शिमला में सोनू गैंग के 9 और सदस्य गिरफ्तार:अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी का मामला, अब तक 30 पकड़े, 9.22 लाख की संपत्ति जब्त
शिमला में रामपुर पुलिस ने अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी मामले में कार्रवाई की है। पुलिस ने मंडी जिले के करसोग में सोनू गैंग के 9 और सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये सभी गैंग के मुख्य सरगना आरोपी सोहन लाल उर्फ सोनू और गीता श्रेष्ठ के साथ हेरोइन की तस्करी में शामिल थे। गिरोह में कुल 30 लोग शामिल डीएसपी नरेश शर्मा ने बताया कि 3 मार्च 2025 को सोहन लाल और गीता श्रेष्ठ को 26.68 ग्राम चिट्टा के साथ पकड़ा गया था। दोनों से 9.22 लाख रुपए की संपत्ति भी जब्त की गई थी। जांच में पता चला कि इस गिरोह में कुल 30 लोग शामिल थे। गिरफ्तार किए आरोपियों की पहचान गिरफ्तार आरोपियों में हुकम चंद उर्फ रिंकू वर्मा, महेंद्र कुमार, विमल ठाकुर, टंकेश्वर दत्त उर्फ नेगू वर्मा, आशीष कुमार, हनिश कुमार, सौरभ, विजय कुमार उर्फ विशी शर्मा और ललित कायथ शामिल हैं। सभी आरोपी करसोग और रामपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं। 21 आरोपी पहले गिरफ्तार पुलिस 21 को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशे के कारोबार पर अंकुश लगेगा। डीएसपी शर्मा के अनुसार मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

शिमला में सोनू गैंग के 9 और सदस्य गिरफ्तार: अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी का मामला
शिमला में हाल ही में पुलिस ने सोनू गैंग के 9 और सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो कि अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करी के एक बड़े मामले से जुड़े हैं। इस कार्रवाई के तहत अब तक कुल 30 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं और पुलिस ने 9.22 लाख रुपये की संपत्ति भी जब्त की है। यह घटना केवल शिमला नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है।
गिरफ्तारी का विवरण
गिरफ्तार किए गए सदस्यों की पहचान अभी तक नहीं की गई है, लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन लोगों का संबंध सोनू गैंग से है, जो कि पिछले कई महीनों से विभिन्न राज्यों में ड्रग्स की तस्करी कर रहा था। इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि यह एक टीम वर्क का नतीजा था, जिसमें कई विभागों का सहयोग शामिल था।
ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क
पुलिस के अनुसार, सोनू गैंग का नेटवर्क व्यापक और खतरनाक है। इसके सदस्यों ने विभिन्न राज्यों में ड्रग्स का व्यापार किया है, जिससे न केवल शिमला, बल्कि सम्पूर्ण उत्तर भारत में नशे की समस्या बढ़ी है। ऐसे में, इस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी उन्हें रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
जब्त की गई संपत्ति
पुलिस ने इस कार्रवाई में 9.22 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है, जिसमें ड्रग्स, उपयोग में आने वाले उपकरण और अन्य सामान शामिल हैं। इस संपत्ति का उपयोग ड्रग्स के व्यापार में किया जा रहा था।
आगे की कार्रवाई
पुलिस अब इन गिरफ्तार सदस्यों से पूछताछ करने का कार्य कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके द्वारा चलाए जा रहे नेटवर्क के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके। कुछ पुलिस अधिकारी यह मानते हैं कि यह गिरोह अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम कर रहा था, जिसके चलते इसका नेटवर्क और भी मजबूत हो गया था।
इस मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस ने सभी नागरिकों से भी अपील की है कि वे इस तरह की गतिविधियों की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें।
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