सुकन्या ग्राम योजना के तहत डाक विभाग का विशेष शिविर:चिह्नित गांव को विकसित करने की तैयारी, शून्य से लेकर 10 साल तक का खुलेगा सुकन्या खाता
डाक विभाग ने जिले के चिन्हित गांवों को सुकन्या ग्राम के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। इसके तहत, सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटियों के खातों को खोलने के लिए विशेष शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इस अभियान का उद्देश्य बालिकाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है। 10 गांवों का चयन बलरामपुर और गोंडा के 10 गांवों को सुकन्या ग्राम के रूप में विकसित करने के लिए चिन्हित किया गया है। इन गांवों में शून्य से लेकर 10 वर्ष तक की बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोला जाएगा। सुकन्या समृद्धि योजना की विशेषताएँ इस योजना के तहत, बेटी के नाम से केवल एक खाता खोला जा सकता है, और एक वित्तीय वर्ष में 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक की राशि जमा की जा सकती है। इस खाते में राशि 50 रुपये के गुणकों में जमा की जा सकती है। यदि परिवार में दो बेटियां हैं तो दोनों के लिए अलग-अलग खाता खोला जा सकता है, और यदि जुड़वा बच्चे हैं तो संबंधित प्रमाणपत्र के साथ तीसरा खाता भी खोला जा सकता है। बेटी की उम्र 18 वर्ष होने पर, जमा राशि का 50 प्रतिशत शिक्षा या शादी के लिए निकाला जा सकता है। इस खाते को किसी भी डाकघर में स्थानांतरित किया जा सकता है। डाक अधीक्षक की बात डाक अधीक्षक किरन सिंह ने बताया कि यह योजना महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। डाक विभाग द्वारा सुकन्या ग्राम योजना के तहत चुने गए 10 गांवों में शून्य से लेकर 10 वर्ष की आयु तक की सभी बेटियों के लिए खाते खोले जाएंगे। इसके साथ ही मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। चिन्हित गांवों की सूची बलरामपुर उप मंडल: उतरौला उप मंडल: गोंडा सदर मंडल: नवाबगंज उप मंडल: कर्नलगंज उप मंडल:
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