सफाई कर्मचारी संघ ने की एसीपी की मांग:कासगंज में किया प्रदर्शन, मांग पूरी नहीं होने पर आमरण अनशन की चेतावनी
कासगंज के विकास भवन पर सोमवार को सफाई कर्मियों ने अपनी बकाया एसीपी (आधिकारिक वेतन वृद्धि) की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। सफाई कर्मियों का कहना था कि उन्हें पिछले 6 सालों से एसीपी की सुविधा नहीं मिली, जिसके कारण वे काफी नाराज हैं। डीपीआरओ की तानाशाही और विभागीय लापरवाही से आहत कर्मचारियों ने विकास भवन में धरना प्रदर्शन किया। संगठन ने आमरण अनशन की घोषणा की धरना प्रदर्शन के दौरान जब अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया, तो उत्तर प्रदेश पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह और ब्लॉक अध्यक्ष खेतपाल सिंह ने आमरण अनशन की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी, अनशन जारी रहेगा। इसके बाद सैकड़ों सफाई कर्मचारियों ने अनशन में भाग लेने का संकल्प लिया और प्रदर्शन में अपनी उपस्थिति बढ़ाने की शपथ ली। न्याय की मांग, एसीपी का लाभ 6 साल से नहीं मिला संगठन के जिला संयुक्त मंत्री नदीम अख्तर ने बताया कि लगभग 150 सफाई कर्मियों को पिछले 6 सालों से एसीपी का लाभ नहीं मिल पाया, जबकि सभी कार्रवाई दो साल पहले ही पूरी हो चुकी थी। विभागीय लापरवाही के कारण कर्मचारियों को एसीपी का लाभ नहीं मिल रहा है, और इस बीच दिसंबर 2024 से दूसरी एसीपी मिलने का समय भी खत्म हो रहा है। कर्मचारियों की चिंता कर्मचारियों का कहना है कि अगर विभागीय अधिकारी पहली एसीपी सुविधा को 6 सालों में नहीं दे पाए, तो दूसरी एसीपी सुविधा उन्हें अगले 10 सालों में कैसे मिलेगी? इसके अलावा, अभी तक ज्येष्ठता सूची भी तैयार नहीं की गई है, जो कर्मचारियों के लिए एक और समस्या बनकर सामने आ रही है। आंदोलन जारी रखने की घोषणा संगठन ने अपील की है कि सभी सफाई कर्मी और अन्य घटक संगठन 24 नवंबर से काली पट्टी बांधकर डीपीआरओ कासगंज और स्थापना बाबू कालीचरन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। फिलहाल, आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कर्मचारियों की मांग पूरी नहीं हो जाती।
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