‘सनातन रक्षा, गाय को राष्ट्र माता घोषित कराना प्राथमिकता’:विवादों के बीच बोले- श्रीपंच दशनाम गुरूदत्त अखाड़े के संस्थापक आदित्यानंद गोल्डन गिरी

प्रयागराज में नया अखाड़ा बनाकर श्री पंचदशनाम श्री संत गुरुदत्त अखाड़ा विवादों और चर्चाओं में है। विवादों के बीच अखाड़े के संस्थापक श्री श्री 1008 आदित्यानंद गोल्डन गिरी, चेतन गिरी व महामंत्री विरेंद्रानंद गिरी ने संयुक्त रूप से अपना बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि हम किसी अखाड़े या किसी भी संत, महात्मा का विरोध करने नहीं आए हैं। गोल्डन महाराज ने बताया कि मैं सभी अखाड़ों को एक वाक्य याद दिलाने आया हूं, यदि आप भगवाधारी हो, सनातनी हो तो जरा गोपाष्टमी की उस घटना को याद करो जहां हजारों संतों को गौ माता के लिए मरवा दिया गया था, याद करो उस पालघर घर की घटना को जहां पर हमारे साधु, संतों को जानवरों की तरह प्रताड़ित कर मार दिया गया था, याद करो हमारे उन महापुरुषों को जिनको गोली मारी और गला काटकर मार दिया गया। 'हमें नाम और ईनाम नहीं चाहिए' उन्होंने कहा, हम आपके सम्मान की लड़ाई लड़ने आए हैं, हमें न तो कोई नाम चाहिए और न ही कोई इनाम चाहिए, बस गौ माता को राष्ट्रमाता का सम्मान मिलना चाहिए। मैं हिंदू सम्राट श्री बालासाहेब ठाकरे का भक्त हूं, मैं शहीद चंद्रशेखर आजाद, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल और ऐसे सभी देशभक्तों का भक्त हूं जिन्होंने अपने राष्ट्र के लिए, अपनी जन्मभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। कहा कि याद रहे यदि एक काले हिरण के लिए बिश्नोई समाज का एक बच्चा पूरे देश को हिला सकता है तो हम अपनी गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित कराने के लिए किस, किस को हिला सकते हैं यह अंदाजा भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जो हिंदू सनातनी हमारा साथ देना चाहते हैं उनका स्वागत है।

Oct 21, 2024 - 08:45
 52  501.8k
‘सनातन रक्षा, गाय को राष्ट्र माता घोषित कराना प्राथमिकता’:विवादों के बीच बोले- श्रीपंच दशनाम गुरूदत्त अखाड़े के संस्थापक आदित्यानंद गोल्डन गिरी
प्रयागराज में नया अखाड़ा बनाकर श्री पंचदशनाम श्री संत गुरुदत्त अखाड़ा विवादों और चर्चाओं में है। विवादों के बीच अखाड़े के संस्थापक श्री श्री 1008 आदित्यानंद गोल्डन गिरी, चेतन गिरी व महामंत्री विरेंद्रानंद गिरी ने संयुक्त रूप से अपना बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि हम किसी अखाड़े या किसी भी संत, महात्मा का विरोध करने नहीं आए हैं। गोल्डन महाराज ने बताया कि मैं सभी अखाड़ों को एक वाक्य याद दिलाने आया हूं, यदि आप भगवाधारी हो, सनातनी हो तो जरा गोपाष्टमी की उस घटना को याद करो जहां हजारों संतों को गौ माता के लिए मरवा दिया गया था, याद करो उस पालघर घर की घटना को जहां पर हमारे साधु, संतों को जानवरों की तरह प्रताड़ित कर मार दिया गया था, याद करो हमारे उन महापुरुषों को जिनको गोली मारी और गला काटकर मार दिया गया। 'हमें नाम और ईनाम नहीं चाहिए' उन्होंने कहा, हम आपके सम्मान की लड़ाई लड़ने आए हैं, हमें न तो कोई नाम चाहिए और न ही कोई इनाम चाहिए, बस गौ माता को राष्ट्रमाता का सम्मान मिलना चाहिए। मैं हिंदू सम्राट श्री बालासाहेब ठाकरे का भक्त हूं, मैं शहीद चंद्रशेखर आजाद, लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल और ऐसे सभी देशभक्तों का भक्त हूं जिन्होंने अपने राष्ट्र के लिए, अपनी जन्मभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। कहा कि याद रहे यदि एक काले हिरण के लिए बिश्नोई समाज का एक बच्चा पूरे देश को हिला सकता है तो हम अपनी गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित कराने के लिए किस, किस को हिला सकते हैं यह अंदाजा भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जो हिंदू सनातनी हमारा साथ देना चाहते हैं उनका स्वागत है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow