वॉर्ड आया ने डेंगू पीड़ित बच्चे को लगाया इंजेक्शन, मौत:लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल का मामला, निदेशक ने बैठाई जांच
लखनऊ में डेंगू से ज्यादा मेडिकल स्टॉफ की लापरवाही मरीजों की जान ले रही हैं। नया मामला लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल से जुड़ा है। जहां 12 साल के भर्ती डेंगू पीड़ित बच्चे को गुरुवार सुबह वार्ड आया ने इंजेक्शन लगाया। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई। आनन- फानन उसे ICU में शिफ्ट किया गया। इलाज के दौरान बच्चे ने दम तोड़ दिया। घटना से गुस्साए परिवारीजनों ने हंगामा किया। अस्पताल निदेशक ने संविदा पर रखी वार्ड आया को बर्खास्त कर दिया है। ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स समेत तीन कर्मचारी निलंबित किए गए हैं। मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच कमेटी बनाई गई है। ये था पूरा मामला मड़ियांव के प्रीतिनगर निवासी इश्तियाक के बेटे जैद (12) को हफ्ते भर से बुखार आ रहा था। मंगलवार कोहालत गंभीर होने पर परिवारीजनों ने बलरामपुर अस्पताल की OPD में दिखाया। इसके बाद जैद को बाल रोग विभाग में भर्ती कर लिया गया। जांच में डेंगू की पुष्टि हुई। इश्तियाक का आरोप है कि गुरुवार सुबह करीब 11 बजे वार्ड में मौजूद आया ने उनके बेटे को इंजेक्शन लगाया। इस दौरान नर्स वार्ड में ही थी। इसके पांच मिनट बाद ही जैद की हालत गंभीर हो गई। नर्स को इसकी जानकारी दी गई। इस पर वार्ड आया बोली, बच्चा नौटंकी कर रहा है। वेंटिलेटर सपोर्ट से भी नही बची जान हालत बिगड़ने पर जैद को ICU में वेंटिलेटर पर रखा गया। करीब तीन घंटे बाद उसकी मौत हो गई। घटना से आक्रोशित परिजनों ने हंगामा किया। मामले की जानकारी पर अस्पताल के अफसर पहुंचे। वजीरगंज कोतवाली की पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा देकर परिजनों को शांत कराया। जांच रिपोर्ट पर होगी कार्रवाई अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए वार्ड आया को बर्खास्त कर दिया गया है। स्टाफ नर्स समेत तीन लोगों को निलंबित किया गया है। पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित्त कर दी गई है। इसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
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