संभल जामा मस्जिद पर सफेदी एक हफ्ते में होगी:कराएगी एएसआई, हाईकोर्ट ने ASI से पूछा: 2024-25 में ही क्यों जागे

संभल की जामा मस्जिद की रंगाई-पुताई मामले में हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। एक हफ्ते के अंदर ASI की टीम इमारत के खराब हिस्सों पर सफेदी का काम करेगी, काम पूरा होने के बाद जो भी खर्चा आएगा मस्जिद इंतजामिया कमेटी ASI को उसका खर्चा देगी। हाईकोर्ट ने ASI के वकील से पूछा कि आपको इसकी याद 2024 से 25 में ही आई है। इससे पहले क्यों नहीं आई। बीती 4 मार्च को सुनवाई के दौरान हिंदू पक्ष अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने हाईकोर्ट से कहा कि अगर आप इसे मस्जिद लिखते हैं, तो इसे मस्जिद के रूप में ही देखेंगे अब इसे विवादित ढांचा लिखा जाना चाहिए। वहीं आज बुधवार को संभल कोतवाली के मोहल्ला कोट पूर्वी स्थित शाही जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर की रंगाई-पुताई की सुनवाई हाईकोर्ट के न्यायाधीश रोहित रंजन अग्रवाल ने की है। संभल मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई है। न्यायाधीश रोहित रंजन अग्रवाल ने एक हफ्ता के अंदर मस्जिद की दीवारों पर खराब हिस्सों में सफेदी करने के आदेश दिए हैं, वहीं इंतजामिया समिति सफेदी का काम पूरा होने के बाद इसका सारा खर्चा ASI को देगी। जस्टिस रोहित रंजन अग्रवाल ने ASI से रिपोर्ट पढ़ने को कहा था। ASI के वकील ने रिपोर्ट पढ़ते हुए कहा कि मस्जिद कमेटी ने कई सालों तक हुई पुताई कराई, जिससे ढांचे की बाहरी दीवारों को नुकसान पहुंचा है। हाईकोर्ट ने ASI से पूछा कि आप लोग कहां थे उस समय, वकील ने कहा कि हमने एफआईआर दर्ज की है। कोर्ट ने पूछा कि 2010 एवं 2020 में आप कहां थे। वर्षों से मस्जिद कमेटी सफेदी करा रही थी आप क्या किए, 2024 और 2025 में ही क्यों जागे हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट का आदेश ASI मस्जिद के उन हिस्सों में सफेदी एएसआई करेगा जहां इसकी जरूरत है। आज से 1 हफ्ते में मस्जिद में रंगाई पुताई का काम होगा। रंगाई-पुताई का का खर्चा मस्जिद कमेटी पुताई के 1 हफ्ते बाद ASI को देगी। बता दें कि बीती 28 फरवरी को हाईकोर्ट के निर्देश पर ASI की तीन सदस्यीय कमेटी ने सवा घंटा मस्जिद का अंदरूनी और बाहरी निरीक्षण किया था। अपनी रिपोर्ट हाई कोर्ट में पेश करते हुए कहा था कि रंगाई-पुताई की आवश्यकता नहीं है। ASI ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अंदर टाइल्स और पत्थर लगाए गए हैं, स्वरूप को बदला गया है। एक मार्च को हाईकोर्ट ने रिपोर्ट के आधार पर रंगाई-पुताई के आदेश नहीं दिए बल्कि रमजान के महीने को देखते हुए साफ-सफाई करने के निर्देश दिए थे, पुताई भी एएसआई की देखरेख में हुई थी।

Mar 12, 2025 - 12:59
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संभल जामा मस्जिद पर सफेदी एक हफ्ते में होगी:कराएगी एएसआई, हाईकोर्ट ने ASI से पूछा: 2024-25 में ही क्यों जागे
संभल की जामा मस्जिद की रंगाई-पुताई मामले में हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। एक हफ्ते के अंदर ASI

संभल जामा मस्जिद पर सफेदी एक हफ्ते में होगी: कराएगी एएसआई

सम्भल की जामा मस्जिद, जो धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, उसे एक हफ्ते के भीतर सफेदी प्रदान की जाएगी। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा इस काम को पूरा किया जाएगा। हाल ही में, हाईकोर्ट ने ASI से यह सवाल किया कि 2024-25 में ही इस कार्य की योजना क्यों बनाई गई? इस सवाल ने उत्तर प्रदेश में इस मस्जिद के रखरखाव और संरक्षण पर एक बार फिर से चर्चा को जन्म दिया है।

जामा मस्जिद का ऐतिहासिक महत्व

जामा मस्जिद का निर्माण मुठिया परिवार द्वारा किया गया था और यह भारत के सबसे पुराने धार्मिक स्थलों में से एक है। इसका स्थापत्य और शिल्पकारी इसे वास्तुकला के अद्वितीय उदाहरणों में से एक बनाती है। हालांकि, समय के साथ इसकी दीवारों और संरचनाओं में गिरावट आई है, जिसके कारण इसे मरम्मत और देखभाल की आवश्यकता है।

ASI की सफेदी योजना

ASI की टीम ने मस्जिद की दीवारों की स्थिति का अध्ययन किया और अब यह तय किया गया है कि आने वाले दिनों में सफेदी का काम लागू किया जाएगा। एएसआई का यह कदम न केवल धार्मिक संरचना की देखभाल के लिए आवश्यक है, बल्कि स्थानीय समुदाय की भावना और पहचान को भी बनाए रखने में सहायक होगा।

हाईकोर्ट के सवाल

हाईकोर्ट ने ASI से यह स्पष्ट पूछताछ की है कि ऐसे महत्वपूर्ण कार्य को 2024-25 में ही क्यों शुरू किया गया। न्यायालय ने इस पर चिंता जताई है और ASI से तत्काल कार्रवाई की अपेक्षा की है। यह मुद्दा स्थानीय लोगों द्वारा भी उठाया गया है, जो इस मस्जिद को देखने और उसकी सुंदरता को बनाए रखने के लिए चिंतित हैं।

निष्कर्ष

सम्भल जामा मस्जिद की सफेदी के कार्य से न केवल इसके ऐतिहासिक महत्व को फिर से स्थापित किया जाएगा, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और धार्मिक एकता को भी बढ़ावा देगा। अदालत के सवालों के बाद, अब देखना यह है कि ASI इस कार्य को कितनी तेजी से पूरा करता है।

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