सीतापुर में पेट्रोल पंप सील:फर्जी पंप संचालक पुलिस गिरफ्त से दूर, छापेमारी में पकड़े गए तीन टैंकर

सीतापुर जिले के तालगांव थाना क्षेत्र में स्थित एक पेट्रोल पंप पर अवैध गतिविधियों का पर्दाफाश हुआ है। 14 नवंबर को जिला पूर्ति अधिकारी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पेट्रोल पंप के समीप गुजरात नंबर के एक प्राइवेट टैंकर में भरे बायो पेट्रोल को दो छोटे पेट्रोलियम कंपनी के टैंकरों में रिफिल करते हुए पकड़ा। मामले की जांच के बाद पुलिस ने पेट्रोल पंप को अवैध करार देते हुए सील कर दिया है। पुलिस के अनुसार, पेट्रोल पंप का संचालक अजय सिंह इसमें संलिप्त पाया गया। वह वारदात के बाद से फरार है। डीएम के निर्देश पर छापेमारी के दौरान तीन टैंकर जब्त किए गए, जिनमें बायोपेट्रोल भरा हुआ था। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि यह पेट्रोल पंप पिछले 5 सालों से फर्जी तरीके से संचालित हो रहा था। ग्राम शेरपुर के पास स्थित इस पेट्रोल पंप पर लंबे समय से ग्रामीणों को संदेह था। उन्होंने प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि इस गोरखधंधे में किसी पेट्रोलियम कंपनी की मिलीभगत भी हो सकती है। 204 पेट्रोल पंपों पर जांच शुरू जिला पूर्ति अधिकारी अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि जिले के सभी 204 पेट्रोल पंपों की जांच की जा रही है। इसके लिए क्षेत्रीय खाद्य अधिकारियों और आपूर्ति निरीक्षकों को तैनात किया गया है। पकड़े गए टैंकरों में मिले बायोपेट्रोल की लैब जांच रिपोर्ट का इंतजार है। पहले भी सामने आ चुके मामले अखिलेश श्रीवास्तव ने कहा कि "यह पहली बार नहीं है जब जिले में इस तरह का मामला सामने आया है। सभी पेट्रोल पंपों की नियमित जांच आवश्यक है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस घटना में शामिल सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो।" पुलिस अब फरार संचालक की तलाश में जुटी है और मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है।

Nov 25, 2024 - 11:30
 0  4.5k
सीतापुर में पेट्रोल पंप सील:फर्जी पंप संचालक पुलिस गिरफ्त से दूर, छापेमारी में पकड़े गए तीन टैंकर
सीतापुर जिले के तालगांव थाना क्षेत्र में स्थित एक पेट्रोल पंप पर अवैध गतिविधियों का पर्दाफाश हुआ है। 14 नवंबर को जिला पूर्ति अधिकारी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पेट्रोल पंप के समीप गुजरात नंबर के एक प्राइवेट टैंकर में भरे बायो पेट्रोल को दो छोटे पेट्रोलियम कंपनी के टैंकरों में रिफिल करते हुए पकड़ा। मामले की जांच के बाद पुलिस ने पेट्रोल पंप को अवैध करार देते हुए सील कर दिया है। पुलिस के अनुसार, पेट्रोल पंप का संचालक अजय सिंह इसमें संलिप्त पाया गया। वह वारदात के बाद से फरार है। डीएम के निर्देश पर छापेमारी के दौरान तीन टैंकर जब्त किए गए, जिनमें बायोपेट्रोल भरा हुआ था। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि यह पेट्रोल पंप पिछले 5 सालों से फर्जी तरीके से संचालित हो रहा था। ग्राम शेरपुर के पास स्थित इस पेट्रोल पंप पर लंबे समय से ग्रामीणों को संदेह था। उन्होंने प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि इस गोरखधंधे में किसी पेट्रोलियम कंपनी की मिलीभगत भी हो सकती है। 204 पेट्रोल पंपों पर जांच शुरू जिला पूर्ति अधिकारी अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि जिले के सभी 204 पेट्रोल पंपों की जांच की जा रही है। इसके लिए क्षेत्रीय खाद्य अधिकारियों और आपूर्ति निरीक्षकों को तैनात किया गया है। पकड़े गए टैंकरों में मिले बायोपेट्रोल की लैब जांच रिपोर्ट का इंतजार है। पहले भी सामने आ चुके मामले अखिलेश श्रीवास्तव ने कहा कि "यह पहली बार नहीं है जब जिले में इस तरह का मामला सामने आया है। सभी पेट्रोल पंपों की नियमित जांच आवश्यक है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इस घटना में शामिल सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो।" पुलिस अब फरार संचालक की तलाश में जुटी है और मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow