हिमाचल में 12 नवंबर को बारिश-बर्फबारी के आसार:8 नवंबर से तापमान में होगी कमी, भारत की तरफ बढ़ रहा वेस्टर्न-डिस्टरबेंस पड़ रहा कमजोर
हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो सकता है। इससे कांगड़ा, चंबा और लाहौल स्पीति के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में हल्की बारिश व बर्फबारी की संभावना है। अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 7 नवंबर तक तापमान सामान्य से ज्यादा बना रहेगा। 8 नवंबर से तापमान में कमी आनी शुरू होगी और सामान्य के आसपास टैम्परेचर पहुंचेगा। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान अभी नॉर्मल से 4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा चल रहा है। इस साल सर्दियों में अधिकतम तापमान ने कई शहरों में पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले है। धर्मशाला का अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। बीते रविवार को 27.6 डिग्री दर्ज किया गया था। इससे पहले 07 नवंबर 2022 को धर्मशाला का रिकॉर्ड टैम्परेचर 27.4 डिग्री था। मंडी में भी नवंबर का बीते सोमवार को रिकॉर्ड 27.6 डिग्री टैम्परेचर दर्ज किया गया। वहीं ऊना का अधिकतम तापमान आज 33 डिग्री पहुंच गया है। इससे पहले रिकॉर्ड टैम्परेचर 17 नवंबर 2000 को 33.1 डिग्री है। किस शहर का पारा नॉर्मल से कितना ज्यादा हुआ इसी तरह अन्य शहरों का तापमान भी नॉर्मल से ज्यादा चल रहा है। केलांग के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 9.1 डिग्री का उछाला आया है और यहां पर तापमान 19.1 डिग्री पहुंच गया है। हमीरपुर का तापमान भी नॉर्मल से 8.4 डिग्री उछाल के बाद 35.3 डिग्री, कल्पा का 4.4 डिग्री के उछाल के बाद 20.9 डिग्री, भुंतर का 4.3 डिग्री के उछाल के साथ 29.8 डिग्री और नाहन का तापमान नॉर्मल की तुलना में 4.6 डिग्री उछाल के बाद 29.3 डिग्री सेल्सियस हो गया है। प्रदेश में सूखे जैसे हालात प्रदेश में इस बार मानसून में भी नॉर्मल से 19 प्रतिशत कम बारिश हुई है। पोस्ट मानसून सीजन में तो नॉर्मल से 98 प्रतिशत कम बादल बरसे है। 6 जिलों में तो पिछले 34 दिन से पानी की एक बूंद भी नहीं गिरी। इससे सूखे जैसे हालात पनप रहे हैं। ड्राइ स्पेल की वजह से तापमान में उछाल के साथ साथ किसानों की फसलों पर बुरा असर पड़ने लगा है। किसान गेंहू की बुआई नहीं कर पा रहे हैं।
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