शिमला में आग का गोला बनी बस:ड्राइवर की सूझबूझ से बची यात्रियों की जान, HRTC की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
शिमला जिले के रामपुर में बुधवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। रामपुर डिपो की हिमाचल पथ परिवहन की बस में साढ़े 11 बजे अचानक आग लग गई। बस ड्राइवर मदन की सतर्कता से सभी यात्रियों की जान बच गई। घटना शिंगला के हाउसिंग बोर्ड के पास की है। बस ड्राइवर मदन यात्रियों को बिठाने के लिए बस रोक रहे थे। इसी दौरान उन्होंने बस के अंदर से धुआं निकलते देखा। तुरंत सूझबूझ दिखाते हुए सभी यात्रियों को बस से बाहर निकलने को कहा। कुछ ही देर में पूरी बस आग की चपेट में आ गई और जलकर राख हो गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया। HRTC की कार्यप्रणाली पर नाराजगी स्थानीय लोगों ने हिमाचल पथ परिवहन की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि इस रूट पर पुरानी बसें चलाई जाती हैं। ये बसें अक्सर रास्ते में खराब हो जाती हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी होती है। रामपुर डिपो में करीब 15 ऐसी बसें हैं जो अपना जीवनकाल पूरा कर चुकी हैं। इसके बावजूद इन्हें ग्रामीण मार्गों पर चलाया जा रहा है।

शिमला में आग का गोला बनी बस: चालक की सूझबूझ से यात्रियों की जान बची
हाल ही में शिमला में एक बस आग का गोला बन गई, जिससे सभी यात्रियों के बीच खौफ का माहौल पैदा हो गया। इस घटना में बस के चालक की सूझबूझ ने एक बड़ा हादसा होने से रोक लिया। यह स्थिति उस समय उत्पन्न हुई जब बस में अचानक आग लग गई, जिसके बाद चालक ने तुरंत कार्रवाई की और यात्रियों को सुरक्षित निकालने में सफलता प्राप्त की।
आग लगने की घटना का विवरण
शिमला के समीप एक नियमित बस सेवा के दौरान, बस में अचानक धुआं उठने लगा। लोगों में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन चालक ने घबराने के बजाय संयम रखा। उन्होंने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए बस को सुरक्षित स्थान पर रोककर, यात्रियों को जल्दी-जल्दी बाहर निकाला। इस स्थिति ने साबित किया कि एक अच्छा चालक किस प्रकार संकट के समय अपने यात्रियों की जिंदगी बचा सकता है।
HRTC की कार्यप्रणाली पर सवाल
इस घटना ने हिमाचल प्रदेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (HRTC) की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि क्या HRTC अपने वाहनों की सुरक्षा और रख-रखाव के मामलों में पर्याप्त कदम उठा रहा है। आग लगने के पीछे की असली वजह क्या थी, यह जानने के लिए जांच की मांग की जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए नियमित जांच और तकनीकी सुधार आवश्यक हैं।
अग्निशामक सुरक्षा के उपाय
बसों और अन्य सार्वजनिक परिवहन वाहनों में अग्निशामक सुरक्षा के उपायों को लागू करना बेहद जरूरी है। यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इसके लिए यातायात विभाग को पर्याप्त संसाधनों में निवेश करना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
यात्री और HRTC दोनों के हित में, दोनों को मिलकर इस दिशा में काम करना होगा। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बेहतरीन और सुरक्षित यात्रा के लिए सुधारों की आवश्यकता है।
अंत में, हमें सभी को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और संकट के समय में एक-दूसरे की मदद करने के लिए तत्पर रहना चाहिए।
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