लखीमपुर के थारू इलाके में मोबाइल नेटवर्क ध्वस्त:सड़कों पर उतरे लोग, जमकर की नारेबाजी; बोले- रिचार्च के बाद भी नहीं मिल रहा इंटरनेट

लखीमपुर खीरी के इंडो नेपाल बॉर्डर इलाके पर बसे थारू इलाके में मोबाइल का नेटवर्क महीनों से ध्वस्त है l अगर दुधवा नेशनल पार्क के जंगल इलाके में रहने वाले थारू जनजातीय लोगों की बात की जाए तो यह यहां के पर्यटन का मुख्य आकर्षण है, तो सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट योजना के लाभार्थी भी। जहां एक ओर सरकार थारू जनजाति इलाके में सभी तरह की सुख सुविधा देने का वादा कर रही है। वहीं प्रमुख मोबाइल नेटवर्क कंपनी निजी कम्पनी लोगों से पैसा तो वसूल कर रही है, लेकिन सुविधाएं देने में आनाकानी कर रही है। कम्पनी के अधिकारी पूरी तरह से सरकार की साख पर बट्टा लगा रहे हैं। आज मोबाइल लेकर लोग सड़कों पर उतरे और निजी कम्पनी के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। इलाके में पिछले दो से तीन महीने का समय हो गया है। नेटवर्क गायब है। लोगों को टावर के दर्शन कर रोज गुस्सा आ रहा है। आज वह गुस्सा फूटा लोग सड़कों पर उतरे। नेटवर्क गायब है। मोबाइल नेटवर्क सर्विस ठप हो गई है। ज्यादातर यूजर्स के मोबाइल में सिग्नल नहीं आ रहे हैं। 10 प्रतिशत लोगों ने इंटरनेट कनेक्टिविटी में बाधा होने की रिपोर्ट डाउनडिटेक्टर पर की है। यह समस्या चंदन चौकी, गौरीफंटा, सेडाबेडा, बनकटी, सरियापारा, बजाही, पिपरोला, सूंडा सहित दर्जनों गांव के मोबाइल धारकों को हो रही है।

Nov 11, 2024 - 14:10
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लखीमपुर के थारू इलाके में मोबाइल नेटवर्क ध्वस्त:सड़कों पर उतरे लोग, जमकर की नारेबाजी; बोले- रिचार्च के बाद भी नहीं मिल रहा इंटरनेट
लखीमपुर खीरी के इंडो नेपाल बॉर्डर इलाके पर बसे थारू इलाके में मोबाइल का नेटवर्क महीनों से ध्वस्त है l अगर दुधवा नेशनल पार्क के जंगल इलाके में रहने वाले थारू जनजातीय लोगों की बात की जाए तो यह यहां के पर्यटन का मुख्य आकर्षण है, तो सरकार की ड्रीम प्रोजेक्ट योजना के लाभार्थी भी। जहां एक ओर सरकार थारू जनजाति इलाके में सभी तरह की सुख सुविधा देने का वादा कर रही है। वहीं प्रमुख मोबाइल नेटवर्क कंपनी निजी कम्पनी लोगों से पैसा तो वसूल कर रही है, लेकिन सुविधाएं देने में आनाकानी कर रही है। कम्पनी के अधिकारी पूरी तरह से सरकार की साख पर बट्टा लगा रहे हैं। आज मोबाइल लेकर लोग सड़कों पर उतरे और निजी कम्पनी के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। इलाके में पिछले दो से तीन महीने का समय हो गया है। नेटवर्क गायब है। लोगों को टावर के दर्शन कर रोज गुस्सा आ रहा है। आज वह गुस्सा फूटा लोग सड़कों पर उतरे। नेटवर्क गायब है। मोबाइल नेटवर्क सर्विस ठप हो गई है। ज्यादातर यूजर्स के मोबाइल में सिग्नल नहीं आ रहे हैं। 10 प्रतिशत लोगों ने इंटरनेट कनेक्टिविटी में बाधा होने की रिपोर्ट डाउनडिटेक्टर पर की है। यह समस्या चंदन चौकी, गौरीफंटा, सेडाबेडा, बनकटी, सरियापारा, बजाही, पिपरोला, सूंडा सहित दर्जनों गांव के मोबाइल धारकों को हो रही है।

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