‘हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा’ 6 शहरों में शुरू करेगा प्रोजेक्ट:अयोध्या-शिमला जैसे शहरों में 5500 रेजिडेंशियल प्लॉट डेवलप होंगे
रियल एस्टेट कंपनी ‘द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा’ 6 नए शहरों में कारोबार का विस्तार कर रही है। इन शहरों में अमृतसर, वृंदावन, अयोध्या, शिमला, नागपुर और मुंबई से सटा खपोली शामिल हैं। कंपनी ने 8 नवंबर को गुरुग्राम के DLF सिटी मॉल में हुए इवेंट में इसका ऐलान किया। कंपनी के चेयरमैन अभिनंदन लोढ़ा ने बताया कि 6 शहरों में 352 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इस पर कंपनी ने 3 हजार करोड़ रुपए निवेश किए हैं। निवेश का आधा हिस्सा जमीन की खरीद पर लगा है। आधी रकम उसे डेवलप करने में खर्च होगी। कंपनी अगले साल जून तक इन 6 शहरों में करीब 5,500 रेजिडेंशियल प्लॉट बिक्री के लिए पेश करेगी। कंपनी ने दिल्ली में नया नेशनल ऑफिस भी बनाया है। अभिनंदन लोढ़ा मुंबई के लोढ़ा ग्रुप ऑफ कंपनीज के फाउंडर मंगल प्रभात लोढ़ा के छोटे बेटे हैं। अभिनंदन के बड़े भाई अभिषेक लोढ़ा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड रियल एस्टेट कंपनी ‘मैक्रोटेक डेवलपर्स’ के ओनर हैं। ‘द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा’ (HoABL) के प्रोजेक्ट्स पर दैनिक भास्कर ने अभिनंदन लोढ़ा से बात की। सवाल: कंपनी ने दिल्ली में ऑफिस खोलने के बारे में क्यों सोचा? जवाब: पिछले 10-12 महीने में हमने देखा है कि दिल्ली के कई लोग 'द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा' के प्रोजेक्ट में इंटरेस्ट दिखा रहे हैं। वे हमारे इवेंट्स में हिस्सा लेते हैं। हम दिल्ली के मार्केट को अभी अच्छे से नहीं समझते हैं। हमने यहां ऑफिस खोला है। यह कंज्यूमर ऑफिस नहीं है, इंटरनल सेल का ऑफिस है। दिल्ली और यहां के लोगों की रुचि को बेहतर तरीके से समझने के लिए हमने ये ऑफिस खोला है। दिल्ली-NCR में जमीन का सर्किल रेट तेजी से बढ़ा है। पिछले 10 या 15 साल में जिसने भी रिटेल जमीन ली है, उसने कई गुना पैसा बना लिया है। सवाल: आपने अमृतसर, अयोध्या और वृंदावन में जमीन अधिग्रहण किया है। क्या धार्मिक पर्यटन को देखते हुए ये फैसला लिया है? जवाब: हमने पूरे देश में 48 लोकेशन ढूंढी हैं। इन जगहों पर तेजी से बुनियादी ढांचे का डेवलपमेंट हो रहा है। शहरों की तुलना में लोकल एरियाज में आर्थिक विकास ज्यादा है। इनमें धार्मिक पर्यटन स्थल या सिर्फ पॉपुलर टूरिस्ट प्लेस शामिल हो सकते हैं। सवाल: किसी लोकेशन और जमीन को चुनने का क्या तरीका होता है? जवाब: जमीन का सिलेक्शन करने के लिए हमारे पास डिटेल्ड स्टडी है। हमने भारत भर में 48 जगहों की पहचान की है, जहां राज्य और केंद्र सरकार बुनियादी ढांचे का विकास कर रही हैं। ये विकास राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है। हमने इन जगहों पर सही जमीन की पहचान की है। सवाल: क्या इसमें कुछ चैलेंज भी आते हैं? जवाब: इसमें तीन चुनौतियां रहती ही हैं। पहली, लोकल अंडरस्टैंडिंग बनानी पड़ती है। दूसरा, रिस्क लेना पड़ता है क्योंकि जमीन एक साथ नहीं मिलती। धीरे-धीरे अधिगृहीत की जाती है। तीसरा, जिस किसान से जमीन ली है, उसे रेगुलर पैसा देते रहना पड़ता है। यह पैसा मार्केट रेट से ज्यादा होता है। सवाल: आप अपनी कंपनी में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं? जवाब: हम टेक-ओनली कंपनी हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हम न अपने कस्टमर से कभी मिले हैं और न कोई कस्टमर हमारे पास आया है। हमारे बिजनेस का मॉडल यही है। आपको जमीन जाकर देखने की जरूरत नहीं है। हमने पूरी प्रोसेस टेक-बेस्ड बनाई है। हर चीज हमारे एप पर मिल जाएगी। जमीन लेने के बाद कोई वृंदावन में खरीदी जमीन रेंट पर देना चाहे, मकान बनाना चाहे या आगे बेचना चाहे, तो शिकागो में बैठा व्यक्ति भी यह सब एप की मदद से कर सकता है। लगातार ग्रोथ कर रही कंपनी पिछले चार साल में 'द हाउस ऑफ अभिनंदन लोढ़ा' ने 150 एकड़ जमीन अधिगृहीत की है। इसे तय समयसीमा से पहले कस्टमर को डिलीवर भी किया। कंपनी दिसंबर 2024 में महाराष्ट्र के अंजारले और नेरल में 2000 से ज्यादा ग्राहकों के लिए 180 एकड़ यानी लगभग 5 मिलियन वर्ग फीट जमीन डेवलप करने के लिए तैयार है। कंपनी महाराष्ट्र में दापोली और अलीबाग, अयोध्या और गोवा में बड़े पैमाने पर डिलीवरी की तैयारी कर रही है। उत्तर प्रदेश में भी भारी निवेश किया जा रहा है। 3 हजार करोड़ के निवेश के साथ अयोध्या में बदलाव ला रहे हैं। सिर्फ अयोध्या के लिए 1,200 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट शामिल हैं। कंपनी की एक प्रमुख परियोजना द सरयू है। यह 75 एकड़ का लग्जरी प्रोजेक्ट है, जिसमें भारत का पहला पूरी तरह शाकाहारी 5 स्टार होटल भी शामिल है। इसका मैनेजमेंट होटल चेन ‘द लीला’ की तरफ से किया जा रहा है।
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