लखीमपुर में हैंडपंप रीबोर में बड़ा घोटाला:एक-एक करके सभी विकासखंडो में निकल रहा भ्रष्टाचार, डीएम ने गठित की टीम
जिले के धौरहरा ब्लॉक में हुए हैंडपंप रिबोर घोटाले के बाद अब ईसानगर ब्लॉक में भी बड़े घोटाले की चर्चाएं तेज हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों से शिकायतें आ रही हैं कि ईसानगर के 21 ग्राम पंचायतों में भी हैंडपंप रिबोर के नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है। आरोप है कि लाखों रुपये की अवैध निकासी की गई है, जबकि रिबोर के नाम पर काम नहीं किया गया। इन शिकायतों के मद्देनजर जिलाधिकारी की ओर से जांच कमेटी गठित कर दी गई है। इससे पहले, विकासखंड धौरहरा में भी रिबोर घोटाले का खुलासा हुआ था। यहां की 16 ग्राम पंचायतों में हुए हैंडपंप रिबोर के फर्जी कामों में लगभग 15 लाख रुपये का घोटाला सामने आया था। सीडीओ अभिषेक कुमार ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी। जांच में पता चला कि 13 ग्राम पंचायतों में यह घोटाला हुआ था, जिसके बाद संबंधित ठेकेदारों और फर्मों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था और एफआईआर भी दर्ज की गई थी। हालांकि, इस मामले में अब तक प्रधान और सचिव से रिकवरी की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन इन घटनाओं ने घोटालेबाजों के हौंसले को और मजबूत कर दिया है। धौरहरा में कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई थी कि अब ईसानगर ब्लॉक में एक नए घोटाले की गूंज उठने लगी है। ईसानगर ब्लॉक में 21 ग्राम पंचायतों की जांच ईसानगर ब्लॉक के 21 ग्राम पंचायतों में हुए हैंडपंप रिबोर के मामले में जांच के लिए अब जिलाधिकारी ने कमेटी गठित की है। इन पंचायतों में रिबोर कार्यों के लिए पांच लाख से अधिक रुपये खर्च किए गए हैं। पंचायती राज अधिकारी विशाल सिंह ने इस पूरे मामले पर कहा कि अगर जांच में कोई गड़बड़ी सामने आती है तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा यह मामला अब जिले के लिए गंभीर बनता जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, रिबोर घोटाले में प्रधान, पंचायत सचिव, ठेकेदार और अन्य जिम्मेदार अधिकारी भी शामिल हैं। शिकायतों के बावजूद कार्रवाई न होने से घोटालेबाजों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। प्रशासन की ओर से दी गई चेतावनियों का अब तक कोई खास असर नहीं दिखाई दे रहा है। ईसानगर ब्लॉक में बढ़ते इस घोटाले के बाद अब जिलाधिकारी और संबंधित विभाग के अधिकारियों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी हाल में भ्रष्टाचार और घोटालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
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