वाराणसी में 4203 स्टूडेंट्स को मिली स्कॉलरशिप:सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र बोले- जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर, अब उनकी पढ़ाई नहीं रुकेगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी के सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की। इस दौरान वाराणसी के कुल 4203 और 69,195 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति उनके अकॉउन्ट में भेजी गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने संस्कृत शिक्षा पर बल दिया। इस दौरान उन्होंने संस्कृत को विज्ञान की भाषा बताया। इस दौरान छत्रवृत्ति पाने वाले छात्रों ने कहा- इस छात्रवृत्ति का क्या महत्व है यह उस छात्र से पूछिए जिसकी पढ़ाई आर्थिक स्थिति ठीक न होने से बीच में ही रुक जाती है। सीएम ने मंच से 12 छात्र-छात्राओं सुहानी कुमारी, तनुज शुक्ला, रंजना कुमारी, कृष्ण द्विवेदी, आर्यन द्विवेदी, अभिनव मिश्रा, स्मिता पाठक, बबलू पाठक, योगेश कुमार दुबे, प्रिन्स पांडेय, हंस कुमार विस्वा और गोपी को प्रतिकात्मक चेक प्रदान कर छात्रवृत्ति योजना का शुभारम्भ किया। इस छात्रवृत्ति का चेक पाकर छात्र-छात्राएं खुश दिखीं। ऐसे में दैनिक भास्कर ने छात्रवृत्ति पाने बच्चों से बात की और जाना की यह छात्रवृत्ति फायदेमंद होगी। सबसे पहले देखिए मंच पर छात्रवृत्ति पाने वाले छात्रों की तीन तस्वीरें... अब जानिए छात्रों ने इस छात्रवृत्ति को लेकर क्या कहा और आगे वो क्या करना चाहते हैं... सीएम ने हमें छात्रवृत्ति दी बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं सरस्वती विद्यालय के छात्र अभिनव मिश्रा को 900 रुपए छात्रवृत्ति मिली है। कक्षा 8 के स्टूडेंट अभिनव ने बताया- बहुत ख़ुशी हो रही है कि मुख्यमंत्री के हाथों हमें आज छात्रवृत्ति मिली है। अभी कक्षा 8 में हूं पहली बार ये पैसे मिले हैं। बहुत अच्छा लग रहा है। मुझे ज्योतिष विद्या में आगे बढ़ना है। ऐसे में यह छात्रवृत्ति हमारे बहुत काम आने वाली है। संस्कृत विद्यालयों में अब बच्चों को पढ़ने में होगी आसानी गुरु गोरक्ष संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्र आर्यन द्विवेदी कक्षा 7 के स्टूडेंट हैं। उन्हें 600 रुपए सालाना छात्रवृत्ति मिलेगी। उन्हें मंच पर सीएम प्रतीकात्मक चेक प्रदना किया। आर्यन ने बताया- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनसे उनके स्कूल और किस कक्षा में न पढ़ते हैं इसके बारे में पूछा। आर्यन ने कहा- पहले छात्रवृत्ति नहीं मिलती थी। मुख्यमंत्री के प्रयासों से यह छात्रवृत्ति और कई सारी योजनांए लागू हुई है। इससे पढ़ने में आसानी हो रही है। अब संस्कृत स्कूलों में ड्रेस भी मिल रहा है। ऐसे सीएम को धन्यवाद देना चाहूंगा। सीएम से मिलकर बहुत खुश हूं मुख्यमंत्री के हाथों मंच से 450 रुपए की छात्रवृत्ति पाने वाली श्री मां आनंदमई कन्यापीठ की छात्रा रंजना कुमारी ने बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी के हाथों जो चेक मिला है। यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल है। छात्रवृत्ति देकर सरकार हमें संस्कृत के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रही है। हम सभी इसी क्षेत्र में अपना करियर बना रहे हैं। अभी कक्षा 7 में हूं। मेरा लक्ष्य संस्कृत में शोध है। इसमें यह छात्रवृत्ति काफी मददगार होगी। छात्रवृत्ति से आगे पढ़ने और बढ़ने में मिलेगी मदद वाराणसी के श्रीरामचारी संस्कृत स्नातकोत्तर महाविद्यालय के उत्तर मध्यमा (11-12) के छात्र हर्ष कुमार मिश्रा को 1500 रुपए छात्रवृत्ति मिली है। हर्ष ने बताया- यह पहली बार हुआ है जब हमें संस्कृत पढ़ने के लिए छात्रवृत्ति मिली है। सीएम ने मंच से हमें चेक दिया है। इस दौरान उन्होंने मेरा और मेरे कालेज का नाम भी पूछा। हर्ष ने कहा - यह छात्रवृत्ति अच्छी पहल है इससे आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को संस्कृत के क्षेत्र में आगे बढ़ने और पढ़ने में मदद मिलेगी। आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए संजिवनी रूद्र आध्यात्म संस्कृत महाविद्यालय वाराणसी के छात्र योगेश कुमार दुबे ने बताया - हम लोगों के लिए छात्रवृत्ति योजना योगी जी ने आज से लागू की है। मै पूर्व माध्यमा कर रहा हूं इसलिए मुझे 1200 रुपए छात्रवृत्ति के लिए दिए गए हैं। सीएम ने हमसे हमारा नाम पूछा और कहा कि संस्कृत में क्या करना चाहते हो। इसपर हमने उन्हें अपना लक्ष्य बताया। योगेश ने बताया -छात्रवृत्ति से कितनी मदद मिलेगी ये उस आर्थिक रूप से कमजोर छात्र से पूछिए जो पैसे न होने के आभाव में पढ़ नहीं पाता। कल्याणकारी है छात्रवृत्ति सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदांत विभाग के शास्त्री के छात्र प्रिंस पांडेय को 1200 रुपए की छात्रवृत्ति मिली है। प्रिंस ने कहा- हमें यह पहली बार मिली है। मुख्यमंत्री के हाथों से मिली है इसलिए इसकी खुशी असीमित है। उन्होंने कहा- छात्रवृत्ति से हमें बहुत खुशी है क्योंकि जो कार्य आर्थिक समस्याओं की वजह से रुक जाते थे। वो अब नहीं रुकेंगे। ऐसे में यह कल्याणकारी और हमारे लिए फायदेमंद है छात्रवृत्ति। यह कम नहीं शुरुआत है वहीं जब प्रिंस से पूछा गया कि क्या 1200 रुपए सालाना कम नहीं हैं तो प्रिंस ने कहा यह कम नहीं है। ये शुरुआत है। अभी जितना बजट है। उतनी छात्रवृत्ति मिली है। आगे जब सरकार बजट बढ़ाएगी तो हमें अधिक भी मिलेगी।
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