संभल की घटना की मानवाधिकार आयोग से शिकायत:पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग का आरोप, याचिका दर्ज

संभल में हुई हिंसक घटना के मामले में डीके फाउंडेशन ऑफ फ्रीडम एंड जस्टिस ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) में शिकायत दर्ज कराई है। फाउंडेशन ने आरोप लगाया है कि पुलिस की अंधाधुंध फायरिंग में मुस्लिम समुदाय के तीन लोगों की मौत हुई, जोकि मानवाधिकारों का उल्लंघन है। आयोग ने इस याचिका को पंजीकृत कर लिया है। वीडियो को बनाया आधार डीके फाउंडेशन ने अपनी याचिका में कथित वायरल वीडियो को आधार बनाते हुए पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। याचिका में कहा गया है कि मस्जिद सर्वे का आदेश आने के बाद जिले का माहौल बिगड़ गया और प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। फाउंडेशन का आरोप-पुलिस की कार्रवाई एकतरफा फाउंडेशन के राष्ट्रीय विधिक सलाहकार और हाईकोर्ट इलाहाबाद के अधिवक्ता सैफ मोहम्मद खान ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शांति भंग करने का आरोप लगाते हुए सिर्फ एक पक्ष (मुस्लिम समुदाय) के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने दावा किया कि फायरिंग में तीन युवकों की मौत हुई, जो कि निष्पक्ष जांच की मांग करता है। याचिका में पुलिस पर गंभीर आरोप याचिका में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि प्रशासन ने हिंसा रोकने के बजाय इसे बढ़ावा दिया। सैफ मोहम्मद खान ने इसे "निंदनीय" और "बड़ी जांच का विषय" बताया। आयोग में याचिका पंजीकृत डीके फाउंडेशन के अनुसार, उनके मेमोरेंडम ऑफ आर्टिकल में दिए गए प्रावधानों के तहत, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को संज्ञान में लिया है। अब पुलिस की कार्रवाई की जांच और घटना की पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की गई है। संभल में शांति की अपील इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। डीके फाउंडेशन ने न्यायिक जांच और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हुए सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस प्रशासन की ओर से फिलहाल इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

Nov 24, 2024 - 23:10
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संभल की घटना की मानवाधिकार आयोग से शिकायत:पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग का आरोप, याचिका दर्ज
संभल में हुई हिंसक घटना के मामले में डीके फाउंडेशन ऑफ फ्रीडम एंड जस्टिस ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) में शिकायत दर्ज कराई है। फाउंडेशन ने आरोप लगाया है कि पुलिस की अंधाधुंध फायरिंग में मुस्लिम समुदाय के तीन लोगों की मौत हुई, जोकि मानवाधिकारों का उल्लंघन है। आयोग ने इस याचिका को पंजीकृत कर लिया है। वीडियो को बनाया आधार डीके फाउंडेशन ने अपनी याचिका में कथित वायरल वीडियो को आधार बनाते हुए पुलिस प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। याचिका में कहा गया है कि मस्जिद सर्वे का आदेश आने के बाद जिले का माहौल बिगड़ गया और प्रशासन की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। फाउंडेशन का आरोप-पुलिस की कार्रवाई एकतरफा फाउंडेशन के राष्ट्रीय विधिक सलाहकार और हाईकोर्ट इलाहाबाद के अधिवक्ता सैफ मोहम्मद खान ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शांति भंग करने का आरोप लगाते हुए सिर्फ एक पक्ष (मुस्लिम समुदाय) के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने दावा किया कि फायरिंग में तीन युवकों की मौत हुई, जो कि निष्पक्ष जांच की मांग करता है। याचिका में पुलिस पर गंभीर आरोप याचिका में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि प्रशासन ने हिंसा रोकने के बजाय इसे बढ़ावा दिया। सैफ मोहम्मद खान ने इसे "निंदनीय" और "बड़ी जांच का विषय" बताया। आयोग में याचिका पंजीकृत डीके फाउंडेशन के अनुसार, उनके मेमोरेंडम ऑफ आर्टिकल में दिए गए प्रावधानों के तहत, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को संज्ञान में लिया है। अब पुलिस की कार्रवाई की जांच और घटना की पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की गई है। संभल में शांति की अपील इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। डीके फाउंडेशन ने न्यायिक जांच और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग करते हुए सभी से शांति बनाए रखने की अपील की है। पुलिस प्रशासन की ओर से फिलहाल इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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