श्रीमद्भागवत कथा के दौरान किया लव जिहाद के खिलाफ सतर्क:बोले रामभद्राचार्य- सतर्क रहें हिन्दू बच्चियां, मैं बनूंगा तात्या टोपे
पंडित अंबिका प्रसाद मिश्र की स्मृति में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन मंगलवार को जगतगुरु रामभद्राचार्य जी ने हिन्दू महिलाओं और बेटियों को लव-जिहाद के खतरे से आगाह किया। उन्होंने कहा कि हमारे सनातन धर्म में विवाह एक पवित्र संस्कार है, लेकिन आज हमारी मासूम बेटियां और महिलाएं लव-जिहाद के जाल में फंसाई जा रही हैं। उन्होंने इस विषय पर गंभीर चिंता जताई और कहा कि कई मामलों में बाद में पता चलता है कि उन महिलाओं को बेरहमी से मारा गया या उनके शरीर के टुकड़े कर दिए गए। जगतगुरु ने महिलाओं से आग्रह किया कि वे झांसी की रानी की तरह अपनी रक्षा करें और कहा कि मैं तात्या टोपे की भूमिका निभाऊंगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब हमें सतर्क होना होगा और अपनी बच्चियों को इस खतरे से बचाना होगा। राधा-कृष्ण का वैवाहिक संबंध प्रमाणित जगतगुरु रामभद्राचार्य जी ने कथा के दौरान यह दावा किया कि राधा रानी भगवान श्रीकृष्ण की वास्तविक धर्मपत्नी थीं। उन्होंने श्रीमद्भागवत और श्रीरामचरितमानस के संदर्भों का हवाला देते हुए बताया कि राधा-कृष्ण का विवाह शास्त्रों में प्रमाणित है। उन्होंने कहा कि भागवत में 10, 30, और 32वें अध्याय में इस बात का उल्लेख है। कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े प्रसंगों को जीवंत करते हुए उन्होंने 12 असुरों के संहार की कथा सुनाई, जिससे उपस्थित भक्त मंत्रमुग्ध हो गए। पवन सिंह के भजनों से भक्त हुए भावविभोर भक्ति के इस माहौल में भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने अपनी शानदार प्रस्तुति से भजन संध्या का समां बांधा। उनके गाए भजनों, जैसे "ओम जयंती मंगला भद्रकाली कपालिनी" और "अखियां खोला हो बाबुआ", पर भक्तों ने जमकर झूमते हुए भक्ति रस का आनंद लिया। देर रात तक भक्तों की भीड़ पवन सिंह के भजनों में डूबी रही। कार्यक्रम में डीएम संजीव रंजन, एसपी डॉ. अनिल कुमार, और पूर्व सांसद धनंजय सिंह जैसी प्रमुख हस्तियां भी मौजूद रहीं। मिलावटखोरों का होगा सर्वनाश कथा के दौरान तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट के मुद्दे पर जगतगुरु रामभद्राचार्य जी ने सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि भगवान के प्रसाद में मिलावट करने वालों का सर्वनाश निश्चित है। हम विष को भी अमृत मानकर पीने वाले हैं, लेकिन भगवान के प्रसाद में मिलावट करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। वेद-पुराण की शंकाओं का समाधान कथा के दौरान जगतगुरु ने भक्तों से आह्वान किया कि वेद, पुराण और अन्य शास्त्रों से संबंधित किसी भी शंका के समाधान के लिए वे पर्ची पर अपनी शंकाएं लिखकर उन्हें भेजें। उन्होंने वादा किया कि वे स्वयं उन शंकाओं का समाधान करेंगे। भागवत कथा के पांचवे दिन राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी कथा में शामिल हुए। दोनों ही मंत्रियों ने कथा का आनंद लिया और उसके बाद लखनऊ के लिए रवाना हुए।
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