाल्ड ने कहा था- 'पिच में बाउंस-पेस होगा।' पिच पर 9 mm की घास छोड़ी गई थी। ऐसे में माना जा रहा था कि टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करने का फैसला करेगी। भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीता और बैटिंग करने का साहसिक फैसला लिया। आखिरकार यह फैसला सही साबित हुआ। 2. बॉलर्स ने बाउंस बैक कराया भारतीय टीम पहली पारी में 150 रन के स्कोर पर सिमट गई। इसके बाद कप्तान बुमराह की लीडरशिप में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को 51.2 ओवर में 104 रन पर ऑलआउट कर दिया। यहां भारत को छोटे से स्कोर के बावजूद 46 रनों की बढ़त मिल गई। इससे भारतीय टीम को साइकोलॉजिकल एडवांटेज मिला और ऑस्ट्रेलिया की टीम मैच में रिकवर नहीं कर पाई। 3. पिच का मिजाज बदला, कंडीशन का फायदा मिला पहले दिन की खतरनाक नजर आ रही पिच का मिजाज दूसरे दिन पूरी तरह बदल गया। पिच धीमी होने लगी और बाउंस भी कम हो गया। बदली हुई परिस्थितियों का भारतीय ओपनर्स ने पूरा फायदा उठाया। इस विकेट पर दूसरे दिन 3 विकेट ही गिरे, जो पहले सेशन में आए थे। भारतीय ओपनर्स ने पूरे दिन बल्लेबाजी की। 4. यशस्वी-राहुल की ओपनिंग पार्टनरशिप, कोहली ने सेंचुरी जमाई यशस्वी जायसवाल ने पिच की बदलती कंडीशन का खूब फायदा उठाया। दोनों ने 201 रनों की रिकॉर्ड ओपनिंग साझेदारी की। यशस्वी ने 161 रन बनाए, जबकि राहुल ने 67 रनों का योगदान दिया। फिर विराट कोहली (100*) ने भी शतक जमाया। निचले क्रम में नीतीश रेड्‌डी ने 38 रन का योगदान दिया। उन्होंने पहली पारी में भी 41 रन बनाए थे। इस मैच में 4 बल्लेबाजों ने 100 से ज्यादा रन बनाए, इनमें 3 भारतीय शामिल रहे। मैच में जायसवाल ने 161, कोहली ने 105 और राहुल ने 103 रन बनाए। वहीं, ऑस्ट्रेलिया से ट्रैविस हेड ने 100 रन का योगदान दिया। 5. राहुल, पंत और रेड्‌डी ने अहम मौकों पर रन बनाए ओपनर केएल राहुल, ऋषभ पंत और नीतीश रेड्‌डी ने अहम मौकों पर रन बनाए। राहुल ने पहले दिन की चैलेंजिंग कंडीशन में 26 रन जोड़े। फिर पंत ने 37 और रेड्‌डी ने 48 रन का योगदान दिया। इन दोनों ने 48 रनों की अहम साझेदारी की थी। इसी साझेदारी ने भारत को पहली पारी में 150 रन तक पहुंचाया। फिर दूसरी पारी में राहुल ने यशस्वी के साथ मिलकर टीम को मजबूत शुरुआत दी। कोहली ने 100 रन और नीतीश रेड्डी ने 38 रन बनाते हुए टीम को 487 तक पहुंचा दिया। ------------------------------------------ पर्थ टेस्ट की यह खबर भी पढ़िए... भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराया भारत ने ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में 295 रन से हरा दिया है। पर्थ में सोमवार को मैच के चौथे दिन 534 रन चेज कर रही कंगारू टीम को दूसरी पारी में 238 रन पर ऑलआउट हो गई। इससे पहले भारत ने 6 विकेट पर 487 रन पर दूसरी पारी घोषित कर दी थी। टीम इंडिया ने पहली पारी में 150 रन बनाए थे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 104 रन पर सिमट गई थी। पढ़ें पूरी खबर

Nov 25, 2024 - 14:30
 0  4.6k
पर्थ में भारत की जीत के टॉप-5 फैक्टर्स:बुमराह की कप्तानी और यशस्वी-राहुल की ओपनिंग बनी गेम चेंजर; कंडीशन का उठाया फायदा
भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में जीत से शुरुआत की है। टीम ने पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में हुए पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराया। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस स्टेडियम में पहली बार हारी है। इस मुकाबले से पहले भारत के कई खिलाड़ी खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। टीम को घर में न्यूजीलैंड के हाथों 0-3 की हार झेलनी पड़ी थी। फिर भी भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को पूरे मुकाबले में टिकने नहीं दिया। पढ़िए पर्थ में मिली इस ऐतिहासिक जीत के टॉप-5 फैक्टर्स... 1. कप्तान बुमराह का साहसिक फैसला, पहले बैटिंग चुनी पर्थ की पिच स्पीड और बाउंस के लिए जानी जाती है। इस मैदान पर भारतीय पिचों की तुलना में 13 सेंटीमीटर ज्यादा उछाल रहता है। मुकाबले से पहले पिच क्यूरेटर इसाक मैकडोनाल्ड ने कहा था- 'पिच में बाउंस-पेस होगा।' पिच पर 9 mm की घास छोड़ी गई थी। ऐसे में माना जा रहा था कि टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करने का फैसला करेगी। भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीता और बैटिंग करने का साहसिक फैसला लिया। आखिरकार यह फैसला सही साबित हुआ। 2. बॉलर्स ने बाउंस बैक कराया भारतीय टीम पहली पारी में 150 रन के स्कोर पर सिमट गई। इसके बाद कप्तान बुमराह की लीडरशिप में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को 51.2 ओवर में 104 रन पर ऑलआउट कर दिया। यहां भारत को छोटे से स्कोर के बावजूद 46 रनों की बढ़त मिल गई। इससे भारतीय टीम को साइकोलॉजिकल एडवांटेज मिला और ऑस्ट्रेलिया की टीम मैच में रिकवर नहीं कर पाई। 3. पिच का मिजाज बदला, कंडीशन का फायदा मिला पहले दिन की खतरनाक नजर आ रही पिच का मिजाज दूसरे दिन पूरी तरह बदल गया। पिच धीमी होने लगी और बाउंस भी कम हो गया। बदली हुई परिस्थितियों का भारतीय ओपनर्स ने पूरा फायदा उठाया। इस विकेट पर दूसरे दिन 3 विकेट ही गिरे, जो पहले सेशन में आए थे। भारतीय ओपनर्स ने पूरे दिन बल्लेबाजी की। 4. यशस्वी-राहुल की ओपनिंग पार्टनरशिप, कोहली ने सेंचुरी जमाई यशस्वी जायसवाल ने पिच की बदलती कंडीशन का खूब फायदा उठाया। दोनों ने 201 रनों की रिकॉर्ड ओपनिंग साझेदारी की। यशस्वी ने 161 रन बनाए, जबकि राहुल ने 67 रनों का योगदान दिया। फिर विराट कोहली (100*) ने भी शतक जमाया। निचले क्रम में नीतीश रेड्‌डी ने 38 रन का योगदान दिया। उन्होंने पहली पारी में भी 41 रन बनाए थे। इस मैच में 4 बल्लेबाजों ने 100 से ज्यादा रन बनाए, इनमें 3 भारतीय शामिल रहे। मैच में जायसवाल ने 161, कोहली ने 105 और राहुल ने 103 रन बनाए। वहीं, ऑस्ट्रेलिया से ट्रैविस हेड ने 100 रन का योगदान दिया। 5. राहुल, पंत और रेड्‌डी ने अहम मौकों पर रन बनाए ओपनर केएल राहुल, ऋषभ पंत और नीतीश रेड्‌डी ने अहम मौकों पर रन बनाए। राहुल ने पहले दिन की चैलेंजिंग कंडीशन में 26 रन जोड़े। फिर पंत ने 37 और रेड्‌डी ने 48 रन का योगदान दिया। इन दोनों ने 48 रनों की अहम साझेदारी की थी। इसी साझेदारी ने भारत को पहली पारी में 150 रन तक पहुंचाया। फिर दूसरी पारी में राहुल ने यशस्वी के साथ मिलकर टीम को मजबूत शुरुआत दी। कोहली ने 100 रन और नीतीश रेड्डी ने 38 रन बनाते हुए टीम को 487 तक पहुंचा दिया। ------------------------------------------ पर्थ टेस्ट की यह खबर भी पढ़िए... भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराया भारत ने ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में 295 रन से हरा दिया है। पर्थ में सोमवार को मैच के चौथे दिन 534 रन चेज कर रही कंगारू टीम को दूसरी पारी में 238 रन पर ऑलआउट हो गई। इससे पहले भारत ने 6 विकेट पर 487 रन पर दूसरी पारी घोषित कर दी थी। टीम इंडिया ने पहली पारी में 150 रन बनाए थे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 104 रन पर सिमट गई थी। पढ़ें पूरी खबर

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow