अमृता प्रीतम की कहानी पर आधारित नाटक का मंचन:लखनऊ में 'एक रुमाल, एक अंगूठी, एक छन्नी' में गुंजन जैन ने निभाई मुख्य भूमिका

लखनऊ के गोमतीनगर स्थित संगीत नाटक अकादमी में 'द मॉकिंग बर्ड' और नाट्य निर्वाण संस्थान ने एक नाट्य फेस्टिवल का आयोजन किया। इस दौरान अमृता प्रीतम की कहानी पर आधारित नाटक 'एक रुमाल, एक अंगूठी, एक छन्नी' का मंचन हुआ। नाटक में मुख्य भूमिका गुंजन जैन ने निभाई। शुभम तिवारी ने इस नाटक का निर्देशन किया। कार्यक्रम में रेणुका टंडन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। नाटक में एक अधूरी प्रेम कहानी को दर्शाया गया है। कहानी में तीन महिलाओं की भावनाओं और दुखों को प्रस्तुत किया गया है। दो महिलाएं पत्रों के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़ी हैं। तीसरी महिला अपने प्रेम में अकेली रह जाती है। अमृता प्रीतम ने इन महिलाओं को 'भटीहारिन' कहा है। नाटक में शिवकुमार बटालवी और अमृता प्रीतम की कविताएं तथा पंजाबी पारंपरिक धुनों का समावेश किया गया। पिछले 6 साल से थिएटर से जुड़ी हूं मुख्य कलाकार गुंजन जैन ने बताया कि हमारा दिल्ली में जन्मीं और पिछले 30 साल से लखनऊ में रह रही हैं। वे 6 साल से थिएटर से जुड़ी हैं। 'द मॉकिंग बर्ड' की सदस्य हैं और कई नाटकों में काम कर चुकी हैं। मिशन मजनू समेत कई शॉर्ट फिल्म्स और वेब सीरीज में भी अभिनय कर चुकी हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निर्देशकों के साथ काम किया निर्देशक शुभम तिवारी ने बताया कि पिछले दस वर्षों से रंगमंच से जुड़े हैं। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निर्देशकों के साथ काम किया है। 'वेटिंग फॉर गोडो' और 'अमरबेलि' जैसे प्रसिद्ध नाटकों का निर्देशन भी किया है।

Feb 21, 2025 - 19:59
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अमृता प्रीतम की कहानी पर आधारित नाटक का मंचन:लखनऊ में 'एक रुमाल, एक अंगूठी, एक छन्नी' में गुंजन जैन ने निभाई मुख्य भूमिका
लखनऊ के गोमतीनगर स्थित संगीत नाटक अकादमी में 'द मॉकिंग बर्ड' और नाट्य निर्वाण संस्थान ने एक नाट्य

अमृता प्रीतम की कहानी पर आधारित नाटक का मंचन

लखनऊ में 'एक रुमाल, एक अंगूठी, एक छन्नी'

लखनऊ में हाल ही में एक विशेष नाटक का मंचन हुआ, जिसका शीर्षक 'एक रुमाल, एक अंगूठी, एक छन्नी' है। यह नाटक प्रसिद्ध पंजाबी लेखिका अमृता प्रीतम की जीवन और कार्यों पर आधारित है। इस नाटक में प्रतिभाशाली अभिनेत्री गुंजन जैन ने मुख्य भूमिका निभाई, जिन्होंने अपने अभिनय कौशल से दर्शकों का मन मोह लिया। नाटक में अमृता के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत किया गया है, जिसमें उनके अनुभव, संघर्ष, और प्यार की कहानियाँ शामिल हैं।

गुंजन जैन की अदाकारी की विशेषताएँ

गुंजन जैन ने अपने अभिनय में गहराई और वास्तविकता का परिचय दिया। उन्होंने अमृता के व्यक्तित्व को जीवंत करते हुए नाटक में एक अद्वितीय चित्रण किया। उनकी भावनात्मक अभिव्यक्तियाँ और संवादों का उच्चारण दर्शकों को उनकी कहानी में डुबो देते हैं। इस नाटक में गुंजन ने दिखाया है कि कैसे एक कलाकार का जीवन और उसकी कला परस्पर जुड़े हुए होते हैं।

नाटक का उद्देश्य और संदेश

इस नाटक का मुख्य उद्देश्य अमृता प्रीतम की रचनाओं और उनके जीवनदर्शन को उजागर करना है। नाटक में दर्शकों को यह संदेश दिया गया है कि कला किसी भी तरह के दर्द, प्यार और संघर्ष का सच्चा परिचायक होती है। दर्शकों को अमृता के जीवन के कठिनाइयों और उनकी रचनात्मकता से प्रेरणा लेने का अवसर मिला। यह नाटक न केवल एक कहानी कहता है, बल्कि एक अनुभव भी प्रदान करता है जो अमृता की कृतियों के प्रति सम्मान व्यक्त करता है।

इस नाटक का मंचन लखनऊ के प्रमुख सांस्कृतिक स्थलों में से एक पर किया गया, जहाँ स्थानीय कला प्रेमियों ने भाग लिया और नाटक की सराहना की। अमृता प्रीतम की कहानियों ने आज भी लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान बनाया हुआ है, और यह नाटक उस विरासत को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है।

इस प्रकार, 'एक रुमाल, एक अंगूठी, एक छन्नी' न केवल एक नाटक है, बल्कि अमृता प्रीतम के प्रति एक श्रद्धांजलि है।

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