हमीरपुर में हेडमास्टर की तानाशाही:अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजना किया बंद, जांच करने पहुंचे ABSA को खदेड़ा

हमीरपुर के मौदहा तहसील क्षेत्र में स्थित एक प्राइमरी विद्यालय में तैनात प्रधान अध्यापिका के तानाशाही रवैये के चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। विद्यालय के अभिभावकों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए प्रधान अध्यापिका के स्थानांतरण की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक प्रधान अध्यापिका का ट्रांसफर नहीं होता, वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। ABSA के दौरे के दौरान अभिभावकों ने किया विरोध इस मामले में जब एबीएसए विद्यालय की जांच करने पहुंचे, तो वहां मौजूद अभिभावकों ने उनका भी विरोध किया और घूसखोर होने के आरोप लगाए। इस दौरान अभिभावकों ने एबीएसए को खदेड़ते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की, जिसका वीडियो भी सामने आया है। अभिभावकों का आरोप- शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही अभिभावकों का कहना है कि प्रधान अध्यापिका का रवैया तानाशाही रहता है और वह बच्चों की शिक्षा में रुचि नहीं लेती हैं। इसके अलावा, मध्यान्ह भोजन में भी लापरवाही की जा रही है, और न तो बच्चों को दूध दिया गया, न ही फल वितरित किए गए। अभिभावकों का यह भी आरोप है कि प्रधान अध्यापिका ने कई बार शिकायत करने पर अभद्र व्यवहार किया और शिकायत करने वाले अभिभावकों को धमकी दी कि वे उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसा सकती हैं। खुद को भाजपा नेता बताती हैं टीचर यह मामला सिजनौडा गांव के प्राइमरी विद्यालय का है, जहां प्रधान अध्यापिका का तानाशाही रवैया अक्सर चर्चा में रहता है। कहा जा रहा है कि वह खुद को भाजपा का बड़ा नेता बताती हैं, जिसके कारण वह हमेशा विवादों में घिरी रहती हैं। अभिभावकों के लगातार विरोध और उनकी शिकायतों के बाद एबीएसए ने यह कहा है कि वह अपनी रिपोर्ट बीएसए को भेज देंगे, और वही इस मामले का समाधान करेंगे।

Nov 7, 2024 - 19:40
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हमीरपुर में हेडमास्टर की तानाशाही:अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल भेजना किया बंद, जांच करने पहुंचे ABSA को खदेड़ा
हमीरपुर के मौदहा तहसील क्षेत्र में स्थित एक प्राइमरी विद्यालय में तैनात प्रधान अध्यापिका के तानाशाही रवैये के चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। विद्यालय के अभिभावकों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए प्रधान अध्यापिका के स्थानांतरण की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक प्रधान अध्यापिका का ट्रांसफर नहीं होता, वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। ABSA के दौरे के दौरान अभिभावकों ने किया विरोध इस मामले में जब एबीएसए विद्यालय की जांच करने पहुंचे, तो वहां मौजूद अभिभावकों ने उनका भी विरोध किया और घूसखोर होने के आरोप लगाए। इस दौरान अभिभावकों ने एबीएसए को खदेड़ते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की, जिसका वीडियो भी सामने आया है। अभिभावकों का आरोप- शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही अभिभावकों का कहना है कि प्रधान अध्यापिका का रवैया तानाशाही रहता है और वह बच्चों की शिक्षा में रुचि नहीं लेती हैं। इसके अलावा, मध्यान्ह भोजन में भी लापरवाही की जा रही है, और न तो बच्चों को दूध दिया गया, न ही फल वितरित किए गए। अभिभावकों का यह भी आरोप है कि प्रधान अध्यापिका ने कई बार शिकायत करने पर अभद्र व्यवहार किया और शिकायत करने वाले अभिभावकों को धमकी दी कि वे उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसा सकती हैं। खुद को भाजपा नेता बताती हैं टीचर यह मामला सिजनौडा गांव के प्राइमरी विद्यालय का है, जहां प्रधान अध्यापिका का तानाशाही रवैया अक्सर चर्चा में रहता है। कहा जा रहा है कि वह खुद को भाजपा का बड़ा नेता बताती हैं, जिसके कारण वह हमेशा विवादों में घिरी रहती हैं। अभिभावकों के लगातार विरोध और उनकी शिकायतों के बाद एबीएसए ने यह कहा है कि वह अपनी रिपोर्ट बीएसए को भेज देंगे, और वही इस मामले का समाधान करेंगे।

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