लखनऊ विश्वविद्यालय में 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर संगोष्ठी:गुड गवर्नेंस एंड नेशन ऑफ डेवलप्ड इंडिया' का विमोचन; संस्थानों की व्यवस्था पर हुई चर्चा
लखनऊ विश्वविद्यालय के लोक प्रशासन विभाग में अटल सुशासन पीठ द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा और विशिष्ट अतिथि अपर प्रमुख सचिव एल. वेंकटेश्वर लू शामिल थे। अरविंद शर्मा ने कहा कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' प्रधानमंत्री मोदी का पुराना सपना है। इस प्रणाली से चुनावी खर्च और प्रशासनिक बोझ कम होगा। शर्मा ने शिक्षण संस्थानों की भूमिका और इस व्यवस्था से जुड़ी चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की। वहीं, एल. वेंकटेश्वर लू ने इसे सफलतापूर्वक लागू करने के उपाय सुझाए। उन्होंने कहा कि जनचर्चा के माध्यम से इसे प्रभावी बनाया जा सकता है। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और सामाजिक पहलुओं पर चर्चा मुख्य वक्ता प्रो. बलराज चौहान ने एक राष्ट्र, एक चुनाव की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर बताते हुए इसके राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने इसे सुशासन का नया आयाम बताते हुए कहा कि यह चुनौतीपूर्ण होते हुए भी देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। एक राष्ट्र, एक चुनाव विकास के नए मापदंड का आधार कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने चुनावी खर्च और प्रशासनिक समस्याओं के बारे में बताते हुए कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव विकास के नए मापदंड स्थापित करेगा। गुड गवर्नेंस एंड नेशन ऑफ डेवलप्ड इंडिया' का विमोचन कार्यक्रम के समापन में अटल सुशासन पीठ के संयोजक प्रो. नंदलाल भारती ने सभी अतिथियों का सम्मान किया। संगोष्ठी में शोध पत्र संग्रह 'गुड गवर्नेंस एंड नेशन ऑफ डेवलप्ड इंडिया' का विमोचन किया गया।कार्यक्रम का संचालन डॉ. उत्कर्ष मिश्रा ने किया ।डॉ. वैशाली सक्सेना ने विद्वानों, शोधार्थियों और छात्राओं को शामिल होने पर विशेष धन्यवाद दिया ।
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